जातिगत आरक्षण के विरोध में आए जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य
तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने जातिगत आरक्षण को बंद करने को कहा है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि जाति के आधार पर आरक्षण बंद होना चाहिए। इसे करने का कोई तो साहस दिखाए। ऐसा होने पर देश में अलग माहौल बनेगा, प्रतिभा को अवसर मिलेगा , जिससे देश भी विकसित और समृद्ध तो होगा ही साथ ही समाज भी सुसंस्कृत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रामराज में सब बौद्धिक रूप से समृद्ध थे, इस कारण वहां समरस था। यही नहीं उन्होंने मुफ्त योजनाओं को भी गलत बताया। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि मुफ्त वितरण ठीक नहीं है। ये तो वोटबैंक की लीला है। वे चित्रकूट रवाना होने से पूर्व शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इसी तरह से उनके द्वारा लव जिहाद को लेकर कहा गया कि हिंदू लड़कियों को समझदार बनना पड़ेगा। वे भावनाओं के आधार पर जीवन को न देंखे, सत्यता के आधार पर देखें । लव जिहाद में फंसने के बाद युवतियों का क्या होता है, ये सब जान रहे हैं। ऐसे में हिंदू युवतियों को चाहिए कि वे मुस्लिमों के झांसे में न आएं।
इसलिए नाथ है सीएम के योग्य
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और देश के विख्यात वकील विवेक तन्खा ने कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद का सबसे योग्य उम्मीदवार होने की अनूठी वजह बताई है। उनका कहना है कि उनके पास धन-संपत्ति है, हवाई जहाज है। और वे सभी संसाधन हैं, जो राजनीति के लिए जरूरी होते हैं। इसलिए उनका मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होना कांग्रेस की जरूरत है। आप इसे मजबूरी भी कह सकते हैं लेकिन ,राजनीति और चुनाव लड़ने के लिए यह सब बेहद जरूरी होता ही है। तन्खा ने राजस्थान में सचिन पायलट के धरने पर कहा कि वे जो कर रहे हैं वह थोड़ी जल्दबाजी है। उन्हें थोड़ा और संयम रखना चाहिए। कमल नाथ के आम लोगों से कम मेलजोल के सवाल पर तन्खा ने स्वीकार किया कि उनकी सेहत और उम्र भी इसका एक कारण है , बाकी हम सब तो हैं ही, सभी लोगों से मिलने-जुलने के लिए।
जनता को उतरना पड़ा सडक़ पर
अवैध रेत उत्खनन व परिवहन की भले ही अफसरों व सरकार को चिंता न हो , लेकिन आमजन इसकी वजह से बेहद परेशान है। हालात यह हो गई है कि अब तो जनता को ही मैदान में उतरना पड़ रहा है। तेज रफ्तार ,क्षमता से अधिक अवैध रेत परिवहन करने वाले वाहन पुलिस, खनिज , प्रशासनिक अफसरों व नेताओं को भले ही नजर नहीं आते हैं, लेकिन जनता को खूब दिखते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी विकासखंड के ग्राम मालवर का। वहां ग्रामीणों ने सरपंच के साथ मिलकर रेत का अवैध परिवहन कर रहे 17 डंपरों को शुक्रवार सुबह रास्ते में रोक लिया। मजबूरन पुलिस और राजस्व विभाग की टीम को उन वाहनों जप्त करना पड़ा है। इस मामले में सरपंच का कहना है कि पहले भी कलेक्टर, पुलिस और एसडीएम को ज्ञापन दिए गए। लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई , जिसकी वजह से लोगों को सडक़ों पर उतरना पड़ा।
रामपाल को चुनौती देंगे मसानी!
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी ने अब चौहान के सबसे करीबी मित्र और मौजूदा विधायक रामपाल सिंह को चुनौती देने की तैयारी कर ली है। इसकी वजह से अब मसानी पूरी तरह से उदयपुरा में सक्रिय हो गए हैं। इसके तहत वे न केवल सक्रिय हैं, बल्कि अब तो वे एक बड़ा धार्मिक आयोजन भी करा रहे है। इसके लिए वे साम दाम दंड भेद की नीति पर काम कर रहे हैं। इसकी वजह से अभी से भाजपा नेताओं में असमंजस दिखने लगा है। यह बात अलग है कि उन्हें अब तक कांग्रेस से चुनाव लडऩे का कोई इशारा नहीं मिला है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने नेताओं को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे स्वयंभू प्रत्याशी न बनें , फिर भी मसानी की सक्रियता बनी हुई है और वें जनसंपर्क कर अपने को कांग्रेस का भावी प्रत्याशी बता रहे हैं। मसानी अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में आये थे। कांग्रेस ने मसानी को बालाघाट जिले के वारासिवनी सीट से प्रदीप जायसवाल का टिकट काटकर मैदान में उतारा था। लेकिन वहां पर उनकी जमानत जब्त हो गई थी।