बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/अब लक्ष्मण सिंह ने पार्टी संगठन पर खड़े किए सवाल

लक्ष्मण सिंह

अब लक्ष्मण सिंह ने पार्टी संगठन पर खड़े किए सवाल
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी बैठकों में लगातार भितरघात करने वालों पर कार्रवाई की मांग जोर शोर से उठाई जा रही है, लेकिन अभी तक पार्टी ने किसी पर एक्शन नहीं लिया है। इसे देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर भितरघात करने वालों पर कार्रवाई नहीं करने पर सवाल खड़े किए हैं। लक्ष्मण सिंह ने एक्स पर लिखा भीतरघात करने वालों पर कार्रवाई नहीं करना अनुचित होगा। इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ रैली भी आयोजित करना चाहिए। तभी अपेक्षित परिणाम आएंगे। इसके पहले भी लक्ष्मण सिंह ने भितरघात करने वालों पर एक्शन की बात कही थी। सिंह ने लिखा था कांग्रेस के सर्वे में मध्यप्रदेश में कांग्रेस जीत रही थी। सही भी था, दुर्भाग्यवश सर्वे में भीतरघात कहां होगा यह आंकलन नहीं हो सकता। यही मुख्य कारण है वर्षों से कांग्रेस की हार का।

शाह की चिकन पार्टी की जांच छोड़ छुट्टी पर गए जांच अधिकारी
पचमढ़ी सिद्ध बाबा एरिया में पूर्व वनमंत्री के प्रतिबंधित क्षेत्र में कथित चिकन पार्टी करने की जांच अधर में लटक गई है। जांच अधिकारी संदीप फैलोज अधूरी जांच बीच में छोडक़र अवकाश पर चले गए हैं। उनके वापस आने के बाद ही जांच दोबारा शुरू हो पाएगी। सूत्रों की मानें तो मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। यही कारण है कि पूर्व वन मंत्री को वीआईपी ट्रीटमेंट देने में कर्मचारियों की लापरवाही तय करने में लंबा समय जांच के नाम पर लिया जा रहा है। इस मामले में पूर्व वन मंत्री की पार्टी आयोजित करने वाले कर्मचारी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई। चिकन पार्टी में जंगली मुर्गे के शिकार की आशंका जताई है।

सीसीएफ और डीएफओ हुए आमने-सामने
एक दागी रेंजर को लेकर ग्वालियर सर्कल के सीसीएफ तोमर सिंह सूलिया और श्योपुर डीएफओ चंदू सिंह चौहान आमने-सामने आ गए हैं। डीएफओ दागी रेंजर के खिलाफ उनके नियम विरुद्ध कृत्य पर कार्रवाई चाहते हैं। जबकि सीसीएफ सूलिया की इच्छा है कि वह बगैर कार्रवाई के रिटायर हो जाएं। रेंजर की सेवानिवृत इसी माह होनी है। वन विभाग में कोई भी अधिकारी हो या फिर कर्मचारी उनके विरुद्ध जांच कछुआ चाल से की जाती है। इसके कारण कई बार कर्मचारी बिना किसी कर्रवाई के ही रिटायर हो जाते हैं।

पूर्व कांग्रेस विधायक अंतर सिंह दरबार को एक साल की सजा
पूर्व कांग्रेस विधायक अंतर सिंह दरबार को भ्रष्टाचार के मामले में एक साल की सजा सुनाई गई है। दो अलग-अलग मामलों में कुल 3000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने दरबार समेत 10 लोगों को सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं भरने पर सजा तीन महीने और बढ़ जाएगी। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी। मामला इंदौर प्रीमियर को- ऑपरेटिव बैंक के हाउस लोन घोटाले से जुड़ा है। 2000 में लोकायुक्त ने केस दर्ज किया था। करीब 23 साल चली सुनवाई के बाद शनिवार को न्यायाधीश मुकेश नाथ ने फैसला सुनाया। घोटाले में दरबार के अलावा अहिल्याबाई गहलोत, देवराज सिंह परिहार, सैय्यद वासिक अली, ओमप्रकाश जोशी, नकवंती पटेल, निर्मला पटेल, जगदीश शर्मा, गुलाम मुर्तजा खान, देवीलाल सूर्यवंशी को भी एक-एक साल की सजा और जुर्माना लगाया गया है।

शादी के लिए युवतियां देती हैं धमकी
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुलासा किया है कि  कुछ पत्र मेरे पास आए हैं। उनमें से छांटा और पढ़ा तो तरह-तरह की बातें लिखी थीं। एक में धमकी थी, अगर बारात लेकर नहीं आएंगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। कई तरह कि इमोशनल बातें भी थीं। मैंने इस बारे में अपनी टीम को बताया और दो दिन पहले एक वीडियो जारी कर कहा इस तरह का कोई भी कृत्य न करें। मैं जल्द सेहरा सजाऊंगा। हम हिंदू संस्कृति के सिपाही हैं। हमारे माता-पिता जहां भी आज्ञा देंगे वहां हम शादी करेंगे। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि राम मंदिर निर्माण हिंदुओं की सबसे बड़ी जीत है।  22 जनवरी को करोड़ों लोगों की आस्था के आराध्य प्रभु श्री राम भव्य मंदिर में विराजमान होने पर मैं भी रसगुल्ला खाकर खूब डांस करूंगा।

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