बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/उमराव को शिकायत पड़ गई भारी

उमाकांत उमराव

उमराव को शिकायत पड़ गई भारी
1996 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी उमाकांत उमराव को राज्य शासन ने प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं सहकारिता विभाग से हटाकर सदस्य राजस्व मंडल, ग्वालियर के रूप में पदस्थ किया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी स्मिता भारद्वाज को उमराव के विभागों का प्रभार अतिरिक्त रूप से दिया गया है। जानकारी के मुताबिक एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा के कम्प्यूटरीकरण और 4500 पैक्स समितियों और 900 सहकारी बैंकों की शाखाओं के लिए माइक्रो चिप एटीएम कार्ड की खरीदी में आर्थिक गड़बड़ी के आरोप लगाकर ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त को शिकायत की गई थी। अन्य अधिकारियों के अलावा इसमें शिकायतकर्ता ने उमाकांत उमराव की भूमिका को लेकर भी कई तरह के सवाल उठाये थे।

जैनों ने सम्मेद शिखर का सही विरोध किया: शंकराचार्य
गोवर्धन मठ के पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि तीर्थ स्थल आज पिकनिक स्पॉट की तरह विकसित किए जा रहे हैं। जहां से अध्यात्म दूर होता जा रहा है। वर्तमान दिल्ली को इंद्रप्रस्थ बताया गया है, जो पहले प्रमुख धार्मिक स्थल था। आज यदि आप किसी को बोलेंगे की तीर्थ के लिए दिल्ली जा रहा हूं तो लोग हंसेंगे। मैंने कई साल पहले इसके बारे में बताया था, लेकिन हिंदुओं ने इससे कुछ नहीं सीखा। हालांकि जैनों ने इसे अपनाया और सम्मेद शिखर जी को लेकर कड़ा विरोध किया, जिसके दबाव में सरकार को भी अपना फैसला वापस लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के नाम पर आज उन्माद तंत्र बढ़ रहा है। आज के लोकतंत्र में कितनी ही विसंगतियां हैं। जबकि प्राचीन काल में राजतंत्र एक अच्छे लोकतंत्र की तरह काम करता था। मंत्रिमंडल में 4 विद्वान शास्त्रों में ब्राह्मण, 8 रक्षाविद क्षत्रिय, 21 वैश्य और 3 शूद्र को शामिल करने का विधान था। जिसमें हर समाज का प्रतिनिधित्व किया जाता था।

फर्जीवाड़ों की जांच करने नेता प्रतिपक्ष ने लिखी चि_ी
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा ली गई परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं किए जाने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को चि_ी लिखी है। सिंघार ने पत्र में लिखा है कि चालू वित्त वर्ष में बेरोजगार युवकों को रोजगार देने के लिए कई परीक्षाएं ली गईं लेकिन, परिणाम घोषित नहीं किए गए। इससे बेरोजगार युवा रोजगार से वंचित हैं। पत्र में यह भी कहा है कि परीक्षा बोर्ड द्वारा संविदा वर्ग दो के प्रथम चरण की परीक्षा हुई है, लेकिन दूसरे चरण की परीक्षा अब तक नहीं हुई है। पटवारी की परीक्षा के परिणाम घोषित हुए हैं किंतु, उसमें फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की जांच अब तक पूरी नहीं हुई हैं, जिससे नियुक्तियां पेंडिंग हैं। कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा अगले साल के लिए परीक्षा कार्यक्रम घोषित नहीं किया है जबकि, कैलेंडर घोषित हो जाना चाहिए।

सरकारी बंगले में नहीं रहेंगे उपमुख्यमंत्री शुक्ल
प्रदेश में ज्यादातर मंत्रियों को अभी सरकारी बंगले की दरकार है। इस बीच खबर है कि उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल निजी घर में रहेंगे। राजधानी के बाबडिय़ाकलां स्थित अल्टीमेट स्काई विला में उन्होंने आलीशान बंगला बनवाया था। पिछली सरकार में मंत्री बनने से पहले ही उन्होंने गृह प्रवेश किया। इसके बाद उनके सितारे ऐसे चमके कि 4 महीने के भीतर मंत्री और फिर उपमुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गए। नया घर उनके लिए शुभ साबित हो रहा है। ऐसे में उन्होंने बंगला नहीं छोड़ने का मन बना लिया है। पिछली विधानसभा में जब वे विधायक थे, तब वे उसमें रहने पहुंच गए थे। विस चुनाव से ठीक पहले शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें मंत्री बनाया गया था। डॉ. मोहन यादव सरकार में वे उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। इसकी वजह से ही उनके द्वारा पिछले दिनों पड़ोसियों के बीच यह ऐलान कर दिया कि वे यह घर नहीं छोड़ेंगे। उपमुख्यमंत्री के रूप में भी इसी घर में रहेंगे।

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