पचौरी ने पटेल पर सेटिंग का आरोप लगाया, राजकुमार ने भेजा नोटिस
विधानसभा उपचुनाव के बुदनी और विजयपुर में प्रचार सोमवार शाम से थम गया, लेकिन प्रचार के अंत में पुराने विवाद फिर से खड़े हो गए। बुधनी के भैरूंदा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके भाजपा नेता सुरेश पचौरी ने 2009 के लोकसभा चुनाव में विदिशा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहे राजकुमार पटेल के पर्चा खारिज होने के पीछे की कहानी मंच से सुना दी। पचौरी ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में आरोप लगाया कि पटेल ने बी-फॉर्म वाला विवाद पैदा होने से ठीक पहले अपने मोबाइल से मन्नू डागा के मोबाइल नंबर पर दो बार उस वक्त कॉल किया जब भाजपा प्रत्याशी सुषमा स्वराज उनके घर रुकी हुई थीं। कोई भी इसकी कॉल डिटेल निकालकर पता कर सकता है कि तब पटेल के साथ अन्याय हुआ था या उनकी सेटिंग हो गई थी। इस बयान के बाद पटेल ने पचौरी को लीगल नोटिस भेजा है।
कांग्रेस और सोरेन परिवार सत्ता के लोभी: मुख्यमंत्री
विस चुनाव के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव सोमवार झारखंड गढ़वा, के चतरा और सिमरिया में तीन अलग-अलग जनसभाएं कीं। डॉ. यादव ने कांग्रेस और हेमंत सोरेन को राम विरोधी और सत्ता का लोभी बताते हुए कहा कि झारखंड का चुनाव सामान्य चुनाव नहीं बल्कि धर्मयुद्ध है। सनातन धर्म पर चोट करने वालों को यह जवाब देने का मौका है। अपने घर के आस-पास देखो, आपकी जमीनों पर बांग्लादेशी घुसपैठिए आ गए हैं। इन घुसपैठियों को हटाने के लिए पहले इनके मददगारों को सत्ता से हटाना होगा।
दूसरे दलों से आए नेताओं पर भाजपा संगठन को कोई संदेह नहीं : वीडी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि दूसरे दलों से आए नेताओं पर भाजपा संगठन को कोई संदेह नहीं है। यह सभी नेता चाहे वे किसी भी दल से आए हों भाजपा की रीति नीति से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं। अब वे भाजपा के हैं। यदि किसी को किसी से कोई व्यक्तिगत परेशानी है तो उसके लिए संगठन का फोरम है। शर्मा ने कहा कि भाजपा संगठन एक परिवार की तरह काम करता है। परिवार में भी कुछ मुद्दों पर आपसी मतभेद होते नहीं होते। पिछले दिनों भूपेंद्र सिंह ने सागर में कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि ऐसे लोगों को पार्टी स्वीकार करें, लेकिन मैं नहीं करूंगा। उनके इस बयान को भाजपा में शामिल हुए खुरई के पूर्व कांग्रेस विधायक अरुणोदय चौबे और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ माना जा रहा था। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था। उधर सागर में सोमवार को मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि अगर सागर का कोई नेता, पार्टी से ऊपर हो गया है तो यह शीर्ष नेतृत्व के विचार का मुद्दा है। क्योंकि मप्र में सबसे अधिक सदस्यता लेने पर शीर्ष नेतृत्व ने प्रशंसा की थी।
शिवराज प्रभारी थे तो हरियाणा में 4 सीटें मिली थीं: विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हाल ही में हुए एक कार्यक्रम के दौरान एक ऐसा बयान दे डाला जो कि चर्चा में बना हुआ है। असल में विधानसभा क्षेत्र क्र. 1 में दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें मंत्री विजयवर्गीय द्वारा दिया गया बयान चर्चा का विषय बन गया है। हरियाणा में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि जब शिवराज सिंह चौहान हरियाणा के चुनाव प्रभारी थे, तब भाजपा को चार सीटें मिली थीं, लेकिन जब मैं प्रभारी बना तो इंदौर के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने वहां दिन रात मेहनत की। तन मन से जुटे रहे और भाजपा की सरकार बनी।