अब बसपा ने दिया कांग्रेस को झटका, राजौरिया ने छोड़ा साथ
कांग्रेस नेता रामप्रकाश राजौरिया ने बीते रात कांग्रेस का साथ छोडक़र बसपा ज्वाइन कर ली। इसे मुरैना सीट पर कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। साल 2007 में बसपा से राजनीति शुरू करने वाले राजौरिया ने 17 साल में चार बार दल बदले और अब फिर बसपा में लौट आए। राजौरिया का कहना है कि रमेश गर्ग ने 2013 के विधानसभा चुनाव में उनका साथ दिया था, अब उनको मेरी जरूरत है तो बसपा में शामिल हो गया। शहर के जीवाजीगंज में रहने वाले ट्रैक्टर व्यवसायी रामप्रकाश राजौरिया ब्राह्मण समाज से हैं। माना जा रहा है कि बसपा के पूर्व विधायक बलवीर डंडौतिया के भाजपा में शामिल होने के बाद बसपा प्रत्याशी रमेश गर्ग ने ब्राह्मण समाज के वोटरों को लुभाने के लिए राजौरिया को बसपा में शामिल कराया है। शनिवार दोपहर आनन-फानन में इसके लिए रणनीति बनाई गई और इसके बाद बसपा के वरिष्ठ नेतृत्व से अनुमति लेने के बाद रात 8 बजे राजौरिया को पार्टी में शामिल कर लिया गया।
देश की जनता ने नफरत की राजनीति को नकार दिया: कमलनाथ
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दो चरणों में कम मतदान हुआ है। इसे लेकर कांग्रेस नेता खुश नजर आ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया एक्स कर लिखा कि लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के मतदान के बाद स्पष्ट हो गया है कि देश की जनता ने नफरत की राजनीति को नकार दिया है। प्रदेश की 6 सीटों समेत पूरे देश की 88 सीटों पर कांग्रेस बेहद मजबूत स्थिति में है। जनता ने कांग्रेस के पांच न्याय का समर्थन कर देश में परिवर्तन के लिए मतदान किया है। कांग्रेस और इसके घटक दलों के समर्थन में मतदान करने के लिए मध्यप्रदेश के मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कल रहेंगे उप्र के चुनावी दौरे पर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 29 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के अमेठी जाएंगे। वे यहां भाजपा की प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की नामांकन रैली में भाग लेंगे। रोड शो कर जनसभा को भी संबोधित करेंगे। यहां से झारखंड जा सकते हैं। पार्टी द्वारा उनका कार्यक्रम तय किया जा रहा है। बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसके पहले उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी उनकी सभाएं हो चुकी है। अब एक बार फिर उत्तर प्रदेश के अमेठी में जनसभा को संबोधित करेंगे। यही नहीं इसके अलावा उनकी तीन अलग-अलग चुनावी सभाएं भी उप्र में तय की गई हैं।
दिग्विजय बोले, मेरी अर्थी निकालना चाहते हैं भाजपा नेता
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर राजगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इमोशनल कार्ड खेला है। यहां मतदान से पूर्व दिग्विजय सिंह ने भावुक अपील की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता मेरी अर्थी निकालना चाहते हैं, अब फैसला आपके हाथ में है कि मैं आपके सिर आंखों पर रहूं या कंधे पर रहूं। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजगढ़ के खिलचीपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर शायराना अंदाज में जुवानी वार किया था। उन्होंने कहा था कि आशिक का जनाजा है, जरा धूम से निकले।