ऑफ द रिकॉर्ड/खुशखबरी: नए संक्रमितों से अधिक हुई ठीक होने वालों की संख्या

  • नगीन बारकिया
कोरोना

खुशखबरी: नए संक्रमितों से अधिक हुई ठीक होने वालों की संख्या
पिछले दो माह से चल रही कोरोना की दूसरी लहर के बाद कल पहली बार वह खुशखबर आई जिससे यह पता चला कि इस दौर में पहली बार नए केसों की तुलना में ठीक होने  वाले केसों में बढ़ोतरी हुई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 61 दिन के बाद देश में सक्रिय मामलों में पहली बार गिरावट देखी गई है। आंकड़ों के मुताबिक पिछले चौबीस घंटों के दौरान सक्रिय रोगियों की संख्या में 30016 की कमी दर्ज की गई है। महाराष्ट्र समेत देश के 15 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में सक्रिय कोरोना रोगी घटे हैं। बताया गया है कि सक्रिय कोरोना रोगियों की संख्या 37,15,221 है। एक दिन पहले यह संख्या 37,45,237 थी। यानी 30016 सक्रिय रोगी कम हुए हैं। नए संक्रमितों की संख्या में भी कमी का रुझान है। मंत्रालय के अनुसार संक्रमित होने वालों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी का रुझान 15 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में देखा गया है। इनमें सर्वाधिक संक्रमित राज्य महाराष्ट्र शीर्ष पर है जहां पिछले चौबीस घंटों में सक्रिय रोगियों की संख्या में रिकॉर्ड 24920 की कमी आई है।

युवाओं की वैक्सीन का कोटा तय, मई में 2 करोड़ खुराक
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष वैक्सीन वितरण का फॉमूर्ला शेयर किया गया है। इसके मुताबिक, राज्य सरकारों को 18-44 आयु वर्ग की आबादी के लिए मई में करीब 2 करोड़ खुराक दी जाएगी। साथ ही यह भी कहा है कि इस महीने वैक्सीन की 8.5 करोड़ खुराक उत्पादन होने की उम्मीद है। केंद्र ने कहा कि वह उन खुराकों के लिए भी कोटा तय कर चुका है कि जो राज्य सीधे निमार्ताओं से खरीदेंगे। केंद्र ने कहा कि 18-44 आयु वर्ग के लोगों की संख्या के आधार पर इन दो करोड़ खुराक को राज्यों को भेजा जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खुराक को समान रूप से वितरित किया जाए। आपको बता दें कि कुछ राज्यों ने शिकायत की है कि उनका आवंटन अपर्याप्त है। भारत में फिलहाल दो आधार पर टीकाकरण अभियान चल रहा है। एक 45 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को खुराक दी जा रही है। वहीं, 18-44 आयु वर्ग के लोगों को भी एक मई से टीके लगाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार 45 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों के लिए नि: शुल्क खुराक दे रही है।

2 से 18 साल के बच्चों के लिए ट्रायल की सिफारिश
एक ओर जहां अमेरिका में 12 से 15 साल के बच्चों को 13 मई से टीका लगने की शुरूआत होने जा रही है वहीं सूत्रों के अनुसार भारत में भी पहली बार 2 से 18 साल तक के बच्चों पर वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल की सिफारिश कर दी गई है। बताया गया है कि एक विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को 2-18 आयुवर्ग के लिए भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के लिए क्लीनिकल टेस्ट की सिफारिश की। यह परीक्षण दिल्ली एवं पटना के एम्स और नागपुर स्थित मेडिट्रिना चिकित्सा विज्ञान संस्थान समेत विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा। केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 विषय विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को भारत बायोटेक द्वारा किए गए उस आवेदन पर विचार-विमर्श किया जिसमें उसके कोवैक्सीन टीके की दो साल से 18 साल के बच्चों में सुरक्षा और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने समेत अन्य चीजों का आकलन करने के लिए परीक्षण के अगले चरण की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था। एक सूत्र ने कहा कि कंपनी के आवेदन पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद समिति ने प्रस्तावित दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की।

सोनोवाल का तय नहीं हो पाया ठिकाना
असम में मुख्यमंत्री पद का तो फैसला हो गया और हिमंत बिस्वा सरमा ने बाजी मारकर सर्बानंद सोनोवाल को दोबारा मुख्यमंत्री बनने की दौड़ से बाहर कर शपथ भी ले ली लेकिन अभी तक सोनोवाल का पुनर्वास नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि सोनोवाल को संगठन में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। असम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास के मंत्री बन जाने के बाद इस पद पर नई नियुक्ति की जानी है। ऐसे में सोनोवाल को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालाकि पूर्व में यह माना जा रहा था कि उन्हें केंद्र सरकार या केंद्रीय संगठन में भी शामिल किए जाने की संभावना है। यह भी कहा जा रहा था कि इस बदलाव के लिए पार्टी नेतृत्व ने सोनोवाल को मना लिया था, लेकिन उनको क्या जिम्मेदारी दी जाएगी यह बड़ा सवाल है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सोनोवाल हमारे वरिष्ठ नेता हैं और उनको राज्य में या केंद्र में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी।

Related Articles