ऑफ द रिकॉर्ड/नेतृत्व में असमंजस के चलते कांग्रेस में अंतर्कलह का जोर

  • नगीन बारकिया
कांग्रेस

नेतृत्व में असमंजस के चलते कांग्रेस में अंतर्कलह का जोर
ऐसा लगता है कि कांग्रेस अपने शासित प्रदेशों में मचे घमासान को रोक पाने में अपने आपको असमर्थ महसूस कर रही है। उसके नेताओं की बढ़ती महत्वाकांक्षा पार्टी में उपजे असंतोष और अंतर्कलह का कारण बनता जा रहा है। पंजाब और राजस्थान की लपटों ने अब छत्तीसगढ़ को भी अपने लपेटे में ले लिया है। इन राज्यों के नेताओं को लग रहा है कि भविष्य में पार्टी सत्ता में लौटी या न लौटी इसलिए वर्तमान में ही खींचतान कर जो मिल सके वह हथिया लें। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर तथा नवजोत सिद्धू और राजस्थान मे अशोक गेहलोत तथा सचिन पायलट का मुद्दा गर्मा ही रहा है कि छत्तीसगढ़ की तैयारी शुरू हो गई है जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच कई मुद्दों पर टकराव है। वैसे महाराष्ट्र और झारखंड में भी कांग्रेस सरकार में हिस्सेदार है लेकिन वहां भी गठबंधनों में अस्थिरता साफ दिखाई देती है। बंगाल में तो हाल ही में सफाया हो चुका है और आगामी समय में उप्र जैसे महत्वपूर्ण राज्य में होने वाले चुनावों में उसके लिए कोई संभावना भी नहीं दिखाई देती है, फिर भी इन राज्यों में संगठन में पदों को लेकर नेता एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इन सबको देखते हुए लगता है कि जब तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का असमंजस खत्म नहीं होगा तब तक यह मसला न केवल बना रहेगा, बल्कि बढ़ता भी रहेगा।

छोटी नदियां, नहरें अब नहीं रोक सकेंगे भारतीय सेना का रास्ता
पाकिस्तान के साथ पश्चिमी सीमाओं पर आॅपरेशन के लिए सेना को स्वदेशी पुल मिलने से बड़ी राहत मिलने वाली है। भारतीय सेना को आज यानी शुक्रवार को स्वदेशी रूप से विकसित पुल यानी 12 शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम प्राप्त होगा। यह शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम छोटी नदियों और नहरों जैसी भौगोलिक बाधाओं से सेना की मदद करेगा। 10-10 मीटर के ये 12 ब्रिजिंग सिस्टम यानी छोटा पुल पाकिस्तान के साथ सटी पश्चिमी सीमाओं पर संचालन के लिए होगा। सेना के अधिकारियों ने कहा कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे द्वारा दिल्ली कैंट में कोर आॅफ इंजीनियर्स को यह उपकरण सौंपे जाएंगे। इसकी कीमत 492 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रणाली को डीआरडीओ के साथ भारतीय सेना के इंजीनियरों द्वारा डिजाइन किया गया है और देश के भीतर लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड द्वारा निर्मित किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले एक साल में उद्योगों पर लगाए गए कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद भारतीय सेना को ब्रिजिंग सिस्टम की आपूर्ति समय पर हो रही है।

आखिर इमरान खान ने पाक का सच उगल ही दिया
पाकिस्तान आर्थिक रूप से कितना दिवालिया और बदहाल हो गया है यह कड़वा सच खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की जुबानी बाहर आ गया है। वे स्वीकार करते हैं कि उनका मुल्क कंगाल हो गया हे। इमरान खान मानते है कि भविष्य में पाकिस्तान में लोगों का पेट भरने के लिए जो चुनौती आने वाली उसका सामना करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि पाकिस्तान में 40 फीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। रोजाना अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद में किसानों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले साल 40 लाख टन गेहूं का आयात किया, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार पर बुरा असर पड़ा, जिसका पहले से ही अभाव है। इमरान खान ने कहा, ”पाकिस्तान के पास नई चुनौती है और सबसे बड़ी चुनौती है खाद्य सुरक्षा।” उन्होंने यह भी कहा कि तेजी से बढ़ती आबादी की जरूरत को पूरा करने के लिए तैयारी करने की आवश्यकता है। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने कहा कि पौष्टिक आहार नहीं मिलने की वजह से 40 फीसदी बच्चों का कद नहीं बढ़ पाता है और ना ही उनका दिमाग विकसित हो पाता है। उन्होंने कहा, ”खाद्य सुरक्षा असल में राष्ट्र सुरक्षा है।” इमरान ने कहा कि शुद्ध दूध की अनुपलब्धता भी बच्चों के विकास में एक अहम मुद्दा है।

लाइसेंस के लिए अब जरूरी नहीं होगा ड्राइविंग टेस्ट देना
अब ड्राइविंग लाइसेंस को प्राप्त करने की प्रक्रिया को और भी आसान बना दिया गया है। सरकार ने इसके नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है। ड्राइविंग लाइसेंस आवेदकों को अब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों यानि आरटीओ के माध्यम से ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की कठिन प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने को लेकर केंद्रीय सड़क मंत्रालय का संशोधित नियम 1 जुलाई से लागू हो गया है। प्राप्त जानकारी में बताया गया है कि परिवहन मंत्रालय ने ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्रों (ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स) को मान्यता देने के लिए नए नियमों को अधिसूचित किया है। जहां उम्मीदवारों को उच्च गुणवत्ता वाले ड्राइविंग पाठ्यक्रम प्रदान किए जाएंगे, और एक बार परीक्षण पास हो जाने के बाद, उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के समय ड्राइविंग परीक्षण से छूट दी जाएगी

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