बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/दिग्विजय को साध्वी ने बताया बुझता हुआ दीपक

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर

दिग्विजय को साध्वी ने बताया बुझता हुआ दीपक
दिग्विजय सिंह की ओर से लगातार ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा है कि दिग्विजय सिंह बुझता हुआ दीपक हैं, इसलिए कुछ ज्यादा ही तेज प्रज्वलित होते नजर आ रहे हैं। उन्होंने इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर मोहन यादव का चयन किए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि पीएम मोदी की ओर से किसी भी वर्ग को पीछे नहीं रखा गया है और न ही किसी को हतोत्साहित किया गया है। मोहन यादव को बधाई क्योंकि, उनके हाथों से प्रदेश की प्रगति होगी। उन्होंने भाजपा में एक छोटे से कार्यकर्ता से लेकर सीएम पद तक का सफर तय किया है। लेकिन दिग्विजय सिंह ज्यादा मुखर नजर आ रहे हैं। कई बार ईवीएम पर सवाल उठा चुके हैं। जैसे-जैसे हारेंगे, वैसे-वैसे मुखर होंगे क्योंकि, बुझता हुआ दीपक थोड़ा ज्यादा ही प्रज्वलित होने लगता है।

सरकार विरोधी लहर में भी जीते, हर बार सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र शुक्ला
मध्यप्रदेश में भाजपा ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया है। वहीं, राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। नए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला विंध्य क्षेत्र से आते हैं। उनकी अपने अंचल में अच्छी पकड़ है। शुक्ला छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे हैं। जब-जब वे चुनाव जीते उन्हें मंत्री बनाया गया है। 2018 में सत्ता विरोधी लहर में राजेंद्र ने कांग्रेस उम्मीदवार अभय मिश्रा को 18,089 वोटों से हराया था। शुक्ला ने 1998 में रीवा से भाजपा के टिकट पर पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पराज सिंह से करीब 1400 वोटों से हार गए। 2003 के चुनाव में उन्होंने पुष्पराज से इस हार का बदला लिया और पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह  ने ईवीएम पर फिर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने निर्वाचन आयोग को ट्वीट कर लिखा- क्या ईवीएम हैक हो सकता है? उन्होंने हैकर्स के एक वीडियो का यूट्यूब लिंक शेयर करते हुए लिखा कि इसे अवश्य सुनें और समझें। यदि एक फीसदी की भी संभावना है तो क्या हमें विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को टेक्नोलॉजी के द्वारा हैकर्स को इसे प्रभावित करने का अवसर देना चाहिए? दिग्विजय की पोस्ट पर करीब डेढ़ सौ रिएक्शन भी आए हैं। एक रिट्वीट में लिखा है कि आपके अलावा कोई और कांग्रेसी ईवीएम पर बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। अब जनता ये भी सोचेगी कि क्या कांग्रेस को वोट देना चाहिए, जो जनमत की रक्षा कर पाने में असमर्थ होता है, वो जनसमर्थन खो देता है।

प्रमुख सचिव पर अवमानना की कार्रवाई निरस्त करने की मांग
हुकमचंद मिल मामले में सोमवार को हाई कोर्ट की एकल पीठ के समक्ष सुनवाई हुई। शासन ने एक आवेदन प्रस्तुत किया। इसमें मांग की गई कि प्रमुख सचिव के खिलाफ जारी अवमानना नोटिस निरस्त करते हुए अवमानना याचिका की कार्रवाई समाप्त की जाए। कोर्ट ने आवेदन पर सभी पक्षों को सुनने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया। इस आदेश के जारी होने के बाद ही तय होगा कि प्रमुख सचिव के खिलाफ अवमानना याचिका में कोर्ट की कार्रवाई जारी रहेगी या नहीं। शासन के वकील ने कोर्ट को बताया कि मजदूरों और अन्य पक्षकारों की देनदारी का पैसा मप्र गृह निर्माण मंडल ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की भोपाल शाखा में जमा करा दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद रकम वितरण की कार्रवाई की जा सकती है। हुकमचंद मिल के 5985 मजदूरों का इंतजार है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा।

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