रामनिवास व निर्मला सप्रे की सदस्यता समाप्त करने कांग्रेस देगी आवेदन
मध्य प्रदेश विधानसभा के दो विधायकों को कांग्रेस अब अपना मानने के लिए तैयार नहीं है। विजयपुर से छह बार के विधायक रामनिवास रावत और बीना सीट से विधायक निर्मला सप्रे को पार्टी एक जुलाई से प्रारंभ हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में अपने साथ नहीं बैठाएगी। इनकी सदस्यता समाप्त करवाने के लिए सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को आवेदन भी दिया जाएगा। दोनों ने लोकसभा चुनाव के समय भाजपा का मंच साझा करने के साथ पार्टी प्रत्याशियों के विरोध में काम किया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की बैठक के बाद दोनों विधायकों की सदस्यता समाप्त करवाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को आवेदन देने का निर्णय लिया गया।
कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री करेंगे अपने-अपने विभागों की समीक्षा
डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की बैठक 25 जून को होगी। बैठक के बाद मंत्री अपने-अपने विभागों की समीक्षा करेंगे। वे अपने विभाग की वित्तीय स्थिति की अधिकारियों से जानकारी लेंगे और आवश्यक बजट की मांग को लेकर प्रस्ताव बनाने के निर्देश देंगे। इसमें केंद्र सरकार से बजट की मांग के लेकर भी चर्चा होगी। वहीं, सरकार पर वित्तीय भार बढ़ाने वाली अनुपयोगी योजनाओं बंद या पूर्व की तरह संचालित करने को लेकर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। बाद में मंत्री इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता वाली योजनाओं का लाभ किसानों, महिलाओं, गरीबों और युवाओं को पात्रतानुसार मिल सके, इसके लिए कार्ययोजना बनाकर जमीनी स्तर पर इसका सफल क्रियान्वयन हो। कोई भी हितग्राही जनहितैषी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहें। प्रधानमंत्री की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देकर कार्य करें।
जीतू ने मुख्यमंत्री पर कसा तंज बोले- आप जख्मों पर नमक लगाते हैं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को एक वीडियो जारी कर ट्वीट किया। लिखा कि आत्मनिर्भर किसान, समृद्ध मध्यप्रदेश की पहचान…। प्रदेश के प्रत्येक किसान को संपन्न बनाने का संकल्प करेंगे साकार। इस पर पटवारी ने तंज कसते हुए रिट्वीट किया कि कई बार तो मुझे लगता है कि आप जानबूझकर किसानों के जख्मों पर नमक लगाते हैं। इसके दो ही मतलब हैं। एक तो यह कि आप किसानों को अपना दुश्मन समझते हैं। दूसरा, खेत खलिहान की समस्याओं से आपका कोई सरोकार ही नहीं है। गेहूं 2700 रुपए प्रति क्विंटल एवं धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल का जिक्र करते हुए पटवारी ने कहा कि मैं फिलहाल केवल दो ही मुद्दों पर फिर ध्यान दिला रहा हूं। चुनाव में भाजपा ने गेहूं और धान वादा किया था या नहीं? चुनावी रैली में आपने यह बोला था या नहीं? भाजपा ने इसे मोदी की गारंटी बताया था या नहीं? पूर्व सीएम और देश के मौजूदा कृषि मंत्री ने बार-बार इसे दोहराया था या नहीं।
सीएम की ओर से 7 राज्यमंत्री देंगे सदन में प्रश्नों के उत्तर
मप्र विधानसभा का मानसून सत्र एक जुलाई से शुरू होगा। मानसून सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से 7 राज्य मंत्री उत्तर देंगे। मुख्यमंत्री ने इसके लिए राज्य मंत्री कृष्णा गौर, गौतम टेटवाल, धर्मेन्द्र सिंह लोधी, नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, दिलीप अहिरवार और राधा सिंह को अधिकृत किया है। इसकी सूचना उन्होंने स्पीकर नरेन्द्र सिंह तोमर को दे दी है। मुख्यमंत्री के पास सामान्य प्रशासन, गृह, जेल, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, खनिज साधन, नर्मदा घाटी विकास, प्रवासी भारतीय, विमानन, जनसंपर्क, विधि एवं विधायी कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आनंद और लोक सेवा प्रबंधन विभाग हैं। विधानसभा में इनसे जुड़े प्रश्न यदि प्रश्नकाल में आते हैं, तो अधिकृत मंत्रियों द्वारा इनके उत्तर दिए जाएंगे।