पूर्व मुख्य सचिव को हाईकोर्ट से मिली राहत
तेलंगाना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति के. सुरेंद्र ने मध्य प्रदेश के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एम गोपाल रेड्डी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मामले को रद्द कर दिया है। टेंडर से छेड़छाड़ के मामले में कोर्ट ने कहा कि, गंभीर अपराध से जुड़े मुख्य मामले में बरी होने के बाद किसी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला जारी नहीं रह सकता है। गोपाल रेड्डी द्वारा दायर आपराधिक याचिका को स्वीकार करते हुए न्यायाधीश ने कहा कि, जब पहली बार में कोई अपराध नहीं हुआ तो अपराध पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकती। न्यायाधीश ने मामले को रद्द करते हुए कहा, अपराध की ऐसी गैर-मौजूद आय पर आधारित कोई भी मामला जारी नहीं रखा जा सकता।
नाथ बोले- अब तो अधिकारी भी भ्रष्टाचार पर मुहर लगा रहे
मध्य प्रदेश के श्योपुर में आदिवासियों के पट्टे दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के लोगों के नाम कर दिये गये। इस बात का खुलासा विपक्ष ने नहीं, बल्कि जिले के कलेक्टर ने जांच के बाद किया है। इस मामले में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने गंभीर सवाल खड़े किये हैं। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा अब तक जनता ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाती थी, लेकिन अब तो सरकारी अधिकारी भी इस पर मुहर लगा रहे हैं। श्योपुर जिले के कलेक्टर ने खुलासा किया है कि, जिले में बड़े पैमाने पर बाहरी लोगों को अवैध पट्टे दिये गये हैं। आदिवासियों के नाम पर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के लोगों को पट्टे दे दिये गये। इस घोटाले में आपकी पूरी सरकारी मशीनरी शामिल है।
भाई लक्ष्मीकांत की तरह अब मेरा भी नंबर है
भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने खुद की जान को खतरा बताया है। उन्होंने फेसबुक पर एक पूर्व मंत्री को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। यह आरोप सरकार पर है या विपक्ष पर यह तो समय की गर्त में छुपा हुआ है। पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के छोटे भाई एवं सिरोज विधायक शर्मा ने फेसबुक पर लिखा है, मैं मर जाऊंगा लेकिन धोखा किसी को नहीं दूंगा। धोखा देकर, झूठ बोलकर मुझे मारने पर तुले हुए महानुभावों का भगवान भला करे। स्व. लक्ष्मीकांत शर्मा ने धोखा भी खाया और मौत भी वरण कर ली, अब मेरा नंबर है। उन्होंने लिखा- अगर मेरे अंत के भी अंत में सिर्फ दो ही चीजें बचें धोखा देना और धोखा खाना, तो मैं धोखा खाना ही पसंद करूंगा और फिर क्यों न मुझे मृत्यु का वरण ही करना पड़े। ये बात अलग है कि हम सबके परम प्रिय, सिरोंज-लटेरी क्षेत्र के लाडले बेटे, मेरे सर्वस्व, मेरे मंझले भाई परम श्रद्धेय स्वर्गीय लक्ष्मीकांत शर्मा (पूर्व मंत्री) ने धोखा भी खाया और मौत भी वरण कर ली और अब मेरा नंबर है…..!!
कांग्रेस विधायक अजब सिंह बरी
ग्वालियर जिला न्यायालय की एमपी एमएलए कोर्ट ने मुरैना के सुमावली के कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह को एक करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी के आरोपों से बरी कर दिया है। दरअसल कृष्ण गोपाल चौरसिया ने दो साल पहले 30 सितंबर 2021 को कांग्रेस विधायक अजब सिंह और उनके दामाद रंजीत सिंह के खिलाफ जमीन दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया था। उन्होंने इसकी शिकायत हजीरा थाने में दर्ज कराई थी। फरियादी कृष्ण गोपाल चौरसिया ने न्यायालय में अपने द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार कर दिया। मुख्य फरियादी के हॉस्टाइल होने के कारण न्यायालय ने अजब सिंह कुशवाह और उनके दामाद को बरी कर दिया है। जमीन संबंधी दो और मामले अजब सिंह के खिलाफ दर्ज हैं, जिनमें अभी फैसला आना बाकी है।