जब सात बार के विधायक रहे गोविंद सिंह सार्वजनिक मंच पर रोये
पूर्व नेता प्रतिपक्ष और सात बार के विधायक रहे डॉ. गोविंद सिंह मंच पर भावुक हो गए। वे फूट- फूटकर रोने लगे। गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे और फर्जी केस कर रहे हैं। उन्होंने कलेक्टर-एसपी को भाजपा एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि कांग्रेस ने शुक्रवार को लहार में भाजपा सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। डॉ. सिंह ने मंच पर बैठे कांग्रेस नेताओं की तरफ देखकर रोते हुए कहा- आप लोग मेरी मदद भले ना करें, लेकिन जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी के लिए खून-पसीना बहाया है, उन पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आप लोग उनकी मदद करें। गोविंद सिंह ने कांग्रेस नेता की एक फोटो भी दिखाई। उनका आरोप है कि पुलिस ने उसकी पिटाई की है।
अपने ही पार्षद के धक्के से टूटा मंत्री जी का पैर
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को भाजपा पार्षद का पीछे से धक्का लग गया। उनका पैर मुड़ गया, वे गिरते-गिरते बचे। डॉक्टर के पास गए तो पैर में फैक्कर निकला। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे थे। शाम करीब 4 बजे वे ग्वारीघाट से रामपुर चौराहा तक निकाली जा रही कांवड़ यात्रा में शामिल हुए। वे हाथ में तिरंगा लेकर सबसे आगे चल रहे थे। यात्रा में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और महिलाएं भी मौजूद थीं। यात्रा शुरू होने के बाद 50 कदम ही चले थे, तभी भीड़ का धक्का मंत्री के पीछे चल रही भाजपा पार्षद मालती चौधरी को लगा, तो वह राकेश सिंह से टकरा गईं, जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया और वे वे गिरते- गिरते बचे, लेकिन उनका पैर मुड़ गया। उन्होंने अपना पैर पकड़ लिया और दर्द से कराह उठे।
विधायक पुत्र की दृष्टता, गाडिय़ों का काफिला लेकर श्री महाकाल महालोक में घुसा
नागपंचमी पर महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई। देवास से भाजपा विधायक का बेटा सुरक्षा इंतजामों को धता बताते हुए वाहनों के काफिले के साथ महाकाल लोक में घुस गया। एक साथ कई गाडिय़ों को भीतर घुसते देख मौके पर मौजूद कलेक्टर व एसपी सन्न रह गए। उन्होंने गाड़ी के ड्रायवरों को जमकर फटकार लगाई और गाडिय़ों को जब्त किया। सब पर चालानी कार्रवाई करने के आदेश दिए। नागपंचमी पर मंदिर परिक्षेत्र के अधिकांश मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था, वहीं कुछ मार्ग एकांकी थे। बावजूद इसके देवास से बीजेपी की विधायक गायत्री राजे का बेटा विक्रम सिंह सुरक्षा इंतजामों को दरकिनार करते हुए वाहनों के काफिले के साथ महाकाल महालोक के नंदी द्वार से भीतर प्रवेश कर गया।
आयुक्त लोक शिक्षण पर लगाया हाईकोर्ट ने एक लाख का जुर्माना
हाई कोर्ट ने गलत शपथ पत्र प्रस्तुत करने पर आयुक्त लोक शिक्षण पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है। न्यायमूर्ति राजमोहन सिंह व न्यायमूर्ति – देवनारायण मिश्रा की युगलपीठ ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि याचिकाकर्ता कंपनी को उसका बकाया राशि का नौ प्रतिशत ब्याज के साथ भुगतान करें। साथ ही जुर्माने की राशि भी याचिकाकर्ता को देने के निर्देश दिए गए हैं। यह प्रक्रिया एक माह में पूरी करने की व्यवस्था दी गई है। याचिकाकर्ता कल्पना कंस्ट्रक्शन, भोपाल प्रोपराइटर पंकज गुप्ता की ओर से दलील दी गई कि याचिकाकर्ता को तीन कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी और बाद में तीनों का कार्यादेश मिला। तीनों कार्य पूर्ण हुए तो तीन कार्यपूर्णता प्रमाण-पत्र भी मिले। दो कार्यों का भुगतान हो गया, लेकिन तीसरे कार्य का दो तिहाई भुगतान रोक दिया गया। इसका कारण फंड की कमी बताया गया।