किसानों के नाम पर शिवराज व दिग्विजय में जुबानी जंग
मप्र में किसान कर्जमाफी और किसानों पर गोलीकांड के आरोपों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बीच सोमवार को राज्यसभा में जमकर जुबानी जंग हुई। दोनों पूर्व सीएम ने एक दूसरे पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। प्रश्नकाल के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने चौहान को अपना जवाब पूरा करने बुलाया, तो विपक्षी सांसदों ने एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग पर हंगामा शुरू कर दिया। केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कांग्रेस पर मप्र में किसानों से कर्जमाफी का वादा कर सरकार बनाने और बाद में कर्जमाफ नहीं करने का आरोप लगाया। इसी बीच दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस नेताओं ने कृषि मंत्री पर मप्र में कर्जमाफी पर गलत बयानी का आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए मंदसौर में किसानों पर गोलियां चलवाई थीं।
ऊर्जा मंत्री की बैठक में भाजपा विधायक बोले अटल ज्योति योजना छलावा
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से संवाद के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग के विधायकों ने अटल ज्योति योजना को जनता से छलावा बताया। विधायकों ने शिकायत की कि 24 घंटे बिजली आपूर्ति तो छोड़िए ग्रामीणों को चार घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है। संवाद के दौरान कांग्रेस विधायकों से ज्यादा भाजपा विधायकों ने इस योजना पर सवाल उठाए। विधायकों ने ऊर्जा मंत्री से कहा कि इस तरह कैसे काम चलेगा? कई गांव में बिजली चार-चार दिन नहीं आती। ट्रांसफार्मर लगाने के एक दिन बाद ही फुंक जाते हैं। इसकी जांच कराई जाना चाहिए। इस दौरान डबरा विधायक सुरेश राजे ने कहा कि अटल ज्योति योजना की हालत काफी खराब है। बैठक में दतिया, भिंड, ग्वालियर, डबरा, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, गुना, अशोकनगर के विधायक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री बनने लॉबिंग कर रहे डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल: अभय मिश्रा
कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने आरोप लगाया है कि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल मुख्यमंत्री बनने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। विधायक ने सीएम डॉ. मोहन यादव को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा- जिस शख्स को आपने डिप्टी सीएम बनाया, वह आपके ही खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है। मिश्रा ने 4 अगस्त को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि जैसे उत्तरप्रदेश में चल रहा है, उपमुख्यमंत्री मौर्य, योगी जी को निपटाने में लगे हैं। वैसे ही हमारे मुख्यमंत्री मोहन यादव को निपटाकर पद प्राप्त करना चाहते हैं। अभी एक महीने पहले यहां ब्राह्मणों के जितने विधायक थे, मुख्य रूप से भाजपा के और कुछ अन्य दलों के, उनकी पार्टी के बहाने बैठक बुलाई थी। ये लॉबिंग करना चाहते थे। विधायक ने कहा- ये बात अलग है कि कोई इनको स्वीकार नहीं करता और कोई आया भी नहीं। ये कर कुछ न पाएंगे, लेकिन करने का प्रयास करेंगे।
एसपी तिवारी के विदेश में होने पर कार्रवाई से उठे सवाल
सागर के शाहपुर में मकान की दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत के बाद सरकार ने एसपी अभिषेक तिवारी, कलेक्टर दीपक आर्य और एसडीएम संदीप सिंह को हटा दिया। खास बात यह है कि एसपी तिवारी बीते 15 दिन से विदेश में छुट्टी मना रहे हैं। वे पिछले 5 महीने से तबादला चाह रहे थे। केंद्र में प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी होने के बावजूद सरकार उन्हें रिलीव नहीं कर रही थी। 2013 बैच के आईपीएस तिवारी को मार्च 2024 में नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन में प्रतिनियुक्ति मिल गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें गृह विभाग ने रिलीव नहीं किया। चुनाव के बाद उन्होंने फिर प्रयास किए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब सागर में हुए हादसे के बाद उन्हें रविवार देर रात पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय भेजा गया है, जबकि सरकार ने 27 जुलाई से 8 अगस्त तक उनकी छुट्टी अप्रूव कर दी थी। वे सरकार से अनुमति लेकर परिवार के साथ निजी यात्रा पर अमेरिका में हैं।