
कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर खडग़े करें कार्रवाई : मुख्यमंत्री यादव
कर्नाटक सरकार द्वारा सरकारी ठेकों में धर्म आधारित आरक्षण की व्यवस्था लागू करने के फैसले का देश भर में विरोध हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आरक्षण की इस व्यवस्था को अनुचित और निंदनीय बताते हुए कांग्रेस की भारत तोड़ो रणनीति का हिस्सा बताया है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में एक्स पर अपनी तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की। दरअसल, कर्नाटक सरकार ने सरकारी ठेकों में मुसलमानों को 5 फीसदी आरक्षण देने के प्रस्ताव पर कैबिनेट से मुहर लगाई है। मुख्यमंत्री ने लिखा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा शासकीय कार्यों में ठेकेदारों को धर्म आधारित आरक्षण की व्यवस्था का प्रावधान करना अनुचित एवं निंदनीय है। लोकतांत्रिक देश में इस तरह किसी धर्म विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से नियम-प्रावधान कैबिनेट से पास कर लागू करना, यही कांग्रेस का अनैतिक चरित्र है। इतिहास साक्षी है कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान के मूल्यों का सम्मान करने की बजाय जातिगत पक्षपात और समाज के विभिन्न वर्गों में भेदभाव की भावना पैदा करने में मुख्य योगदान दिया है। कांग्रेसी भारत जोड़ो नहीं, भारत तोड़ो की विचारधारा पर काम कर रहे हैं और कर्नाटक सरकार का यह फैसला इसी अपशिष्ट राजनीति का उदाहरण है।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने पूछा, 52 किलो सोना किसका?
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक बार फिर सौरभ शर्मा मामले में सवाल उठाए हैं। नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर की पोस्ट में कहा है कि कौन बताएगा कि कार से मिला 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए किसके हैं। उन्होंने जांच एजेंसियों को लेकर भी तंज कसते हुए कहा कि चार-एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही है, पर इनमें आपस में ही तालमेल नहीं। तीनों एजेंसियां 52 किलो सोने के असली वारिस का पता तक नहीं कर सकी हैं।
मंच की लड़ाई समाप्त कर जनता की लड़ाई लड़ो: दिग्विजय
मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेताओं के बीच भारी गुटबाजी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ एआईसीसी और पीसीसी के दूसरे नेताओं को भी नसीहत दी है कि वे मंच की लड़ाई समाप्त कर मैदान में उतरें और जनता की आवाज उठाएं, उसकी लड़ाई लड़ें। सिंह ने कांग्रेस के नेताओं को यह सलाह उनके निजी समर्थक जनजातीय कांग्रेस नेता सुनील कुमार आदिवासी के उस ट्वीट पर दिया है, जिसमें भोपाल में पार्टी के मंच धराशायी होने पर तीखा व्यंग्य किया गया है। समर्थक के उस ट्वीट का समर्थन करते हुए कांग्रेस नेताओं को मंच की लड़ाई छोडऩे और जनता के लिए मैदान में आने की सलाह दी है। दरअसल, सुनील ने राहल गांधी, जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह को टैग कर यह ट्वीट किया था, उसमें लिखा भोपाल में धरना प्रदर्शन के दौरान मंच का टूटना केवल एक संयोग नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण संदेश है-अब नेताओं को मंच की ऊंचाई से नहीं, बल्कि जनता के बीच जमीन पर बैठकर उनकी समस्याओं को समझना और सुलझाना होगा।
तबादला होने पर सरकारी सामान भी आटो में भरकर ले गईं जनपद सीईओ
जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रहीं युक्ति शर्मा तबादले के बाद भी सरकारी सामान लेकर चली गई हैं। जनपद पंचायत ने उनको पत्र लिखकर सामान लौटाने का आग्रह किया। इसके बाद भी सामान वापस नहीं मिला तो जिला पंचायत सीईओ ने एफआइआर दर्ज कराने का आदेश जारी किया है। जनपद पंचायत में सीईओ रहीं युक्ति शर्मा विवादों से जुड़ी रही हैं। 2024 में जनपद पंचायत के कर्मचारियों व ग्राम सचिवों ने उनके खिलाफ हड़ताल की थी। 27 अगस्त 2024 को युक्ति शर्मा को जनपद पंचायत से हटाकर शिवपुरी के पोषण आहार संयंत्र में मुख्य कार्यपालन अधिकारी बना दिया गया।