विजयवर्गीय बोले, मुझे अब भी नहीं हो रहा है प्रत्याशी बनने पर विश्वास
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने टिकट मिलने के अगले ही दिन बड़ा गणपति मंदिर के पास कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, मैं टिकट मिलने से अंदर से खुश नहीं हूं। मेरी चुनाव लडऩे की एक प्रतिशत भी इच्छा नहीं थी। सोचा था सभाओं में जाऊंगा और भाषण देकर निकल जाऊंगा। अब बड़े नेता हो गए हैं, कहां जनता में हाथ जोड़ने जाएंगे। हमने तो प्लान बनाया था, हर दिन आठ सभा करनी है। पांच हेलीकॉप्टर से और तीन कार से। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा।
कांग्रेस में दिग्गजों के चुनाव लड़ने पर संशय
भाजपा द्वारा अपने दिग्गज नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या कांग्रेस भी अपने दिग्गज नेताओं को विधानसभा का चुनाव लड़ाएगी? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी व अरुण यादव के चुनाव लडऩे को लेकर संशय की स्थिति है। मप्र कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकारों से चर्चा में इन नेताओं के चुनाव लडऩे के सवाल पर कहा कि इसका फैसला पार्टी करेगी। बीजेपी ने स्वीकार कर लिया है कि उनके पास न चुनाव लड़वाने के लिए उम्मीदवार हैं और न ही लोकसभा का चुनाव लड़वाने के लिए प्रत्याशी हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज और भाजपा सरकार को नकारा जा चुका है। गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिव सरकार के नाम और काम से कन्नी काटकर चले गए।
अजय सिंह ने किया श्रीमंत पर कटाक्ष
भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनाव मैदान में उतारने पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा है। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा, सिंधिया बहुत बड़े नेता हैं, विधानसभा चुनाव उनके लिए छोटी चीज है। वे विधायकों की खरीद- फरोख्त तो कर सकते हैं, लेकिन चुनाव नहीं लड़ सकते। अब तो वे राज्यसभा में ही रहेंगे, लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ सकते। उनसे सवाल किया गया था कि बीजेपी की अगली सूची में श्रीमंत का नाम भी हो सकता है? वहीं, अजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि, उन्हें एमपी में जमीनी हकीकत समझ में आ गई, इसलिए आखिरी चुनाव में सभी को मौका दे दिया।
जीतू ने दिलाई महाकाल की कसम
बीजेपी की दूसरी सूची जारी होने के बाद कांग्रेस मेें सियासी हडक़ंप मच गया है। भाजपा ने अपने बड़े नेताओं को भी चुनाव में उतार दिया गया है। ऐसे में कांग्रेस को बगावत का भय सताने लगा है। यहीं वजह है कि उज्जैन पहुंची जन आक्रोश यात्रा में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को महाकाल की कसम खिलाई। उन्होंने कहा कि, कसम खाओ की पार्टी से गद्दारी नहीं करोगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा की जन विरोधी नीतियों एवं कांग्रेस की रीति नीति, 11 वचन को घर-घर जाकर बताएं। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मध्य प्रदेश में शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की जाएगी।