विधायक रावत को दिल्ली बुलाया, बढ़ी सियासी सरगर्मी
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत को बीते रोज अचानक दिल्ली बुलाया गया है। इससे सियासी सरगर्मी का दौर बढ़ गया है। रावत को कल भाजपा संगठन नेताओं ने दिल्ली बुलाया था। उनकी दिल्ली में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से भी बात हुई है। इसके बाद सीएम ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। सूत्रों की मानें तो रावत प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए जाने की शर्त पर ही भाजपा में आए थे। हालांकि रावत मीडिया से चर्चा में इस तरह की किसी डील से इंकार करते रहे हैं। लोकसभा चुनाव निपटने के बाद से ही कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं से किए गए वादों को लेकर संगठन में विचार विमर्श शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इन दिनों दिल्ली में हैं। मंगलवार को इन नेताओं से रावत ने मुलाकात की है।
100 की अनुमति पर ढाई हजार लोगों की सभाएं की कमलनाथ ने
कोरोना काल में नियमों का उल्लंघन करके रोड शो और चुनावी सभाएं करने पर पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट में बुधवार को पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट पेश की। इसमें कहा गया है कि कमल नाथ ने ग्वालियर और दतिया सहित आसपास के कई क्षेत्रों में 100 लोगों की अनुमति होने के बावजूद दो से ढाई हजार लोगों के साथ चुनावी सभाएं आयोजित की थी। स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के साथ ही पुलिस ने इस मामले में बीते चार साल से विवेचना जारी रखने की बात कही है। बता दें एक अक्टूबर 2020 को हुई चुनावी सभी में कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने के चलते प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसी तरह के आरोप कई भाजपा नेताओं के खिलाफ भी हैं। उनके भी मामले न्यायालय में लंबित है।
प्रदेश भाजपा संगठन ने विधायक मीना से किया जवाब तलब
चांचौड़ा विधायक प्रियंका मीना के देवर अनिरुद्ध द्वारा अधिकारियों को प्रताडि़त करने का मामला गरमा गया है। एफआइआर के बाद प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने विधायक प्रियंका से मामले में जवाब मांगा है। दरअसल, अनिरुद्ध से प्रताडि़त 12 से ज्यादा जिलों में पदस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों ने अलग-अलग तरीके से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन हितानंद शर्मा तक शिकायतें भेजी हैं। अब इन शिकायतों को पार्टी संगठन ने गंभीरता से लिया है।
सरकार को घेरने बनाई गई रणनीति: नायक
विधानसभा और लोकसभा चुनाव होने के बाद एक जुलाई से होने वाले विधासनभा के मानसून सत्र में कांग्रेस विधानसभा में विभिन्न मुद्दों को उठाने जा रही है। इसके लिए रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने कहा है कि सरकार की वादाखिलाफी नहीं चलने देंगे। विपक्ष ने सदन में सरकार को घेरने की रणनीति भी तैयार कर ली है। विधायकों को अलग-अलग मुद्दों को प्रभावी रूप से तैयारी के साथ उठाने कहा गया है। विधायकों को पार्टी आलाकमान ने निर्देश दिया है कि सभी विधायक एक जुलाई से शुरू होने वाले बजट सत्र में अलग- अलग मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे।