बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/अब उमा बोलीं, कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता

उमा भारती

अब उमा बोलीं, कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता
महिला आरक्षण बिल में पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को विशेष स्थान दिलाने की मुहिम छेडऩे वाली उमा भारती  बीते रोज एक कार्यक्रम में आरक्षण पर खुलकर बोलीं। इतना नही वे इशारों इशारों में अपनी ही सरकार और सिस्टम पर भी कटाक्ष करने से भी नहीं चूकीं। मध्य प्रदेश में चुनाव आते ही माई का लाल का नारा एक बार फिर सामने आ गया है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने यह नारा छेड़ा है। उनका कहना है कि कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता। साथ ही उमा भारती एक बार फिर सक्रिय राजनीति में आना चाहती हैं। उन्होंने चुनाव लडऩे की मंशा भी जाहिर की है। उमा भारती ने कहा कि वे मध्य प्रदेश में न लोकसभा लड़ेंगी न विधानसभा। हां लेकिन किसी अन्य राज्य से उन्हें मौका दिया जाएगा, तो वे वहां से जरुर चुनाव लड़ेंगी।

शुक्ला का शक्ति प्रदर्शन, बोले निर्दलीय चुनाव लडूंगा
सीधी से भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला ने गांधी जयंती पर जुलूस निकाला और आमसभा को संबोधित कर घोषणा की कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। शुक्ला पिछला चुनाव 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे। इस बार उनका टिकट काटकर भाजपा ने सांसद रीति पाठक को उम्मीदवार बनाया है। टिकट कटने के बाद से ही शुक्ला बेहद नाराज चल रहे थे। केदारनाथ शुक्ला ने कहा, मुझे सपा, बसपा, आप और एनसीपी के अध्यक्षों द्वारा निमंत्रण दिया गया, लेकिन मैं किसी दल में नहीं जाऊंगा। उन्होंने समर्थकों से कहा कि किसी भी पदाधिकारी को भाजपा से इस्तीफा नहीं देना है। क्योंकि हम भाजपा में हैं और रहेंगे, लेकिन मैं असली भाजपा हूं और जिनको टिकट दिया गया है, वे नकली भाजपा हैं।

शहडोल संभागीय आयुक्त शर्मा ने भी अब मांगा वीआरएस
मप्र शासन से नौकरी छोडऩे की कतार में एक और आईएएस अफसर का नाम जुड़ गया है। शहडोल संभाग के कमिश्नर व 2003 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव शर्मा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) मांग ली है। सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक)उन्हें इसी सप्ताह सेवानिवृत्ति दे सकता है। शर्मा को दो साल बाद यानी सितंबर 2025 को रिटायर होना था। उनके करीबियों का कहना है कि वे चुनाव भी लड़ सकते हैं। शर्मा का कहना है कि रिटायरमेंट के बाद वे जन्मभूमि भिंड में सामाजिक क्षेत्र के काम करेंगे। जिस तरह अन्ना हजारे या नानाजी देशमुख ने काम किया है। भिंड में पिछड़ापन है। कृषि की दशा भी ठीक नहीं है।

जन आक्रोश यात्रा में पूर्व मंत्री मरकाम से भिड़ीं कांग्रेस नेत्री
कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा सोमवार को डिंडोरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र में पहुंची। यहां पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंद्रकला परस्ते और महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोषी साहू में विवाद हो गया। इसके बाद चंद्रकला पूर्व मंत्री ओमप्रकाश मरकाम की ओर बढ़ीं और दोनों भिड़ गए। इस दौरान पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल मंच पर मौजूद थे। मरकाम ने मीडिया से चर्चा में स्वीकार किया कि वे पिटते-पिटते बचे हैं। वहीं, चंद्रकला परस्ते ने कहा कि भले ही पार्टी टिकट दे दे , लेकिन मरकाम चुनाव हार रहे हैं। वे आदिवासी व अन्य समाजों में मेरे बढ़ते प्रभाव से परेशान हैं।

मप्र के पूर्व डीजीपी विवेक जौहरी बने मॉरीशस के नए एनएसए
 केंद्र सरकार ने पूर्व डीजी बीएसएफ और पूर्व डीजीपी मप्र विवेक जौहरी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें दोनों देशों के बीच पारंपरिक व्यवस्था के तहत मॉरीशस का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किया गया है। एनएसए के रूप में भारतीय सुरक्षा अधिकारी सभी आतंकवाद विरोधी मामलों पर एकल सूत्री व्यक्ति होता है। वह भारतीय एनएसए और मॉरीशस के प्रधानमंत्री के साथ मिलकर काम करता है। जौहरी को ईमानदार अधिकारी के रूप में जाना जाता है। एक खुफिया अधिकारी के रूप में उन्होंने नेपाल और पड़ोसी देशों में काम किया है। उनके पास जटिल मामलों और स्थितियों को संभालने का व्यापक अनुभव है।

