बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/इस बार भी भाजपा विधायक काश्यप नहीं लेंगे वेतन-भत्ते

चेतन्य काश्यप

इस बार भी भाजपा विधायक काश्यप नहीं लेंगे वेतन-भत्ते
मध्य प्रदेश विधानसभा का पहला सत्र गुरुवार को समाप्त होने से कुछ देर पहले रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप ने मासिक वेतन-भत्ते एवं पेंशन के समर्पण की घोषणा की है। वह वर्ष 2014 से लगातार विधायक हैं। उन्होंने प्रदेश की 14वीं एवं 15वीं विधानसभा में भी वेतन-भत्ते ग्रहण नहीं किए थे। उनका कहना है कि वह राजनीति में जनसेवा करने आए हैं। ईश्वर ने उन्हें इस योग्य बनाया है कि वे जनसेवा में थोड़ा सा अवदान कर सकें। उन्होंने कहा कि उन्हें मिलने वाले वेतन-भत्तों की राशि का राज्यकोष से आहरण नहीं हो, ताकि उस राशि का सदुपयोग विकास और जनहित के कार्यों में हो सके। काश्यप ने अपना नामांकन फार्म में जानकारी दी थी कि वह लगभग 37 लाख रुपये प्रतिवर्ष कमाते हैं। उनके पास लगभग 294 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है।

प्रदेश की कोई भी योजनाएं बंद नहीं होंगी: मुख्यमंत्री
प्रदेश की कोई योजना बंद नहीं होगी। सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। लाडली बहना के लिए जिस तारीख को राशि डाली जाती है, उसी दिन खातों में पैसे पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री  मोहन यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रकट करते हुए अपनी बात सदन में रख रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र धर्म ग्रंथ रामायण-गीता की तरह है। संकल्प पत्र के वादे को अक्षरश: पूरा किया जाएगा। 5 साल की सरकार में हर वादे पूरे होंगे। ये एक दिन की सरकार नहीं है, न ही 15 महीने की सरकार है। हम पांच साल बाद बात करेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम के लोगों ने भारतीय संस्कृति को लज्जित करने का काम किया है। कुछ लोग सूर्य उदय से दिन की शुरुआत करते हैं, जबकि कुछ सूर्यास्त के बाद जागते हैं। सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी के कारण विक्रम संवत की परंपरा खत्म हुई है।

टीएंडसीपी कमिश्नर गुप्ता आखिर हटाए गए
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों की नए सिरे से जमावट का सिलसिला लगातार जारी है। इस क्रम में राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे मुकेश चंद्र गुप्ता जो कि विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी सह आयुक्त, संचालक नगर तथा ग्राम निवेश भोपाल और प्रमुख सचिव योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, उन्हें अब हटा दिया है। उन्हें केवल प्रमुख सचिव योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। श्रीकांत बनोठ विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, सह श्रम आयुक्त मप्र इंदौर को अपने मौजूदा दायित्वों के साथ आयुक्त सह संचालक नगर तथा ग्राम निवेश टीएंडसीपी भोपाल का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है। यहां बता दें कि टीएंडसीपी में पदस्थ रहने के दौरान गुप्ता को लेकर सरकार को लगातार शिकायतें मिल रही थी और वे विवादों में घिर गए थे।

पंकज श्रीवास्तव ने की वापसी
लंबे समय तक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में पदस्थ रहे एडीजी पंकज श्रीवास्तव प्रदेश वापस लौट आए हैं। श्रीवास्तव ने पुलिस मुख्यालय में भी ज्वाइनिंग दे दी है। माना जा रहा है कि जल्द ही उन्हें किसी महत्वपूर्ण शाखा का एडीजी बनाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार आमद देने के बाद श्रीवास्तव छुट्टी पर जा रहे हैं। अब वे नए साल में ही लौटेंगे।

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