- प्रणव बजाज
चौबेजी के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ध्वज यात्रा लेकर राजधानी आ रहे शिक्षकों को जब पुलिस ने सूखी सेवनिया में रोका तो उन्होंने वहीं पर डेरा डाल दिया। ऐसे में शिक्षकों को होने वाली परेशानी को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सलाहकार शिव चौबे ने मोर्चा संभाला और शिक्षकों को मनाने की कोशिश की। उन्होंने 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मिलने बुलाया। चौबे ने शिक्षकों को बताया कि उनकी विभिन्न मांगों का परीक्षण किया जा रहा है। एक महीने में कोई न कोई हल निकल जाएगा। प्रतिनिधिमंडल के लौटने पर शिक्षकों ने सूखी सबनिया में बैठक की और 20 मई तक आंदोलन स्थगित रखने का निर्णय लिया। आजाद अध्यापक-शिक्षक संघ के अध्यक्ष भरत पटेल ने बताया कि चौबे से वार्ता सफल रही है। उनके कहने पर यात्रा स्थगित कर रहे हैं पर 20 मई तक इंतजार करेंगे। यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो यात्रा जहां रोकी है, वहीं से आगे बढ़ेगी। उल्लेखनीय है कि शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली, अनुकंपा नियुक्ति, क्रमोन्नति सहित अन्य मांगों को लेकर एक मई को विदिशा से ध्वज यात्रा शुरू की थी।
लाड़लियों के पिता का होगा सम्मान
लड़कियां भार नहीं अभिमान हैं कि तर्ज पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़लियों के पिता का सम्मान करने की पहल की है। इसके अनुसार जिन लोगों ने दो लड़कियों के बाद आॅपरेशन करा लिया हो, ऐसे लोगों का सम्मान किया जाएगा। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं। गतदिनों वीडियो कांफ्रेंस के जरिये सीएम आठ मई को प्रस्तावित लाड़ली लक्ष्मी उत्सव की तैयारियों की जानकारी ले रहे थे। उन्होंने कहा कि इस दिन हर गांव में जश्न हो। सभी लाड़ली लक्ष्मी की शोभायात्रा निकाली जाए। उन पर फूल बरसाए जाएं। भजन मंडली लाड़ली लक्ष्मी पर गीत तैयार करें, जो उत्सव के दौरान गाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ये सामाजिक चेतना का कार्यक्रम है। इसमें सामाजिक संगठनों को जोड़ें। व्यापक प्रचार करें और हर गांव में पूरे उत्साह से उत्सव मनाएं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा है कि ग्राम पंचायत भवन, आगनबाड़ी केंद्रों में टीवी एवं जिला मुख्यालय पर एनआईसी कक्ष, सभागार, शहरी क्षेत्रों में प्रमुख स्थानों, सामुदायिक भवनों में बड़ी स्क्रीन लगाकर लाड़ली लक्ष्मी और उनके अभिभावकों को कार्यक्रम से जोड़ा जाए।
अनुपयोगी संपत्तियां बेच मालामाल हो रही सरकार
प्रदेश में सरकारी विभागों की अनुपयोगी व खाली पड़ी संपत्ति को बेचकर राज्य सरकार खजाना भर रही है। गौरतलब है कि सरकार ने अनुपयोगी व खाली पड़ी संपत्तियों के प्रबंधन व अनुपयोगी संपत्ति को बेचने के लिए लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग का गठन किया था। इससे सरकार एक पंथ दो काज कर रही है। जहां सरकारी जमीनों को अवैध कब्जे और भूमाफिया से बचाया जा रहा है वहीं उन्हें बेचकर सरकारी खजाना भरा जा रहा है। अब तक प्रशासन को 100 करोड़ रुपए की आय हो चुकी है। अब सात अरब रुपए मूल्य की जमीन नीलाम करने की तैयारी कर ली गई है। इनकी लिस्ट पैम पोर्टल पर अपलोड कर दी गई है। इसमें एमपी नगर, टीटी नगर, बिट्टन मार्केट, कोटरा सुलतानाबाद समेत अन्य क्षेत्रों की भूमि शामिल है। प्रशासन ने बीते वित्तीय वर्ष में उपयोग में नहीं आ रही सरकारी जमीनों को बेचने की प्रक्रिया शुरू की थी। इनमें कटारा में जमीन के बड़े हिस्से शामिल थे। वहां पर अतिक्रमण था। इस वजह से नहीं बिक पाई थी। अब नई लिस्ट में इनको फिर से रखा गया है।
कांग्रेस के निशाने पर सरकार
प्रदेश में सरकार अपराधियों को सबक सिखाने के लिए उनके अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला रही है। लेकिन सिवनी में दो आदिवासियों की हत्या करने वाल आरोपियों के खिलाफ अभी तक बुलडोजर शांत है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने आरोप लगाया है कि ईद के दिन बुरहानपुर में हनुमान और बाबा रामदेव मंदिर में हुई घटना से बनी स्थिति को पुलिस ने संभाल तो लिया लेकिन जो आरोपी सामने आया है उसके घर में बुलडोजर क्यों नहीं चलाया जा रहा? लेकिन सिवनी के आरोपियों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। यादव ने आरोप लगाया है कि खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी सहित मालवा-निमाड़ के अन्य जिलों में मौजूद कांग्रेस के वोट बैंक पर भाजपा नजर लगाए है। इसके लिए सांप्रदायिक है घटनाओं का सहारा लिया जा रहा है। वहीं प्रदेश मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने सिवनी घटना मामले में शामिल आरोपियों के नाम उजागर किए। उन्होंने कहा कि सरकार इनके घरों में बुलडोजर क्यों नहीं चलवा रही। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने सिवनी घटना मामले में किए गए दौरे के बाद की जानकारी दी।