- प्रणव बजाज
नड्डा को बताएंगे सांसद वीरेंद्र खटीक अपनी नाराजगी
प्रदेश भाजपा की हाल ही में घोषित हुई कार्यकारिणी के बाद अब नेताओं की नाराजगी के स्वर फूटना शुरू हो गए हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं टीकमगढ़ से लोकसभा के सांसद वीरेंद्र खटीक प्रदेश कार्यकारिणी में सम्मानजनक स्थान नहीं मिलने से खफा हो गए हैं। नाराज खटीक का कहना है कि भाजपा प्रदेश इकाई ने मेरा नाम विशेष आमंत्रित सदस्य की सूची में रखा है जबकि इससे पहले वह स्थाई आमंत्रित सदस्य रहे हैं। उनके समर्थक इसे अपमान बन रहे हैं। उधर सांसद खटीक बुधवार को ही दिल्ली रवाना हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक वे अपनी नाराजगी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के समक्ष जाहिर करेंगे। बहरहाल खटीक के समर्थक इस पूरे घटनाक्रम का उल्लेख करते जानबूझकर उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं।
निवाड़ी के एसपी आलोक कुमार सिंह की अनूठी पहल चर्चा में
प्रदेश के निवाड़ी जिले के पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार सिंह द्वारा वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए किया गया नवाचार चर्चाओं में है। दरअसल निवाड़ी जिले का 80 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण है। यहां वैक्सीनेशन का काम धीमी गति से चल रहा है। गांव में तरह-तरह की चर्चाओं के चलते वैक्सीन लगवाने को लेकर अधिकांश लोग जागरुक नहीं है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने जिले में वैक्सीन लगवाने में तेजी लाने के लिए खुद से लेकर बीट प्रभारी तक को एक-एक गांव की जिम्मेदारी दी है। ताकि गांवों में वैक्सीन लगवाने के प्रति लोगों में जागरूकता आए। एसपी आलोक कुमार सिंह ने जिले के मुरारा गांव को गोद दिया है। इस गांव में वे खुद जाएंगे। यहां पर सभी प्रमुख लोगों से बात करेंगे और लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। इसी तरह डीएसपी निरीक्षक उप निरीक्षक सहायक पुलिस उप निरीक्षक प्रधान आरक्षक और आरक्षक को यह जिम्मेदारी दी गई है। वे गांव में जाकर वहां के लोगों से बात कर उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। जैसे ही सौ-पचास लोग वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार होंगे वैसे ही पुलिस अफसर मोबाइल बैन बुलाकर वैक्सीन लगवाने का प्रयास करेंगे।
विवाद उठने के बाद पीएचक्यू का आदेश हुआ निरस्त
बीते दिनों पुलिस मुख्यालय की योजना शाखा से निकला एक आदेश विवाद का विषय बन गया। दरअसल पीएचक्यू की योजना शाखा ने बालाघाट एवं मंडला जिले में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिलाओं के लिए कंपनी बनाने के संबंध में जानकारी देने का आदेश निकाला था। हालांकि जब इस आदेश पर विवाद शुरू हुआ तो इसे निरस्त कर दिया गया। योजना शाखा के सहायक पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने सात जून को यह आदेश निकाला था। जिसमें बालाघाट एवं मंडला के पुलिस अधीक्षक और 35 वीं व 36 वीं वाहिनी के सेनानी के नाम आदेश जारी किया था। मनोज कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्र के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं के कल्याण के लिए जानकारी एकत्र की जा रही थी। जबकि टाइपिंग में गलती से अलग कंपनी का आदेश जारी हो गया था।
मासूम बच्ची के रेपिस्ट को गिरफ्तार करवाया विक्रांत भूरिया ने
प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने 8 साल की मासूम बच्ची के साथ रेप फिर हत्या के मामले में तेंदूखेड़ा पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। उन्होंने मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की, साथ ही चेतावनी दी कि यदि पुलिस पीड़िता के परिवार की मदद नहीं करेगा तो कांग्रेस के विधायक यहां आकर धरना प्रदर्शन करेंगे। हालांकि भूरिया की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और 24 घंटे के अंदर ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ज्ञात रहे बीते सप्ताह यहां आठ साल की मासूम से रेप किया गया था, बाद में उसकी हत्या कर दी गई। वहीं घटना के खिलाफ पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही थी। विक्रांत ने दरिंदगी की इस घटना पर कार्रवाई नहीं किए जाने पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। डॉ भूरिया ने सीएम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो मामा प्रदेश में अपनी भांजियों को नहीं बचा पा रहा है, वह प्रदेश को क्या बचा पाएगा।