चांचौड़ा विधायक के देवर पर कृषि अफसर को धमकाने का आरोप
चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक प्रियंका मीना के देवर पर कृषि उप संचालक ने अपने अपहरण, धमकाने और रुपये मांगने के गंभीर आरोप लगाकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है। वहीं, विधायक व उनके देवर ने आरोपों को झूठा बताकर अधिकारी पर साजिश करने का आरोप लगाया है। कृषि विभाग के उप संचालक अशोक उपाध्याय ने शिकायत में कहा है कि विधायक प्रियंका मीना के देवर अनिरुद्ध मीना के फोन करने के अगले दिन 21 जून को सुबह 11 बजे वह विधायक के कार्यालय पैंची पहुंचे। यहां विधायक के देवर अनिरुद्ध ने उर्वरक की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। चूंकि दोपहर 12 बजे कलेक्टर के साथ बैठक थी ,इसलिए उनसे जाने की अनुमति मांगी तो अनिरुद्ध ने नहीं जाने दिया और दूसरे कमरे में बैठा दिया। अनिरुद्ध ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और उनका मोबाइल लेकर दूर रख दिया। इसके बाद गालियां देते हुए कहा कि जब यहां बुलाया जाता है, तो तत्काल एक घंटे में उपस्थित हुआ करें।
माधवी शाह को जेल जाने से बचा रही राज्य सरकार, कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने अमरवाड़ा से भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह और हर्रई नगर पंचायत की अध्यक्ष रही उनकी पत्नी माधवी शाह पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने संवाददाताओं से कहा कि माधवी वर्तमान में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर है। उनके खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के केस में पुलिस द्वारा चार्जशीट तैयार की जा चुकी है, लेकिन राज्य शासन चार्जशीट कोर्ट में पेश करने की मंजूरी नहीं दे रहा है, क्योंकि अब वे भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। कांग्रेस के आरोपों को गलत बताते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि झूठ का झुनझुना बजाना कांग्रेस की पुरानी आदत है।
कांग्रेस में पैसों से दिए जाते हैं टिकट, रावत ने बोला बड़ा हमला
कांग्रेस पार्टी में पैसे से टिकट दिए जाते हैं। पार्टी ने ऐसे आदमी को टिकट दिया, जिसने मेरे खिलाफ प्रचार किया और बूथ कैप्चरिंग की थी। कांग्रेस में किसी की सुनवाई नहीं होती। न ही कार्यकर्ता की और न ही नेता की। अगर कांग्रेस में सुनवाई होती तो मैं भाजपा में क्यों जाता। इस तरह के आरोप कांग्रेस के विजयपुर से वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत ने लगाए हैं। उल्लेखनीय है कि विजयपुर से विधायक रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन उन्होंने अब तक विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है और तकनीकी रूप से वह अब भी कांग्रेस के विधायक हैं। विधायक रावत ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से चर्चा की। इस दौरान रावत ने कांग्रेस पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए। विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब समय आएगा तब इस्तीफा दे दूंगा। कांग्रेस को जो करना है वो कर सकती है।
विस में रामनिवास की सीट पर बैठेंगे पूर्व मंत्री घनघोरिया
विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष के खेमे में बैठक व्यवस्था बदली हुई नजर आएगी। कांग्रेस की ओर से जिस फ्रंट सीट पर वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत बैठा करते थे, अब वहां जबलपुर पूर्व से वरिष्ठ विधायक लखन घनघोरिया बैठेंगे। विपक्ष की (बायीं) ओर से फ्रंट लाइन में पहली सीट नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, दूसरी पर पूर्व सीएम कमलनाथ, तीसरी पर अजय सिंह के बाद चौथी सीट रामनिवास रावत को आवंटित थी। कांग्रेस ने यह सीट पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के लिए तय करने का आग्रह विधानसभा अध्यक्ष से किया है।