दिग्विजय ने उगल दी सच्चाई
मध्यप्रदेश में सत्ता की वापसी की कोशिश में जुटी कांग्रेस पार्टी अब अपने नाराज नेताओं को मनाने में जुटी हुई है और इसकी कमान अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संभाली है। दिग्विजय सिंह जिलों में पहुंचकर पार्टी से नाराज नेताओं को मनाने के साथ एकजुटता का पाठ पढ़ा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें सच्चाई से रुबरु करते हुए कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस ही कांग्रेस को हरा रही है। उन्होंने सिंगरौली में कहा कि बीते चुनाव में पार्टी में टिकट वितरण में कुछ गलतियां हुई थी और पार्टी अब उन गलतियों को सुधारने जा रही है। इस बार पार्टी ठोक बजाकर टिकट देगी। यही नहीं उनके द्वारा साफ कर दिया गया है कि चुनाव में कमलनाथ ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करेंगे तो पार्टी की जीत सुनिश्चित है।
दीपक का दावा
कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद अब दीपक जोशी ने अपने इलाके के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की है। इसके साथ ही उनके द्वारा दावा किया गया है कि वे इस बार चुनाव में कन्नौद, हाटपीपल्या, बागली विधानसभा सीटें जीतकर पार्टी को देंगे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बिना शर्त कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इसके साथ ही वे शहर कांग्रेस कार्यालय में अपने पिता कैलाश जोशी की तस्वीर भी लाए। कांग्रेसी बनने के बाद देवास जिले में उनकी प्रतिष्ठा इस बार चुनाव में दांव पर रहने वाली है, जिसकी वजह से वे पूरे जिले में प्रवास करने की तैयारी मे हैं।
कंसाना को मिली बड़ी राहत
मप्र पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष और पूर्व विधायक रघुराज सिंह कंसाना को हाई कोर्ट से बहुत बड़ी राहत मिली है। अभियोजन द्वारा उनके खिलाफ हत्या के प्रयास से जुड़े मामले को वापस लेने के आवेदन को एमपी-एमएलए कोर्ट ने 25 अप्रैल 2023 को खारिज कर दिया था। इस आदेश के खिलाफ उनकी ओर से हाई कोर्ट में क्रिमिनल रिवीजन पेश की गई थी , जिस पर सुनवाई के बाद एमपी-एमएलए कोर्ट के आदेश को ही खारिज कर दिया गया। इससे उन्हें बड़ी राहत मिली है। यह बात अलग है कि इस मामले में आगे क्या होगा, उस पर अब विरोधियों की निगाह रहेगी।
मंत्री को जब आया गुस्सा
प्रदेश में लचर कानून-व्यवस्था को लेकर जब जनता ने मंत्री जी को घेरा तो हकीकत का पता चला। चुनावी साल है तो जनता की नाराजगी ने असर दिखाया तो मंत्री जी को भी गुस्सा आ गया। फिर क्या था मंत्री जी का गुस्सा थाना प्रभारी पर फूट पड़ा। यह बात अलग है कि गुस्से के बाद भी थाना प्रभारी का कुछ नहीं बिगड़ा और जनता को भी राहत के लिए दूसरे दिन का इंतजार तो करना ही पड़ा। दरअसल कृषि मंत्री कमल पटेल के काफिले को देवास जिले के सतवास में ग्रामीणों ने घेर लिया। ग्रामीणों ने मंत्री को बताया कि 5 दिन से एक डंपर बीच सडक़ पर खड़ा है, जिसके कारण हादसे हो रहे हैं। इसके बाद पटेल ने थाने पहुंचकर टीआई अमितसिंह जादौन को जमकर फटकारा, लेकिन अभी भी एसपी साहब टीआई की गलती मानने को तैयार नही हैं, वे कह रहे हैं कि कन्नौद एसडीओपी को मामले की जांच सौंप दी गई है।