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चौधरी बने मप्र कांग्रेस के नए प्रभारी
कांग्रेस आलाकमान ने मध्य प्रदेश में फिर से प्रभारी को बदल दिया है। अब राजस्थान के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी मप्र प्रभारी होंगे। अखिल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने 2 महासचिव और 9 प्रदेश प्रभारी नियुक्त किए हैं। इनमें मप्र के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह को हटा दिया गया है। भंवर जितेंद्र कुल 13 महीने ही मप्र के प्रभारी रहे। उन्हें मप्र विधानसभा चुनाव के बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला को हटाकर प्रदेश प्रभारी बनाया गया था। वहीं सुरजेवाला को विस चुनाव के पहले जेपी अग्रवाल की जगह प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था। कांग्रेस मप्र में दो साल में चार प्रदेश प्रभारी बदल चुकी है। भंवर जितेंद्र विधानसभा चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं। अभी वे असम के भी प्रभारी हैं।
पन्ना जिले में भ्रष्टाचार चरम पर अधिकारी निरंकुश: सिंघार
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार पन्ना में मीडिया से चर्चा करते हुए बुंदेलखंड और पन्ना के स्थानीय मुद्दे पर सरकार को घेरा। सिंघार ने कहा कि पन्ना जिले में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां अफसर निरंकुश हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केन बेतवा लिंक परियोजना में विस्थापन में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने जेके सीमेंट हादसे को लेकर निशाना साधा और कहा कि ये बड़ी लापरवाही है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसमें बड़े-बड़े नेता और अधिकारी शामिल हैं। फैक्ट्री के बड़े अधिकारियों पर केस दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि क्या सरकार इतने बड़े हादसे को छुपाना चाहती है। सिंघार ने पन्ना स्थित जेके सूपर सीमेंट प्लांट में हादसे की जगह का दौरा भी किया। इस दौरान अधिकारियों को पीडि़त परिवारों की पूरी मदद और सुरक्षा मानक पुख्ता करने के निर्देश दिए।
अजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से मिली बढ़ी राहत, दायर चुनाव याचिकाएं खारिज
सर्वोच्च न्यायालय ने चुरहट विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित कांग्रेस विधायक अजय सिंह के पक्ष में फैसला देते हुए उनके खिलाफ दायर चुनाव याचिकाएं खारिज कर दी हैं। जस्टिस सूर्यकांत तथा जस्टिस एन. कोटेश्वर सिंह की खंडपीठ ने प्रकरण का गहन परीक्षण करने के बाद मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के निर्णय को यथावत रखा है। साथ ही कहा कि हाईकोर्ट द्वारा पारित आदेश में हस्तक्षेप करने का कोई मामला नहीं बनता है, इसलिए चुनाव याचिकाएं खारिज की जाती हैं। इसके साथ ही इस संबंध में यदि अन्य कोई आवेदन लम्बित हैं तो वे भी इस निर्णय के अनुरूप खारिज माने जायेंगे। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने पूर्व में अजय सिंह के खिलाफ दायर चुनाव याचिकाएं खारिज कर दी थीं। इसके बाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ रामगरीब तथा अन्य ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी।
मामला सिविल का तो क्रिमिनल केस कैसे किया: पटवारी
तीन दिन पहले 21 साल पुराने मामले में विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष कटारे पर की गई एफआईआर मामले में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी शुक्रवार को सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि द्वेष की राजनीति की जा रही है। 70 साल की माता, बहू पर एफआईआर की गई है क्योंकि हेमंत कटारे लगातार सरकार को सच का आइना दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है। बीजेपी ने मध्य प्रदेश का चेहरा कलंकित किया, भ्रष्टाचार के नई-नई विधा निकली गई। उन्होंने कहा कि हेमंत कटारे पर एफआईआर की गई क्या ऐसा प्रदेश में एक ही केस है। अन्य पर कार्रवाई क्यों नहीं। तकनीकी सवाल यह है कि कटारे का मामला सिविल का है, क्रिमिनल केस कैसे किया, सरकार डराना चाहती है। पटवारी ने कहा कि 20 हजार करोड़ की डकैती करने वाली सरकार ने सौरभ शर्मा मामले में लाल डायरी क्यों छिपाई।