बिच्छू राउंडअप/गैस सिलेंडर की कीमतों में बड़ा बदलाव, हर ग्राहक को होगा सीधा फायदा

गैस सिलेंडर

गैस सिलेंडर की कीमतों में बड़ा बदलाव, हर ग्राहक को होगा सीधा फायदा
अगर आपके पास भी घरेलू गैस सिलेंडर का कनेक्शन है तो यह खबर आपके काम की है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से क्यूआर कोड बेस्ड सिलेंडर को लॉन्च किया गया है। इससे आप सिलेंडर को ट्रैक एंड ट्रेस कर सकेंगे। इंडियन ऑयल के चेयरमैन श्रीकांत माधव ने बताया कि अगले तीन महीने में सभी घरेलू गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड होगा। वर्ल्ड एलपीजी वीक 2022 के मौके पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप स्ािंह पुरी ने कहा कि यह एक क्रांतिकारी बदलाव है क्योंकि ग्राहक एलपीजी सिलेंडर को ट्रैक कर सकेंगे। उन्होंने बताया क्यूआर कोड के जरिये ग्राहक सिलेंडर के बारे में पूरी जानकारी ले सकेंगे। मसलन सिलेंडर को कहां पर बोतल बंद किया गया है और सिलेंडर से जुड़े क्या सेफ्टी टेस्ट किए गए हैं। क्यूआर कोड को मौजूदा सिलेंडर पर लेबल के माध्यम से चिपकाया जाएगा, वहीं नए सिलेंडर पर इसे वेल्ड किया जाएगा। यूनिट कोड बेस्ड ट्रैक के तहत पहले फेज में क्यूआर कोड के साथ एम्बेडेड 20 हजार एलपीजी सिलेंडर जारी किए गए। बता दें कि यह एक प्रकार का बारकोड है, जिसे डिजिटल डिवाइस द्वारा रीड किया जा सकता है। पुरी ने कहा कि अगले तीन महीनों में सभी 14.2 किलोग्राम के घरेलू एलपीजी सिलेंडर पर क्यूआर कोड लग जाएगा।

टीएमसी नेता ने घर में रखे थे बम…गेंद समझ खेलने लगे बच्चे, विस्फोट में भांजी की मौत
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखा में टीएमसी नेता अबु हुसैन गायेन के घर रखे बम को बच्चे गेंद समझकर खेलने लगे, तभी विस्फोट हो गया जिसमें 1 बच्चे की मौत हो गई और कुछ बच्चे घायल हो गए। पुलिस ने अबु हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। घटना चपाली गांव की है। पुलिस ने घटना के बारे में बताया, बुधवार शाम करीब 6 बजे तृणमूल नेता अबुल हुसैन गायेन के रिश्तेदार उसके घर मिलने आए। उसकी 8 साल की भांजी झूमा खातून, जो दूसरी कक्षा की छात्रा है, बिचुली (अबुल हुसैन का पालतू गधा) के सिर में लगी गेंद से खेल रही थी जब बम फटा। नाबालिग छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। बशीरहाट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सौथम बनर्जी व एसडीपी अमीनुल इस्लाम के नेतृत्व में मिनाखा थानाधिकारी सिद्धार्थ मंडल भारी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे और शव को बरामद कर मिनाखा थाने ले गए। फिर शव को ग्रामीण अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। इस घटना से काफी सनसनी मच गई है। सवाल यह है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता ने गधे में बम क्यों रखा या फिर इसके पीछे कोई राजनीतिक साजिश है पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं कोई और वजह तो नहीं है।

बाइडेन की मुसीबत बढ़ी… ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन ने सदन में हासिल किया बहुमत
डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन ने चुनाव में बहुमत का आकड़ा हासिल कर लिया है। पार्टी ने सदन को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक 218 सीटों पर जीत हासिल की। यह सीट भविष्यवाणी वाली सीट से कम है। बता दें कि जीओपी नेताओं के लिए कई चुनौतियां पेश करेगा और शासन करने में कई मुश्किलें भी खड़ी करेगा। इस जीत से राष्ट्रपति जो बाइडेन की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं, क्योंकि रिपब्लिकन प्रमुख समितियों पर नियंत्रण रखेंगे, जिससे उन्हें बाइडेन उनके परिवार और प्रशासन की जांच शुरू करने में आसानी मिलेगी। चुनाव दिवस के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी वोटों की गिनती जारी है। अभी तक स्पष्ट रूप से ये नहीं कह सकते कि बहुमत का आकड़ा किसने पार किया, इसे फाइनल होने में कई और दिन या हफ्ते लग सकते हैं। फिलहाल तो  रिपब्लिकन ने डेमोक्रेटिक नियंत्रण से सदन को पलटने के लिए आवश्यक 218 सीटों को हासिल किया है। रिपब्लिकन ने मध्यावधि चुनाव अभियानों के दौरान मतदाताओं को दो मुख्य मुद्दों द्वारा विपरीत दिशाओं में खींचे गए थे।

सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाया, कम होगा तेल कंपनियों का मुनाफा
केंद्र सरकार ने बुधवार को घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ा दिया है जबकि डीजल के निर्यात पर टैक्स को कम कर दिया है। एक आधिकारिक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। इसके अनुसार, सरकार के स्वामित्व वाली आॅयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन जैसी कंपनियों द्वारा उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 17 नवंबर से 9,500 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 10,200 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। वहीं, विंडफॉल टैक्स के पाक्षिक संशोधन में सरकार ने डीजल के निर्यात पर दर को 13 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 10.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। डीजल पर लगने वाले शुल्क में 1.50 रुपये प्रति लीटर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस शामिल है। जेट ईंधन या एटीएफ पर निर्यात कर में कोई बदलाव नहीं किया गया है जिसे एक नवंबर को पिछली समीक्षा में पांच रुपये प्रति लीटर निर्धारित किया गया था। बता दें कि सरकार हर 15 दिन में विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है। 

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