- नगीन बारकिया

मोदी कैबिनेट विस्तार की हलचल अब अंतिम दौर में
वैसे तो केंद्र में मोदी कैबिनेट के विस्तार और पुनर्गठन की चर्चा लंबे समय से चल रही है लेकिन इस बार की हलचल बता रही है कि अब इंतजार ज्यादा लंबा नहीं होगा। तैयारियां यह कह रही है कि विस्तार कल यानि बुधवार को भी किया जा सकता है। वैसे भी पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर वहां के सांसदों को उपकृत करने के लिए यही मौका है इसलिए 19 जुलाई से शुरू होने जा रहे मानसून सत्र में कई सांसद मंत्री पद पर बैठे दिखाई दे सकते हैं। अनुमान है कि विस्तार में लगभग डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। अतिरिक्त प्रभार और ज्यादा मंत्रालय संभाल रहे कई मंत्रियों का बोझ कम किया जा सकता है। बताया गया है कि पीएम मोदी आज यानी मंगलवार को अपने घर पर एक अहम बैठक करने वाले हैं। इस मीटिंग में बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण के साथ ही अन्य शीर्ष मंत्री शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार विस्तार में सहयोगी दलों को शामिल कर एनडीए को मजबूत करने की कवायद की जाएगी। जदयू को भी इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया जाएगा। इसके अलावा अन्नाद्रमुक और अपना दल को भी मौका मिल सकता है। क्षेत्रीय संतुलन को साधने के लिए दूरदराज के राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किए जाने की संभावना है। शुरुआत में मोदी सरकार में कुल 57 मंत्री थे। इनमें 24 कैबिनेट, नौ स्वतंत्र प्रभार और 24 राज्य मंत्री शामिल थे। शिवसेना एवं अकाली दल के अलग होने और रामविलास पासवान के निधन के बाद कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 21 रह गई है। एक राज्यमंत्री का भी निधन हुआ। इस प्रकार अभी कुल 53 मंत्री ही हैं, जबकि संविधान के अनुसार मंत्रियों की संख्या 79 तक हो सकती है। बीते एक साल से करोना के चलते मंत्रिमंडल विस्तार की स्थितियां नहीं बन पाई थीं, लेकिन अब टीम को बढ़ाने की तैयारी है। संभावितों के नाम जो चर्चा में हैं- असम के पूर्व मुख्यमंत्री सवार्नंद सोनोवाल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, वरुण गांधी, रामशंकर कठीरिया, रीता बहुगुणा जोशी, भूपेंद्र यादव, पूनम महाजन, प्रीतम मुंडे, तीरथसिंह रावत, बैजयंत पांडा, राकेश सिंह (मप्र), नारायण राणे, हिना गावित, संध्या राय, सुनीता दुग्गल, जदयू नेता आरसीपी सिंह, ललन सिंह व संतोष कुमार। रिपब्लिकन पार्टी के रामदास आठवले अकेले राज्य मंत्री हैं जो सहयोगी दल के हैं। इसमें अन्नाद्रमुक, अपना दल और लोजपा के नए धड़े को भी मंत्री पद मिल सकता है।
कैप्टन अमरिंदर की आज सोनिया से अहम मुलाकात
कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि अमरिंदर सिंह मंगलवार को दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास पहुंचकर मुलाकात करेंगे। इससे पहले पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू ने बीते बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ लंबी बैठक की थी। माना जा रहा है कि इन बैठकों में कांग्रेस आलाकमान की ओर से सिद्धू को पार्टी या संगठन में सम्मानजनक स्थान की पेशकश के साथ मनाने का प्रयास किया गया। हाल के दिनों में सिद्धू लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते। उन्होंने राज्य के कुछ नेताओं के साथ मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
पासवान की जयंती के बहाने लोजपा में वर्चस्व की लड़ाई
कल बिहार में दलित नेता रामविलास पासवान की जयंती के बहाने लोक जनशक्ति पार्टी में चिराग तथा पशुपति पारस गुट ने अपनी ताकत का भरपूर प्रदर्शन किया। पासवान के निधन के बाद यह उनकी पहली जन्म जयंती थी। लोजपा में टूट के बाद चुनाव चिह्न पर कब्जे की लड़ाई संसद और चुनाव आयोग के बाद सोमवार को जमीन पर उतर आई। चाचा-भतीजा ने अलग-अलग समारोह के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन किया। चिराग ने विरासत पर हक के लिए आशीर्वाद यात्रा निकाली तो चाचा ने भाई की जयंती मनाकर अपना हक जताया। सोमवार को हुए शक्ति प्रदर्शन में चाचा पर भतीजा भारी दिखे। चिराग भी समर्थकों के जोश से उत्साहित दिखे।