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उमा भारती

अब उमा बोलीं, कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता
महिला आरक्षण बिल में पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को विशेष स्थान दिलाने की मुहिम छेडऩे वाली उमा भारती  बीते रोज एक कार्यक्रम में आरक्षण पर खुलकर बोलीं। इतना नही वे इशारों इशारों में अपनी ही सरकार और सिस्टम पर भी कटाक्ष करने से भी नहीं चूकीं। मध्य प्रदेश में चुनाव आते ही माई का लाल का नारा एक बार फिर सामने आ गया है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने यह नारा छेड़ा है। उनका कहना है कि कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता। साथ ही उमा भारती एक बार फिर सक्रिय राजनीति में आना चाहती हैं। उन्होंने चुनाव लडऩे की मंशा भी जाहिर की है। उमा भारती ने कहा कि वे मध्य प्रदेश में न लोकसभा लड़ेंगी न विधानसभा। हां लेकिन किसी अन्य राज्य से उन्हें मौका दिया जाएगा, तो वे वहां से जरुर चुनाव लड़ेंगी।

शुक्ला का शक्ति प्रदर्शन, बोले निर्दलीय चुनाव लडूंगा
सीधी से भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला ने गांधी जयंती पर जुलूस निकाला और आमसभा को संबोधित कर घोषणा की कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। शुक्ला पिछला चुनाव 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे। इस बार उनका टिकट काटकर भाजपा ने सांसद रीति पाठक को उम्मीदवार बनाया है। टिकट कटने के बाद से ही शुक्ला बेहद नाराज चल रहे थे। केदारनाथ शुक्ला ने कहा, मुझे सपा, बसपा, आप और एनसीपी के अध्यक्षों द्वारा निमंत्रण दिया गया, लेकिन मैं किसी दल में नहीं जाऊंगा। उन्होंने समर्थकों से कहा कि किसी भी पदाधिकारी को भाजपा से इस्तीफा नहीं देना है। क्योंकि हम भाजपा में हैं और रहेंगे, लेकिन मैं असली भाजपा हूं और जिनको टिकट दिया गया है, वे नकली भाजपा हैं।

शहडोल संभागीय आयुक्त शर्मा ने भी अब मांगा वीआरएस
मप्र शासन से नौकरी छोडऩे की कतार में एक और आईएएस अफसर का नाम जुड़ गया है। शहडोल संभाग के कमिश्नर व 2003 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव शर्मा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) मांग ली है। सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक)उन्हें इसी सप्ताह सेवानिवृत्ति दे सकता है। शर्मा को दो साल बाद यानी सितंबर 2025 को रिटायर होना था। उनके करीबियों का कहना है कि वे चुनाव भी लड़ सकते हैं। शर्मा का कहना है कि रिटायरमेंट के बाद वे जन्मभूमि भिंड में सामाजिक क्षेत्र के काम करेंगे। जिस तरह अन्ना हजारे या नानाजी देशमुख ने काम किया है। भिंड में पिछड़ापन है। कृषि की दशा भी ठीक नहीं है।

जन आक्रोश यात्रा में पूर्व मंत्री मरकाम से भिड़ीं कांग्रेस नेत्री
कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा सोमवार को डिंडोरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र में पहुंची। यहां पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंद्रकला परस्ते और महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोषी साहू में विवाद हो गया। इसके बाद चंद्रकला पूर्व मंत्री ओमप्रकाश मरकाम की ओर बढ़ीं और दोनों भिड़ गए। इस दौरान पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल मंच पर मौजूद थे। मरकाम ने मीडिया से चर्चा में स्वीकार किया कि वे पिटते-पिटते बचे हैं। वहीं, चंद्रकला परस्ते ने कहा कि भले ही पार्टी टिकट दे दे , लेकिन मरकाम चुनाव हार रहे हैं। वे आदिवासी व अन्य समाजों में मेरे बढ़ते प्रभाव से परेशान हैं।

मप्र के पूर्व डीजीपी विवेक जौहरी बने मॉरीशस के नए एनएसए
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