वन बल प्रमुख बोले- सभी वनोपज का साइंटिफिक असेसमेंट कराएंगे
मप्र वन विभाग के नए मुखिया के रूप में वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने गुरुवार को पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के बाद श्रीवास्तव ने बताया कि उनका फोकस वनोपज के जरिए जनजातीय आबादी की आजीविका को बेहतर बनाने पर रहेगा। इसके लिए जल्द ही सभी तरह की वनोपज की साइंटिफिक असेनमेंट कराया जाएगा, जिससे किस्म-किस्म की वनोपम का जनजातीय आबादी को उचित मूल्य दिलायी जा सके। अभी सिर्फ तेंदू पत्ता और महुआ की खरीदी ही लघु वनोपज संघ के जरिए होती है, जल्द ही इसका विस्तार कर इसमें चिरौंजी, आंवला समेत कई तरह की वनौषधियों को शामिल कराया जाएगा। गौरतलब है कि एक माह के लिए वन बल प्रमुख रहे अभय पाटील 31 जनवरी को सेवानिवृत हो गए। वन मुख्यालय में बुधवार को उन्हें विदाई दी गई।
भाजपा की बड़ी बैठक 3-4 को, बीएल संतोष व चुनाव प्रभारी आएंगे
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की बड़ी बैठक 3 और 4 फरवरी को पार्टी दफ्तर में हो सकती है। इसमें प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय शामिल होंगे। बैठक में लोकसभा चुनाव के प्रभारी व सह प्रभारियों के साथ प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है। इसके साथ ही डॉ. मोहन यादव सरकार के मंत्रियों की 3-4 फरवरी को ट्रेनिंग भी होने वाली है। इसमें सिखाया जाएगा कि वे अपने विभाग को कैसे चलाएं और बजट क्या है व कैसे समझा जाता है। यह कार्यक्रम प्रशासन अकादमी में होना है। मंत्रियों की ट्रेनिंग के अंतिम दिन भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल होंगे।
दिग्विजय बोले- चुनाव आयोग ने ईवीएम पर भ्रामक तथ्य दिए
सांसद दिग्विजय सिंह ने मप्र कांग्रेस कमेटी द्वारा ईवीएम मशीनों की एफएलसी एवं सिंबल लोडिंग यूनिट के सॉफ्टवेयर की जानकारी देने संबंधित पत्र के चुनाव आयोग द्वारा दिए गए जबाव को निराशाजनक एवं भ्रामक बताया है। सिंह -ने कहा कि 29 जनवरी 2024 को मप्र कांग्रेस कमेटी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र को पत्र -लिखकर ईवीएम मशीनों की एफएलसी कराते समय सिंबल लोडिंग सॉफ्टवेयर की जानकारी मांगी थी। साथ ही इंटरनेट का उपयोग करते हुए कंप्यूटर/ लेपटाप के माध्यम से भेजी जाने वाली जानकारी भी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराने की मांग की थी। सीईओ मन ने 30 जनवरी को इसका भ्रामक उत्तर दे दिया जो चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। कांग्रेस ने सिंबल लोडिंग यूनिट (एसएलयू) के सॉफ्टवेयर को उपलब्ध कराने की मांग की गई थी और साथ में यह जानना चाहा था कि ईवीएम मशीनों की एफएलसी कराते समय इंटरनेट कनेक्शन युक्त पीसी/लैपटॉप से भेजी जाने वाली जानकारी क्या है और किसे भेजी जाती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीईओ के जवाब में एफएलसी प्रक्रिया की जानकारी दे दी गई, जिसे राजनीतिक दल पहले से जानते हैं।
वंचित वर्ग की सेवा करने में पीछे मत रहो: शिवराज
विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पहली बार शिवपुरी आए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 20 मिनट एसएएफ रेस्ट हाउस में रुके। यहां उन्होंने भाजपा नेताओं को नसीहत दी कि महिलाओं के लिए हर समय कार्य करने के लिए तैयार रहो, उन्हें लखपति बनाओ। इसके साथ ही पीड़ित वंचित वर्ग की सेवा करने में पीछे मत रहो। जितनी सेवा स्वयं कर सकते हो, करो।