- नगीन बारकिया

भारत में दूसरी लहर उतार पर, सावधानी जरूरी
कोरोना वायरस के संदर्भ में लगातार आ रही गिरावट बड़ी राहत की बात है और विशेषज्ञों के अनुसार दूसरी लहर फिलहाल उतार पर दिखाई देती है। इनके द्वारा तैयार आईआईटी का मॉडल यही प्रदर्शित कर रहा है कि दूसरी लहर की पीक निकल चुकी है। पिछले एक सप्ताह में संक्रमण नहीं बढ़ा है। संख्या कम ज्यादा हो रही है जो दशार्ता है कि संक्रमण की दर स्थिर हो चुकी है। इसलिए अगले कुछ दिनों के आंकड़ों से स्थिति पूरी तरह से साफ हो पाएगी। मंत्रालय के अनुसार, 7 मई को देश में कोरोना के सर्वाधिक 4,14,188 नए संक्रमण दर्ज किए गए थे। उसके बाद यह आंकड़ा लगातार कम बना हुआ है। लेकिन इन आंकड़ों के साथ और भी सकारात्मक संकेत हैं। जैसे देश की करीब 60-65 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले 18 राज्यों में भी संक्रमण की दर पिछले एक सप्ताह से स्थिर है या घट रही है। सिर्फ नौ राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जहां इसमें अभी भी वृद्धि का रुझान है।
मास्क से मुक्ति का अमेरिकी फैसला कितना सही…।
कोरोना से लड़ने का जो सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है वह मास्क अब अमेरिका ने उतार फेंका है। राष्ट्रपति जो बाइडेन पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए बिना मास्क के बाहर आए, और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने बिना मास्क पहने ही उनका स्वागत किया। ये कॉन्फ्रेंस व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में आयोजित हुई, जहां पूरा स्टाफ बिना मास्क के नजर आया। इस परिवर्तन का कारण बाइडेन ने बताया कि अमेरिका अब इस स्थिति में आ गया है, जब वहां वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। बताया जाता है कि जो बाइडेन ने ये निर्णय अमेरिका में स्वास्थ्य मामलों की सबसे बड़ी संस्था सीडीसी की नई गाइडलाइन्स के बाद लिया, जिसके अनुसार वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोग अधिकांश जगहों पर बिना मास्क के जा सकते हैं। अमेरिका की कुल आबादी लगभग 33 करोड़ है, जिनमें से 11 करोड़ 70 लाख लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। यानी ये 11 करोड़ 70 लाख लोग बिना मास्क के अब अमेरिका में रह सकते हैं। इसके विपरीत भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि वैक्सीन के बाद भी मास्क पहनना जरूरी है और यह निर्धारित प्रोटोकाल का हिस्सा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, वायरस से बचाव के लिए यही फैसला सही है।
भारत में मिलेगी 8 वैक्सीन, 2 अरब खुराक का होगा स्टाक
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत को जल्द ही 5 अन्य वैक्सीन की मदद मिलने वाली है। भारत सरकार ने कुल 8 वैक्सीन की संभावित सूची पेश की है। भले ही अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मदद से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जल्द ही अन्य वैक्सीन लोगों को लगनी शुरू हो जाएंगी। रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी अगले सप्ताह भारत के बाजारों में उपलब्ध हो जाएगी। सरकार आने वाले समय में इन तीन वैक्सीन के अलावा जिन 5 वैक्सीन के तैयार होने की उम्मीद कर रही है, उनमें से चार वैक्सीन मेड इन इंडिया है। यही कारण है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस साल दिसंबर तक भारत में करीब 2 अरब से अधिक वैक्सीन की खुराकें उपलब्ध होने की बात कही है।
अमेरिका में बढ़ा एक भारतीय महिला का रुतबा
अमेरिका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद भारतीय अमेरिकनों का रुतबा काफी तेजी से बढ़ रहा है। बाइडेन की कैबिनेट के लिए एकमात्र पसंद रहीं भारतीय-अमेरिकी नीरा टंडन अब व्हाइट हाउस में बाइडेन के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में काम करेंगी। इससे पहले टंडन ने द्विदलीय आलोचना के चलते आॅफिस आॅफ मैनेजमेंट एंड बजट का नेतृत्व करने के लिए अपना नामांकन वापस ले लिया था। सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (सीएपी) के संस्थापक जॉन पोडेस्टा ने एक बयान में कहा है कि राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नीरा की बुद्धि, दृढ़ता और राजनीतिक समझ बाइडेन प्रशासन के लिए बहुत कीमती साबित होगी। टंडन सीएपी की प्रेसिडेंट और सीईओ के रूप में अपनी सेवाएं देती हैं। वहीं पहले वह सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस एक्शन फंड के सीईओ का पद भी संभाल चुकी हैं।