अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में लग सकती है प्रदेश में चुनावी आचार संहिता
मध्यप्रदेश में आदर्श चुनाव आचार संहिता 7 अक्टूबर के बाद कभी भी लग सकती है। विधानसभा चुनाव नवंबर के तीसरे हफ्ते से शुरू हो सकते हैं। प्रदेश में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन चार अक्टूबर को होना है। पांच अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छतरपुर में केन-बेतवा लिंक परियोजना का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद आचार संहिता लागू की जा सकती है। सात या आठ अक्टूबर को चुनाव आयोग मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव नवंबर के दूसरे पखवाड़े में होंगे। 12 नवंबर को दीपावली है। इसके बाद ही मतदान की तिथियां घोषित होने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो मंत्रियों ने भी सात अक्टूबर तक के ही अपने सरकारी कार्यक्रम अभी बनाए हैं।
पूर्व सांसद भगत सहित शिवराज के दो करीबी हुए अब कांग्रेसी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो करीबियों समेत एक पूर्व सांसद, दो जनपद पंचायत अध्यक्ष व अन्य नेताओं ने अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इनमें बालाघाट के पूर्व भाजपा सांसद बोध सिंह भगत, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सिंह, बुदनी के भाजपा नेता राजेश पटेल, सामान्य वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे के भतीजे सुमित चौबे शामिल हैं। सुमित चौबे और राजेश पटेल सीएम शिवराज के परिवार के करीबी माने जाते हैं। इस दौरान कमलनाथ ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि शिवराज ने तो बच्चों को भी नहीं छोड़ा। मिड-डे-मील में भी मिलावट हुई है। प्रदेश में एक करोड़ युवा बेरोजगार हैं। हमारी सरकार 15 महीने रही। हमने 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया था तो क्या गलत किया था? हमने 1000 गौशालाएं बनाई तो क्या गलती की?
डीजी के बढ़ सकते हैं दो और पद
पुलिस मुख्यालय द्वारा डीजी वेतनमान के दो और पद बढ़ाने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा है। फिलहाल प्रदेश में डीजी स्तर के 12 पद स्वीकृत हैं। प्रदेश में अधिकारियों की संख्या अधिक होने से 1990 बैच के आईपीएस अफसर अब तक डीजी वेतनमान में पदोन्नत नहीं हो पाए हैं। जबकि अन्य राज्यों में इस बैच के अफसर डीजी वेतनमान में पदोन्नत हो चुके हैं। प्रदेश में डीजी के पांच कैडर पद हैं, जबकि पांच एक्स कैडर के हैं। गृह विभाग ने इसी वर्ष डीजी के दो और पद दो साल के लिए स्वीकृत किए हैं। इससे प्रदेश में अभी डीजी वेतनमान के 12 अधिकारी पदस्थ हैं। दो और पद बढ़ने पर अशोक अवस्थी और विजय कटारिया डीजी वेतनमान में पदोन्नत हो सकते हैं। तीस नवंबर को विपिन माहेश्वरी की सेवानिवृत्ति पर अनुराधा शंकर सिंह को डीजी वेतनमान में पदोन्नति मिल जाएगी। इसके बाद भी 1990 बैच के बीबी शर्मा डीजी वेतनमान में पदोन्नत हुए बिना ही सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
सुरजेवाला बोले, मध्यप्रदेश में आदिवासी होना अपराध हो गया
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीसीसी में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पिछले कुछ सालों में आदिवासी अत्याचार को लेकर हुई घटनाओं पर एक शॉर्ट वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में अनूपपुर, सीधी सहित तमाम जिलों में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए मप्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा हमारे आदिवासी भाई को भाजपा के नेता सिर पर चप्पलों से पीट रहे हैं। जबकि दूसरे आदिवासी साथी की लाश जमीन पर पड़ी हुई है। कड़वा सत्य ये है कि ..आदिवासी भाई चप्पल से सिर पर पीटे जा रहा हैं और पेशाब से नहलाए जा रहे हैं। उन्हें जानवरों का खाना खिलाया जा रहा है। आदिवासी होना मप्र में अपराध हो गया है। आदिवासी गौरव और सम्मान पर यातनाओं का कहर ढा रहे हैं भाजपाई। ऐसी सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को बगैर किसी विलंब के इस्तीफा दे देना चाहिए। सुरजेवाला के आरोपों पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस की हालत बहुत खराब है। आदिवासियों का सबसे ज्यादा नुकसान अगर देश में किसी ने किया है तो वह कांग्रेस ने ही किया है।