- नगीन बारकिया
अगले हफ्ते आ सकती है होम कोविड टेस्टिंग किट
कोविड मामलों की टेस्टिंग के लिए अब लोगों को राहत मिल सकती है क्योंकि उन्हें एक होम कोविड टेस्टिंग किट मिलने जा रही है। आईसीएमआर द्वारा टेस्टेड यह किट अगले हफ्ते से भारत में पहली बार 250 रुपए के मामूली दाम पर बाजार में उपलब्ध होगी। पुणे स्थित मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक फर्म पिछले साल भी स्थानीय स्तर पर आरटी-पीसीआर टेस्ट शुरू करने वाली पहली कंपनी बनी थीं। कोविड-19 होम टेस्टिंग में रैपिड एंटीजन टेस्ट (रैट्स) का इस्तेमाल किया जाता है- एक लाने-ले-जाने योग्य उपकरण जो होम प्रेगनेंसी जांच की तरह 15 मिनट में नतीजे दे देता है। ये किट लक्षण या बगैर-लक्षण वाले लोगों की नाक के स्वॉब में सार्स-सीओवी-2 से प्रोटीन एंटिजन का पता लगा लेती है और ये देशभर के खुदरा दवा विक्रेताओं के यहां उपलब्ध होगी। इसे कोविसेल्फ नाम दिया गया है। कंपनी की मौजूदा उत्पादन क्षमता 70 लाख टेस्ट प्रति सप्ताह की है और अपेक्षा की जा रही है कि अगले दो हफ्ते में ये क्षमता बढ़कर 1 करोड़ टेस्ट प्रति सप्ताह तक हो सकती है। खास बात यह है कि कोविसेल्फ के लिए नमूनों को किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल द्वारा लिए जाने की जरूरत नहीं रहेगी।
अभी भी बढ़ रही है ऑक्सीजन की मांग
कोरोना वायरस से निश्चित ही कुछ राहत मिली है लेकिन भारत के दक्षिण और पूर्वी राज्यों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। वहां इस समय ऑक्सीजन की मांग बढ़ने लगी है। इस मामले से वहां तैनात अफसरों का कहना है कि केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और असम को मेडिकल ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ गया है। इनमें से कुछ राज्यों में कोविड -19 मामलों में वृद्धि हुई है। इन राज्यों से इस बात की पुष्टि भी हुई है कि वहां ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है क्योंकि वहां भी मामले बढ़े हैं। राज्यों में ऑक्सीजन की मांग पिछले साल मार्च में 850 मीट्रिक टन से बढ़कर सितंबर 2020 में लगभग 3,000 मीट्रिक टन हो गई। अब प्रतिदिन लगभग 9,000 मीट्रिक टन की बिक्री हो रही है। ये अनुमानित आंकड़े हैं। लेकिन अब कोई कमी नहीं है और मांग पूरी की जा रही है। बताया गया है कि पर्याप्त चिकित्सा ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए केरल में बफर स्टॉक पिछले दो दिनों में बढ़ा दिया गया है जबकि तमिलनाडु को प्रतिदिन 650-700 मीट्रिक टन की आपूर्ति की जा रही है। केरल में, पिछले महीने आवंटन 99 मीट्रिक टन था, और दैनिक आपूर्ति अब लगभग 400 मीट्रिक टन है। ओडिशा और असम में अब क्रमश: लगभग 150-160 मीट्रिक टन और 90-100 मीट्रिक टन की खपत कर रहे हैं।
लालू की बेटी ने सुशील मोदी को कहा- राजस्थानी मेंढक
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी को अपने ट्विटर पर राजस्थानी मेंढक लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने बवाल मचा दिया। हुआ यह कि लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया तथा ट्वीट कर इसकी जानकारी लोगों को दे दी। इस खबर से बिहार सरकार में खलबली मच गई। सुशील मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और पूछा ‘तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डॉक्टर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं।’ इस ट्वीट से लालू यादव की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य मोदी पर भड़क गईं और उन्होंने ट्वीट की झड़ी ही लगा दी और कहा, ‘आज के बाद से मेरा या मेरी बहनो का नाम लिया न…तो मुंह ठुर देंगे आ कर ! भाग यहाँ से राजस्थानी मेंढक।’