बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/केंद्रीय मंत्री बोले- रेत चोरी में मेरे बाप का बाप भी शामिल हो तो पकड़ें

वीरेंद्र कुमार

केंद्रीय मंत्री बोले- रेत चोरी में मेरे बाप का बाप भी शामिल हो तो पकड़ें
केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ने अवैध खनन मामले में निर्दोष लोगों को फंसाने पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने जिला खनिज अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा, रेत चोरी में मेरे बाप का बाप भी शामिल हो तो उसे भी पकडक़र कार्रवाई करें। जिला पंचायत के मीटिंग हॉल में मंत्री जनसुनवाई कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में एक व्यक्ति ऐसा है मैं, जिसे रेत या इन सब चीजों से कोई मतलब नहीं रहता है। इस दौरान भाजपा नेता लोकेंद्र सिंह ने कहा कि हरपालपुर क्षेत्र में मुरम खोदकर रेलवे विभाग को बेचा गया और बालू माफिया ने लहारदा में खनन किया।

प्रोजेक्ट लटकाने, नियुक्तियों की गड़बड़ी में रेरा चेयरमैन पर ईओडब्ल्यू में पीई दर्ज
मध्य प्रदेश रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) के चेयरमैन अजीत प्रकाश श्रीवास्तव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ईओडब्ल्यू की भोपाल इकाई ने उनके खिलाफ प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज कर ली है। प्रभाष जेटली नामक व्यक्ति ने ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कर चेयरमैन पर 7 आरोप लगाए गए हैं। इनमें रेरा में हुई नियुक्ति में अनियमितता बरतने और पद के दुरुपयोग के आरोप शामिल हैं। अब ईओडब्ल्यू आरोपों से जुड़े दस्तावेज बतौर साक्ष्य जुटाएगी। यदि जांच के दौरान आरोपों से जुड़े दस्तावेज सही पाए जाते हैं तो रेरा चेयरमैन के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है।

नियमों के खिलाफ खर्च किए 14.31 करोड़, लोकायुक्त में केस
जल संसाधन विभाग के महान नहर संभाग में बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के 19.22 करोड़ रुपए जारी कर नियम विरुद्ध 14.31 करोड़ रुपए खर्च करने के मामले में लोकायुक्त ने तत्कालीन रीवा, संभागायुक्त गोपालचंद्र डाड, तत्कालीन सीधी कलेक्टर साकेत मालवीय, तत्कालीन जिपं सीईओ राहुल धोटे, कार्यपालन यंत्री आरईएस हिमांशु तिवारी और पूर्व कार्यपालन यंत्री जल संसाधन एसएम तिवारी सहित अन्य के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है। अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह परिहार ने लोकायुक्त में की थी। इसके अनुसार, महान नहर संभाग में बिना अनुमति 19.22 करोड़ जारी किए गए थे। इनमें से 14.31 करोड़ रुपए नियमों के विरुद्ध खर्च कर दिए गए। इसके चलते तत्कालीन कमिश्नर ने अनुविभागीय अधिकारी कुसमी को निलंबित किया था। तत्कालीन कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग एसएम तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।

सिंधिया परिवार ने पार्टी के लिए बहुत किया, सरकार ही बदल दी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मु सिंधिया परिवार को लेकर कहा, राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने भाजपा के लिए बहुत कुन्छ किया, लेकिन कभी मती सरकार में पद लिया और संगठन में। संघर्ष के मामले में भी जब लगा तो सरकार ही पलट दी, सिंधिया ने भी और राजमाता ने भी। यानी जब बात चढ़ गई तूल पर तो गया जो होना है। पांढुर्ना में औद्योगिक इकाई के लोकार्पण में महाराष्ट्र के निवेशक ने कहा, यहां दस साल से यहां उद्योग चला रहे हैं, अब उसका एक्सपांशन किया है। मध्यप्रदेश के अधिकारी बहुत सहयोग करते हैं। इस पर सीएम उनकी विनम्रता का उदाहरण देते हुए बोले- आप तो ऐसे ही बोलते रहो, हमारा काम चल जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह भी कहा कि माधवराव सिंधिया ने अंग्रेज शासनकाल में उद्योग शुरू कराए। इस तरह ग्वालियर घराने ने देश के 600 रियासतों को नया रास्ता दिखाया। धन घर में रखने का नहीं होता। एक का दस नहीं हो तो काहे का उद्योग और काहे का उद्योगपति। इसलिए धन चलायमान होना चाहिए।

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