प्रचारकों को सौंपा सामाजिक समरसता को निचले स्तर पर पहुंचाने का जिम्मा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रशिक्षण वर्ग में हिंदू समाज में सामाजिक समरसता बढ़ाने को लेकर चिंतन किया जा रहा है। इसे लेकर सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की मौजूदगी में संघ के 46 संगठनों के प्रचारक केदारपुर सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल परिसर में एकत्र हुए हैं। शुक्रवार को सभी संगठनों की सामूहिक बैठक के दौरान डॉ. भागवत ने प्रत्येक संगठन को दिए गए कार्यों की स्थिति जानी। साथ ही काम के दौरान आने वाली परेशानियों की जानकारी भी ली। दीपावली के दिन गुरुवार से शुरू हुए इस वर्ग में देशभर से आए लगभग 450 से अधिक पूर्णकालिक प्रचारक भाग ले रहे हैं। शुक्रवार को हुए मंथन के दौरान देशभर से आए प्रचारकों को जिम्मेदारी दी गई कि वे हिंदू समाज में सामाजिक समरसता के संदेश को निचले स्तर तक पहुंचाएं। इस दौरान विभिन्न अनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों द्वारा बताई गई परेशानियों और सुझावों को भी वरिष्ठजनों ने गंभीरता से सुना। संघ के वर्ग में सामाजिक प्रकल्पों को और ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित करने की बात कही गई है। शनिवार को ग्वालियर आ रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी गोवर्धन पूजा के कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वर्ग में शामिल होने केदारपुर जाएंगे। हालांकि मुख्यमंत्री के तय कार्यक्रम में इसका जिक्र नहीं किया गया है।
अगरतला वीकली व पुणे हमसफर को हफ्ते में 4 दिन चलाने की तैयारी
रेलवे के नए टाइम टेबल में आरकेएमपी से चल रही पुणे हमसफर और अगरतला वीकली को सप्ताह में चार दिन चलाने की तैयारी चल रही है। वहीं, दक्षिण भारत से आवागमन करने वाली एपी, केरल, तमिलनाडु, गोवा और तेलंगाना एक्सप्रेस को भी इसी टाइम-टेबल में आरकेएमपी में हाल्ट देने के लिए प्लेटफॉर्म अपग्रेडेशन का काम चल रहा है। इटारसी के लिए बीना की तर्ज पर मेमू या पैसेंजर ट्रेन भी चलाई जाएगी। हालांकि इसे जनवरी में लागू होने वाले रेलवे टाइम-टेबल के बाद शुरू किया जा सकेगा। वर्तमान में आरकेएमपी से चलाई जा रही पुणे (धारवाड़) हफसफर एक्सप्रेस में औसतन हर सप्ताह 850 से 1000 यात्री यहां से रवाना होते हैं। इसी तरह अगरतला के लिए चलाई जा रही वीकली ट्रेन में भी हर सप्ताह 1250 तक यात्री यहां से सफर की शुरुआत करते हैं। यात्रियों के फीडबैक के आधार पर दोनों ही ट्रेनों को सप्ताह में चार दिन तक करने की तैयारी शुरू की गई है।
पॉलिसी की शर्तें स्पष्ट नहीं की, एलआईसी पर 75 हजार जुर्माना
जिला उपभोक्ता फोरम ने दो मामलों में फैसला सुनाया है। फोरम ने सेवा में कमी करने पर एलआईसी (लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन) पर 75 हजार रुपए और वर्मा ट्रैवल्स पर 43 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। कटारा हिल्स निवासी परिवादी ने 12 साल का बीमा करवाया था। परिवादी ने एलआईसी से जीवन सरल इंश्योरेंस पॉलिसी ली थी, जिसका प्रीमियम 12 हजार 10 रुपए था। परिवादी का कहना है कि उसे पॉलिसी पूरी होने पर 2 लाख 50 हजार रुपए मिलने थे। लेकिन, परिवादी को सिर्फ 71 हजार 268 रुपए ही मिले। इसके बाद परिवादी को कंपनी से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उसने उपभोक्ता फोरम में गुहार लगाई। वहीं, फोरम ने एलआईसी द्वारा किस मामले में कितनी राशि दी जानी है, इसको सही से नहीं दर्शाने के मामले में उसके खिलाफ फैसला सुनाया है। फोरम ने एलआईसी द्वारा परिवादी को 50 हजार रुपए उसके द्वारा जमा की गई राशि के रूप में वापस करने के साथ ही 20 हजार रुपए मानसिक कष्ट और 5 हजार रुपए वाद-व्यय के रूप में जुर्माना लगाया है।
एसीएस ने कहा- किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाएंगे
सीहोर जिले के चंदेरी और रामखेड़ी गांव के किसानों ने अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन मिश्रा से मिलकर समस्याओं पर चर्चा की। किसानों ने एसीएस से कहा कि सोयाबीन की फसल इस बार काफी खराब हो गई है। इस वजह से एक एकड़ में से आधा क्विंटल सोयाबीन ही निकल पाई है। लागत भी नहीं निकल सकी है। इस कारण खराब सोयाबीन की फसल में आग लगाने को मजबूर हो गए। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने किसानों को आश्वासन दिया कि उन्हें फसल बीमा दिलाने की उचित कार्रवाई की जाएगी। समाजसेवी एमएस मेवाड़ा के साथ किसान रमेश चंद्र वर्मा, मोतीलाल मेवाड़ा, राम सिंह मेवाड़ा एवं फूल सिंह मेवाड़ा और रामाखेड़ी के कई किसान चर्चा में शामिल थे।