प्रदेश के सात आईजी को करना होगा अभी और इंतजार
मध्य प्रदेश पुलिस का पिरामिड कितना खराब हो चुका है, इससे ही समझा जा सकता है कि विभाग में एडीजी स्तर के अफसरों की भरमार हो चुकी है। अब इसका असर आईजी स्तर के अफसरों पर पड़ने लगा है। इसकी वजह से भले ही एडीजी स्तर के अफसरों की पदोन्नति हो जाए, लेकिन आईजी स्तर के अफसरों को अभी पदोन्नत होने के लिए इंतजार करना होगा। दरअसल कैडर मैनेजमेंट बिगाड़ने में उन अफसरों की भूमिका रही है जिन सीनियर अफसरों ने अपने प्रमोशन के लिए एडीजी के पद तो बढ़ा लिए , लेकिन जूनियर अफसरों की ङ्क्षचता नही की। जिसकी वजह से एडीजी स्तर के अफसरों की संख्या बढ़ गई और आईजी के पदों में वृद्धि नहीं हुई।अब प्रमोशन में आईजी स्तर के अधिकारियों की संख्या ज्यादा है, लेकिन एडीजी के पद खाली ही नहीं है।
अभी कम नहीं हो रही बृज किशोर कुठियाला की मुश्किलें
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल के दो बार कुलपति रह चुके बृजकिशोर कुठियाला की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। यह बात अलग है कि उनके रसूख की वजह से अवैध नियुक्तियां और आर्थिक अनियमितताओं के मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने खात्मा लगाने की रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर दी थी , जिसे अस्वीकार किया जा चुका है। यही नहीं न्यायालय ने इस मामले में नए सिरे से जांच करने को कहा था। ईओडब्ल्यू फिर से जांच कर रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर चुकी है। न्यायालय में प्रकरण होने की वजह से हरियाणा में भी उन्हें अभी कोई जिम्मेदारी नहीं मिल पा रही है। बता दें कि विपक्षी पार्टियों के दबाव के चलते हरियाणा में उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष पद से उन्हें हाल ही में न चाहते हुए भी त्यागपत्र भी देना पड़ा था।
महाराजा से भाई साब बन गए श्रीमंत
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने श्रीमंत पर तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस में रहने के दौरान वे महाराजा थे, लेकिन भाजपा में आने के बाद से वे भाई साब बन गए हैं। उन्होंने ने धार जिले में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने सिंधिया को बहुत कुछ दिया। मैं और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह उनके पिता माधवराव सिंधिया को पूरे सम्मान के साथ कांग्रेस में लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि हमने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में प्रमोट किया, उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया और कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया और उनका महाराजा की तरह सम्मान किया। इसके बाद भी दगा कर गए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे सिंधिया पार्टी छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को भगवा संगठन में अपनी मौजूदा स्थिति के बारे में सोचना चाहिए। बता दें कि मार्च 2020 में सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे, उनकी इस बगावत की वजह से मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी।
आईएएस दीपक आर्य को मिली हाईकोर्ट से मिली बड़ी राहत
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि विजय कुमार मलिमठ और जस्टिस विशाल मिश्रा की युगलपीठ ने आईएएस दीपक आर्य के मामले में सरकार की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए इस मामले में दायर याचिका का निराकरण कर दिया। पूर्व विधायक किशोर समरीते की तरफ से दायर अवमानना याचिका में कहा गया था कि बालाघाट के तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य ने कस्टम मिलिंग और चावल के अवैध कारोबारियों, कान्हा स्थित रिसोर्ट संचालकों, रेत ठेकेदारों, कंस्ट्रक्शन कंपनी से रिश्वत के रूप में महंगे गिफ्ट परिजनों के नाम पर लिए थे। इस संबंध में उन्होंने केन्द्र सरकार से शिकायत की थी। केन्द्र के निर्देश पर राज्य सरकार ने जांच बालाघाट कलेक्टर को सौंप दी थी। तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य ने खुद पर लगे आरोपों स्वयं जांच करते हुए क्लीन चिट प्रदान कर दी थी। सरकार की तरफ से पेश की गई रिपोर्ट में युगलपीठ को बताया किया गया कि उच्च स्तरीय जांच में आरोप निराधार पाए गए हैं।