– प्रणव बजाज /बिच्छू डॉट कॉम।
समर्थकों के बेरोजगार होने से परेशान हैं दिग्विजय
सूबे के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है। उनका कहना है कि वे इन दिनों कांग्रेस की सरकार जाने के बाद से अपने समर्थकों के बेरोजगार होने से वे परेशान चल रहे हैं। वे अब चर्चा में बने रहने के लिए चिट्ठी लिखना, अनर्गल और झूठे आरोप लगाना उनका स्वभाव बन गया है। उनका कहना है कि दिग्विजय को यह सब बातें उस समय दिखाई नहीं दे रही थीं, जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब उनकी पार्टी के पलटवार मंत्री-विधायक रेत और शराब माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे थे। यह पलटवार दिग्विजय द्वारा एक दिन पहले उन पर लगाए गए 144 करोड़ के रेत खनन के घोटाले में शामिल होने के आरोप के बाद किया गया है। मंत्री ने कहा कि पन्ना यात्रा के दौरान भी उनके साथ वही लोग थे, जो खुद माफिया हैं। जिनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिन्होंने एसडीएम और ठेकेदार से बदतमीजी की है, जिनके खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है।
बालाघाट का दौर समाप्ती पर
राजधानी की पुलिस में बीते करीब तीन सालों से बालाघाट में पदस्थ रहे निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों का जलवा बना हुआ था। जिस थाने में देखो वहां पदस्थ रहे यह अफसर ही थानों की कमान सम्हालते मिल जाते थे। इक्का- दुक्का को छोड़ दें तो मजाल है कि किसी अन्य जगह पदस्थ रहे निरीक्षकों या फिर उप निरीक्षकों को थाने की कमान मिल पाए। कहते हैं समय बहुत बलवान होता है अब यही थाना प्रभारी भोपाल के करीबी जिलों में पदस्थ होने की जुगाड़ करने में लग गए हैं। इसकी अपनी वजह भी है। कई बार तो यह अफसर सत्तारुढ़ दल के नेताओं तक पर भारी पड़ जाते थे, लेकिन अब हालात पूरी तरह से बदल चुके हैं। उनकी कार्यशैली की पूरी जानकारी नए अफसर के पास पहुंच चुकी है, सो उन्हें साफ कर दिया गया है कि वे या तो सुधर जाएं या फिर अपना तबादला करा लें, नहीं तो सीधे परिणाम भुगतने को तैयार रहें। इसकी वजह से अब पुलिस महकमे में यह चर्चा जोरों पर हो रही है कि अब बालाघाट का दौर राजधानी में अस्तांचल की ओर है।
तो फिर क्यों देना पड़ रहा है हिन्दु होने का प्रमाण
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह को आड़े हाथ लिया है। शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह हिंदू विरोधी नहीं हैं तो उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करके प्रमाणिकता देने की जरूरत क्यों पड़ रही है। उन्होंने कहा कि जैसे रावण को लगता था कि भगवान राम के हाथों में मृत्यु पाकर मोक्ष मिलेगा, दिग्विजय सिंह भी उस रास्ते पर हैं। उन्हें पता है कि हिन्दुत्व में ही जीवन है, इसलिए वे इस प्रकार की प्रमाणिकता दे रहे हैं। शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में दिग्विजय द्वारा आरएसएस को दीमक बताये जाने के सवाल पर कहा कि खुद दिग्विजय कांग्रेस के लिए दीमक बन गए हैं, जब तक वे पूरा घुन नहीं लगा देंगे जब तक वो मानेंगे नहीं।
नाथ ने की किसानों को तत्काल राहत देने की मांग
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से किसानों को फसल के नुकसान के एवज में सरकार तत्काल मदद दे, जिससे की किसानों को राहत मिल सके। उनका कहना है कि हालत यह है कि न तो खेतों में मंत्री पहुंचे हैं और न ही मुख्यमंत्री। उनका कहना है कि हालत यह हैं कि फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। चारों तरफ बर्बादी का मंजर है, किसान राहत व मुआवजे की मांग कर रहे हैं। कई हिस्सों में अभी तक सर्वे शुरू नहीं हुए हैं, कई जगह सर्वे में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों को तात्कालिक सहायता देने की जगह फसल बीमा का आश्वासन दे रही है। विपक्ष में रहकर खेतों में जाने की सलाह देने वाले मुख्यमंत्री और उनके मंत्री किसानों की सुध तक नहीं ले रहे हैं। उनका कहना है कि पिछली खराब फसलों का मुआवजा व बीमा की राशि अभी तक किसानों को नहीं मिली है, तो इस बार का मुआवजा कब मिलेगा कोई नहीं जानता है।