जिला पंचायत अध्यक्ष की चारों सीटों पर भाजपा का कब्जा
प्रदेश की चार जिला पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने सभी पर जीत दर्ज की है। इस जीत के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा ऐसी रणनीति बनाई गई थी विपक्ष को सभी जगह हार का सामना करना पड़ा है। सीहोर और जबलपुर में प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। खंडवा से भाजपा प्रत्याशी ने लॉटरी से जीत दर्ज की। अशोकनगर में भी भाजपा एकतरफा जीती। वहीं, सिवनी में हुए जिला उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। सीहोर में रचना मेवाड़ा, जबलपुर में आशा मुकेश गोटिया, खंडवा में पिंकी वानखेड़े और अशोकनगर में राव अजय प्रताप सिंह यादव जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। सिवनी में कांग्रेस के राकेश सनोडिय़ा जिला उपाध्यक्ष चुने गए। खंडवा में भाजपा प्रत्याशी पिंकी वानखेड़े जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लॉटरी से जीत गई। यहां जिला पंचायत में 16 सदस्य हैं।
मेहरा फिर बने ईएनसी पीडब्ल्यूडी, बघेल को हटाया गया
भोपाल राज्य शासन ने सोमवार देर रात पीडब्ल्यूडी के प्रभारी प्रमुख अभियंता को बदल दिया है। अब तक प्रभारी प्रमुख अभियंता रहे शालिग्राम बघेल (अधीक्षण यंत्री) थे। उनकी -जगह राज्य शासन ने प्रमुख अभियंता आरके मेहरा को पदस्थ किया है। इस संबंध में उपसचिव लोक निर्माण विभाग हिमांशु चंद्र ने आदेश जारी कर दिए हैं। शालिग्राम बघेल को अधीक्षण यंत्री होने के बाद भी दो पद ऊपर प्रभारी प्रमुख अभियंता का चार्ज दिया गया था। वह अब आगामी आदेश तक कार्यालय प्रमुख अभियंता में बतौर प्रभारी मुख्य अभियंता भोपाल के पद पर काम करेंगे। मेहरा इससे पहले भी बतौर ईएनसी पीडब्ल्यूडी काम कर चुके हैं।
बहू को नौकरी दिलाना पड़ा पूर्व कुलपति-रजिस्ट्रार को भारी
जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के पूर्व कुलपति डॉ. पीके बिसेन और पूर्व रजिस्ट्रार अशोक कुमार इंगले के खिलाफ लोकायुक्त जबलपुर ने एफआईआर दर्ज की है। कुलपति पर अपनी बहू डॉ. धारणा बिसेन को बालाघाट जिले के वारासिवनी कृषि महाविद्यालय में नियम के विपरीत जाकर सहायक प्राध्यापक बनाने का आरोप लगा था। महाराष्ट्र के निजी धोतेबंधु महाविद्यालय में पूर्व कुलपति की बहू कार्यरत थीं। इस निजी महाविद्यालय से वारासिवनी कृषि कॉलेज में प्रतिनियुक्ति पर सहायक प्राध्यापक के पद पर बुलाया गया। नियम है कि प्रतिनियुक्ति पर यदि किसी को बुलाया जाता है, तब दोनों प्रदेशों के शासन की एनओसी की जरूरी है। लेकिन इस मामले में नियमों का पालन नहीं किया गया। युवा क्रांति संगठन के संयोजक अनुराग तिवारी और सचिव देवा झारिया ने इस मामले की शिकायत की थी।
जस्टिस पुरुषेंद्र कौरव यूएपीए ट्रिब्यूनल के पीठासीन अधिकारी
स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) को गैरकानूनी संगठन के रूप में प्रतिबंधित करने से जुड़े मामले पर फैसला लेने के लिए केंद्र सरकार ने अनलॉफुल एक्टिविटी (प्रिवेंशन) ट्रिब्यूनल का गठन किया है। दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की ओर से इस ट्रिब्यूनल के पीठासीन अधिकारी के लिए जस्टिस पुरुषेंद्र कौरव के नाम की सिफारिश की गई थी। इसके बाद सोमवार को केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने कौरव की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। गौरतलब है कि जस्टिस कौरव मूलत: मप्र के जबलपुर के हैं। वे मप्र हाईकोर्ट में राज्य सरकार के एडवोकेट जनरल भी रह चुके हैं।
आईएएस दंपत्ति पांच साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2010 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस दंपत्ति प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार में जा रहे हैं। दोनो अधिकारी सेंट्रल स्टाफिंग योजना के तहत पांच साल के लिए केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले आईएएस दंपत्ति हैं, गणेश शंकर मिश्रा और उनकी पत्नी षणमुख प्रिया मिश्रा। केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार आईएएस दंपत्ति लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में उप संचालक नियुक्त किए गए हैं। यह पद केन्द्र सरकार में डायरेक्टर स्तर का है। गणेश शंकर मिश्रा वर्तमान में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में प्रबंध संचालक हैं।