- प्रणव बजाज

सीएम बोले- कोरोना काल में नहीं सो सके सात दिनों तक
हाल ही में जबलपुर प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स से रूबरू हुए। उन्होंने स्टूडेंट के सवालों के जवाब भी दिए। एक छात्रा के कोरोना काल के समय की कार्यशैली पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने अपने दर्द को कुछ इस तरह बयां किया, कहा कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बहुत भयावह थी। मैं अपने जीवन के वो सात दिन कभी नहीं भूल सकता जब मप्र में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। हम वो सात रात तक सो नहीं पाए थे। दिन-रात प्रदेशवासियों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था में जुटे रहे। कैसे कोरोना संक्रमण को नियंत्रण किया जाए इसके लिए अलग-अलग जिलों की अलग रणनीति बनाकर काम किया।
आईएएस अजय गुप्ता उपसचिव गृह तो आईपीएस सचिन को चंबल आईजी का प्रभार
कल बुधवार को एक आईएएस और एक आईपीएस की पदस्थापना के आदेश जारी किए गए। इसके तहत सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा वर्ष 2009 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अजय गुप्ता को गृह विभाग में उप सचिव पदस्थ किया गया है। इसके पहले गुप्ता सीहोर में कलेक्टर के पद पर थे और वहां से हटने के बाद उन्हें मंत्रालय में उपसचिव बनाया गया था। वे अपनी नई पदस्थापना के इंतजार में थे। वहीं 2007 बैच के आईपीएस अफसर वर्तमान में डीआईजी चंबल रेंज सचिन अतुलकर को आईजी चंबल जोन का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। गृह विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।
नवाचार पसंद हैं शहडोल कमिश्नर आईएएस राजीव शर्मा
मध्य प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2002 के बैच के अधिकारी राजीव शर्मा की गिनती नवाचार व ईमानदार अफसरों में होती है। वे जहां और जिस विभाग में भी रहे उन्होंने प्रदेश के विकास में जनता की सहूलियत के बारे में सोचा। शर्मा खुद तो नवाचार करते ही हैं दूसरों को भी रचनात्मकता के लिए प्रेरित करते हैं। दो महीने पहले ही उन्हें शहडोल का कमिश्नर बनाया गया है। वहां पहुंचते ही उन्होंने राजस्व सेवा और ग्राम सेवा अभियान शुरू किया। इसमें प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी ग्रामीणों के बीच पहुंचकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ज्ञात रहे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में शहडोल प्रवास के दौरान इस अभियान का शुभारंभ किया और इस अभियान की सराहना भी की। दरअसल शर्मा एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के साथ-साथ ख्यातिनाम लेखक भी हैं। उन्होंने विभिन्न विषयों पर अब तक पांच पुस्तकें लिखी हैं। इनमें आदि शंकराचार्य के जीवन पर आधारित उनका चर्चित उपन्यास ‘विद्रोही सन्यासी’ भी शामिल है।
मजदूर पिता की दो बेटियों के हाथ पीले कराकर खुश हैं सांसद प्रज्ञा
भोपाल की लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने राजधानी के एक गरीब परिवार की दो बेटियों की शादी न सिर्फ धूमधाम से कराई है बल्कि उन्हें यथायोग्य उपयोगी सामान भेंट कर ससुराल के लिए विदा किया है। दुल्हन बनी दोनों बेटियों संध्या और चंचल ने कहा इस दीदी ने हमारी शादी कराकर जो एहसान किया है उसका बदला कभी नहीं चुका पाएंगे। जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है।आज हमने भगवान के रूप में प्रज्ञा दीदी को देख लिया है। दोनों बच्चियों के माता-पिता टीला जमालपुरा में रहते हैं और मजदूरी करते हैं। बता दें कि हर अमीर से लेकर गरीब मां-बाप की चाहत होती है कि वह अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करे और इस अनमोल क्षण को उसके जीवन का बेहतर सबसे यादगार पल बना दे लेकिन कई बार आर्थिक तंगी और परेशानी इस सपने को चकनाचूर कर देती है। संध्या और चंचल के गरीब मां-बाप के सामने भी यही स्थिति थी। उनके सपनों के आगे गरीबी रोड़ा बनकर खड़ी हो गई। जब यह बात सांसद प्रज्ञा ठाकुर को पता चली तो उन्होंने इन दोनों बच्चियों की शादी अपने बंगले से कराने का संकल्प लिया।