अब मंत्री के बदले बोल, बोले अतिथि शिक्षक घर के बच्चे जैसे : सिंह
अतिथि शिक्षकों को मेहमान बताने वाले स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया है। मंत्री ने शनिवार को मीडिया के सवालों पर अतिथि शिक्षकों को अपने घर का बच्चा बताया। कहा कि एक विषय निकला तो मैंने कहा कि पदनाम से ही विभाग में अतिथि हैं। बाकी प्राथमकिता हम दे सकते हैं। वे हमारे अपने बच्चे हैं। कहीं कोई विसंगति नहीं है। अगर किसी प्रकार की तकलीफ पहुंची है तो खेद व्यक्त करता हूं। मुझे कोई संशय और संकोच नहीं है। साथ ही उन्होंने विपक्ष के इस्तीफे और माफी मांगने के सवाल पर कहा कि विपक्ष के पास कोई काम नहीं है वो सिर्फ संभावनाएं खोजता रहता है।
अब भोपाल सांसद ने पटवारियों के खिलाफ खोला मोर्चा
शहर के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप ने राजधानी की प्रशासनिक व्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 15 वर्ष से भोपाल में जमे राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों को हटाने के लिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को 110 अधिकारियों- कर्मचारियों की सूची सौंपी है। कहा है कि प्रशासनिक गलियारे के बड़े अफसरों के संरक्षण की वजह से राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों के हौसले बुलंद हैं। मनमानी से काम कर रहे हैं। इससे नागरिक परेशान हो रहे हैं। सिस्टम बदनाम हो रहा है। इन्हें तत्काल हटाने की जरूरत है। कलेक्टर ने जांच करने की बात कही है।
समर्थन मूल्य नहीं मिला तो प्रदेश भर की मंडियों को बंद कराएंगे: जीतू
समर्थन मूल्य नहीं दिए जाने के विरोध में निकाली गई किसान रैली में आए किसानों का आभार व्यक्त करने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी किसान न्याय यात्रा के तहत हरदा पहुंचे। इस मौके पर पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे, विधायक रामकिशोर दोगने सहित अन्य नेता उपस्थित थे। पटवारी ने कहा कि किसानों की आवाज कांग्रेस उठाती रहेगी। किसानों को सोयाबीन का 6000, धान का 3100 और गेहूं का 2700 रुपए समर्थन मूल्य दिलाने के लिए हम विपक्ष में किसानों की लड़ाई उनके हक और अधिकार मिलने तक लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने किसानों के प्रति सकारात्मक रवैया नहीं अपनाया और उन्हें उनकी मांग अनुरूप समर्थन मूल्य नहीं दिया गया तो अगले पड़ाव में हम एक-एक दिन मंडियों में जाकर मंडियों को बंद कराने का आंदोलन चलाकर किसान विरोधी इस सरकार की नाक में दम कर देंगे।
शिवराज, वीडी और भूपेन्द्र सिंह के खिलाफ सुनवाई, फैसला सुरक्षित
पूर्व सीएम एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ आपराधिक अवमानना से जुड़े मामले में शनिवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। मामले में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का पक्ष रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल जबलपुर पहुंचे। सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। गौरतलब है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित वीडी शर्मा, भूपेंद्र सिंह के खिलाफ एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट द्वारा जमानती वारंट जारी किया गया था। उसी को चुनौती देते हुए शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह, भाजपा सांसद वीडी शर्मा, पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह पर किए गए 10 करोड़ के आपराधिक मानहानि केस में हाईकोर्ट में दो घंटे तक सुनवाई चली। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है।