उच्च शिक्षा मंत्री बोले- पाठ्यक्रम में शामिल होगा वैदिक गणित
मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार जबलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के पंडित कुंजीलाल दुबे प्रेक्षागृह में आयोजित वैदिक गणित की तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। इससे पहले उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक ली। इस दौरान मंत्री ने कहा कि ना सिर्फ जबलपुर बल्कि प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी के लिए भारत सरकार ने अच्छी खासी राशि दी है। कार्यशाला में उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि वैदिक गणित को पाठ्यक्रम में फिर से कैसे शामिल किया जा सकता है, इसका भी प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही वैदिक गणित पाठ्यक्रम में शामिल होगा। सांस्कृतिक उत्थान न्यास के साथ रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने एमओयू भी साइन किया है।
भाजपा नेता ने वापस लिया नामांकन
मप्र की एकमात्र सीट पर होने वाले राज्यसभा उपचुनाव से बीजेपी के डमी प्रत्याशी कांति देव सिंह ने नामांकन वापस ले लिया है। इस फैसले के बाद अब जॉर्ज कुरियन का राज्यसभा जाने का रास्ता साफ हो गया है। अब वह निर्विरोध राज्यसभा के सदस्य चुने जाएंगे। जॉर्ज कुरियन के सामने अब कोई उम्मीदवार नहीं है। बीजेपी ने जॉर्ज कुरियन को प्रत्याशी बनाया है। उनके साथ-साथ बीजेपी के नेता कांतदेव सिंह और कुलदीप बेलावत ने भी अपना नामांकन जमा किया था। जिसमें से कुलदीप बेलावत का नामांकन निरस्त हो गया था, जबकि बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर जॉर्ज कुरियन और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर कांतादेव सिंह का नामांकन सही पाया गया था। वहीं कांग्रेस ने भी उनके सामने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।
हाई कोर्ट से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को मिली राहत
मप्र उच्च न्यायालय ने चुरहट विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित कांग्रेस उम्मीदवार अजयसिंह के खिलाफ दायर चुनाव याचिकाओं को खारिज कर दिया है। विधानसभा चुनाव के दौरान अजयसिंह द्वारा दाखिल किए गए नामांकन के साथ, लगाए गए शपथ पत्र में दी गई जानकारी को लेकर भाजपा के उम्मीदवार शरदेंदु तिवारी की तरफ से आपत्ति लगाई गई थी। इन आपत्तियों पर सुनवाई के बाद निर्वाचन अधिकारी ने शपथ पत्र को वैध मानते हुए आपत्ति निरस्त कर दी थी। इस चुनाव में अजयसिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल हुई थी। इस चुनाव के बाद मप्र हाई कोर्ट जबलपुर में शपथ पत्र संबंधी आपत्तियों तथा अन्य बिंदुओं को लेकर अजय सिंह के खिलाफ दो याचिकाएं दायर की गई थी। इन याचिकाओं पर विचार करने के बाद हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि चुनाव याचिका में उठाए गए आधार, कानून के तय प्रावधानों को देखते हुए नहीं बनाए गए हैं। इसलिए दोनों चुनाव याचिकाएं खारिज की जाती है।
क्या देश में न्यायालय की भूमिका खत्म हो गई : दिग्विजय
छतरपुर की घटना को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा छतरपुर में थाने पर पथराव का मैं समर्थन नहीं करता, लेकिन इसके आरोप में हाजी शहबाज अली का मकान जमींदोज करना, उनकी गाडिय़ों पर बुलडोजर चलाना और उसे गुनाहों का मुखिया घोषित करना भी संदेह पैदा करता है। प्रशासन और राजनीतिक लोगों के बयानों में विरोधाभास है। दूसरी तरफ कानूनी सवाल भी है कि किसी व्यक्ति का घर बिना प्रक्रियाओं का पालन किए कैसे तोड़ा। क्या देश में न्यायालय की भूमिका खत्म हो गई है। क्या स्थानीय पुलिस और सांसद ही कानूनी फैसले लेने के लिए नियुक्त कर दिए गए हैं।