- रवि खरे

चैंपियंस ट्रॉफी: फाइनल से पहले मोहम्मद शमी की आईसीसी से बड़ी मांग
स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस समय चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा ले रहे हैं और भारतीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश किया और भारत के लिए सबसे ज्यादा तीन विकेट अपने नाम किए थे। जिस तरह की लय में वह चल रहे हैं उससे तय है कि वह फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया का तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। लेकिन इसी बीच शमी ने आईसीसी से खास अपील की है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने कोविड-19 महामारी के बाद साल 2022 में क्रिकेट मैचों में लार पर प्रतिबंध लगा दिया था। क्रिकेट मैचों में तेज गेंदबाज लार का इस्तेमाल गेंद के खुरदरे हिस्से को चमकाने के लिए करते हैं। ताकी उन्हें रिवर्स स्विंग हासिल हो सके और उन्हें विकेट ले सकें। शमी अपनी सटीक लाइन और लेंथ के लिए फेमस हैं और रिवर्स स्विंग में माहिर हैं। अब गेंद लार की जगह कई बार पसीने का इस्तेमाल गेंद चमकाने के लिए करते हैं। शमी ने कहा कि हम रिवर्स स्विंग करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन लार का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। हम लगातार लार के इस्तेमाल की मंजूरी देने की अपील कर रहे हैं और रिवर्स स्विंग के साथ यह दिलचस्प होगा। शायद शमी अभी लार के बैन से खुश नहीं हैं। शमी ने कहा कि मैं अपनी लय फिर हासिल करके टीम के लिए ज्यादा योगदान देने की कोशिश कर रहा हूं।
जेलेंस्की को भारी पड़ी डोनाल्ड ट्रंप से लड़ाई अमेरिका ने खुफिया जानकारी देना रोका
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बहस करने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की मुसीबतें बुरी तरह से बढ़ गई हैं। ट्रंप ने यूक्रेन को अब एक और बड़ा झटका दिया है। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका ने यूक्रेन के साथ अपनी खुफिया जानकारी साझा करना रोक दिया है। बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता पर भी रोक लगा दी थी। अमेरिका के इस कदम के बाद रूस से जारी जंग में यूक्रेन की हालत और खराब हो सकती है। एपी के मुताबिक, अमेरिका की ओर से खुफिया जानकारी साझा करने पर रोक के बाद यूक्रेन को रूसी सैनिकों को निशाना बनाने में मदद करने वाली महत्वपूर्ण जानकारी का प्रवाह बंद हो गया है। रूस के इरादों और सैन्य अभियानों के बारे में जानकारी यूक्रेन की रक्षा के लिए अब तक काफी अहम रही है। हालांकि, ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने कहा है कि दोनों देशों के बीच सकारात्मक वार्ता का मतलब है कि यह केवल एक छोटा सा निलंबन हो सकता है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने यूक्रेन को खुफिया जानकारी साझा करने पर रोक को लेकर बात की है। उन्होंने कहा- हमने एक कदम पीछे ले लिया है और इस रिश्ते के सभी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।
शुरुआती कारोबार में ही बाजार ने खो दी बड़ी बढ़त, इन शेयरों में दिख रही गिरावट
भारतीय शेयर बाजार आज अच्छी-खासी बढ़त के साथ खुला। हालांकि, शुरुआती कारोबार में बाजार ने अपनी बढ़त खो दी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 578 अंक की बढ़त के साथ 74,308 पर खुला। हालांकि, शुरुआती कारोबार में ही इसने अपनी काफी बढ़ते खो दी और यह 80 अंक की बढ़त के साथ 73,824.62 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 15 शेयर हरे निशान पर और 15 शेयर लाल निशान पर थे। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी आज 0.11 फीसदी या 24 अंक की बढ़त के साथ 22,361 पर ट्रेड करता दिखा। निफ्टी के 50 शेयरों में से 23 शेयर हरे निशान पर और 27 शेयर लाल निशान पर दिखाई दिए। निफ्टी पैक के शेयरों में गुरुवार को सबसे अधिक तेजी बीपीसीएल में 2.74 फीसदी, रिलायंस में 1.89 फीसदी दिखी।
अमेरिकी टैरिफ संकट को अवसर में बदल देगी सरकार’, चंद्रबाबू ने मोदी पर जताया भरोसा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत विभिन्न देशों के उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया है। ट्रंप ने कहा है कि बढ़े हुए टैरिफ आगामी 2 अप्रैल से लागू हो जाएंगे। हालांकि, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि भारत सरकार अमेरिका की ओर से शुल्क लगाए जाने से पैदा हुई चुनौतियों को रणनीतिक लाभ में बदल देगी। नायडू ने देश के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अमेरिका द्वारा प्रमुख व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क लगाने के फैसले को लेकर बयान दिया है। नायडू ने कहा- कुछ समस्याएं तो हमेशा रहेंगी ही। अब मुद्दा यह है कि हम सभी समस्याओं का अपने फायदे के लिए कैसे उपयोग करें। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री बहुत सक्षम हैं। वह संकट का लाभ उठाकर उसे अवसर में बदल देंगे। अमेरिकी संसद में ट्रंप ने कहा था- भारत हमसे 100 प्रतिशत से अधिक ऑटो शुल्क वसूलता है। यह सिस्टम अमेरिका के लिए उचित नहीं है, यह कभी उचित नहीं था।