- प्रणव बजाज
गजब! पूर्व स्पीकर एनपी बेहयाई की विस पूल सामान वापिस नहीं किया
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति अध्यक्ष एनपी द्वारा डेढ वर्ष बाद भी पूर्व विधानसभा पूल का सामान वापिस नहीं करने को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है। दरअसल इसको लेकर वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से शिकायत की है। इसमें उन्होंने कहा है कि उनके बंगले में जरूरत का सामान नहीं है। बताया जा रहा है कि एनपी प्रजापति ने कमलनाथ से अपने बेटे की शादी तक यह सामान अपने पास रखने का आग्रह किया था, लेकिन बेटे की शादी टल गई। उसके बाद भी सामान वापिस नहीं किया। वहीं वर्तमान अध्यक्ष गौतम के बंगले के लिए अलग से नये एसी खरीदे गये हैं जबकि पूल के एसी एनपी के बंगले में अब भी लगे हैं। एनपी का ऐसा आचरण पहले भी देखा गया है। जब वे विधानसभा अध्यक्ष थे तब दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में सीएम के लिए आरक्षित स्वीट रुम को खुलवाने के लिए अड़ गए थे। यही नहीं रुम नहीं मिलने पर उन्होंने हंगामा किया और धरने पर बैठ गये थे। तब एनपी के इस आचरण से कमलनाथ नाराज हुए और तुरंत अपना निजी सामान रुम में रखवाकर रुम लॉक करा दिया था। इसके बाद नई व्यवस्था बनाई गई और विधानसभा अध्यक्ष के नाम से स्थाई रुम रखने का आदेश जारी करना पड़ा था।
मंत्री यशोधरा राजे ने लगवाई छह किल कोरोना मशीनें
वैसे तो कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए लगातार अनुसंधान किए जा रहे हैं। इसी क्रम में ऐसी मशीनें आई हैं जो कोरोना वायरस को खत्म करेंगीं। प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा शिवपुरी जिला अस्पताल में ऐसी छह मशीनों को स्थापित किया गया है। यह किल कोरोना मशीनें ऋणायन और धनायन इलेक्ट्रोड मेथड पर काम करती हैं। ये मशीनें प्रोटोन से बने धनात्मक आयन वाले कोरोना वायरस के विरुद्ध प्रभावित क्षेत्र में ऋणायन वाली वेब प्रवाहित करेंगीं। जो इन धनायन कोरोना का खात्मा करती हैं। बताया जा रहा है कि इन मशीनों से निकलने वाली वेब पॉजिटिव आयन वाले कोरोना वायरस को नेगेटिव आयन के जरिए शिकस्त देने में सक्षम हैं। शिवपुरी का जिला अस्पताल संभवत: प्रदेश का पहला जिला अस्पताल है जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को आईसीयू और एचडीयू वार्ड में स्थापित इन मशीनों ने काम करना शुरू किया है। इन मशीनों को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ट्रस्ट के सौजन्य से स्थापित किया गया है।
डॉ. प्रभुराम चौधरी ने स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल बढ़ाने गाया गीत
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन वर्करों का मनोबल बढाया। मंत्री ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ‘हम होंगे कामयाब, एक दिन’ गीत का कर उनका उत्साहवर्धन किया और कहा कि आप सभी के धैर्य, लगन, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के समक्ष मैं नतमस्तक हूं और गौरव का अनुभव कर रहा हूं। पिछले करीब डेढ़ साल से कोरोनावायरस से प्रदेश पीड़ित है दूसरी लहर आने से चुनौतियां बढ़ गई थी। आप लोगों के सहयोग से हम सभी ने पूरी तरह से इस संक्रमण का मुकाबला किया। उन्होंने कहा कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय टीकाकरण है। अकेला टीका है जो कोरोना से युद्ध में हमारी जीत की गारंटी देता है। इसलिए टीकाकरण के लिए प्रदेश के 18 साल और उससे अधिक आयु के हर व्यक्ति को प्रेरित करना होगा। अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ होने से हम सबकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। क्योंकि हमारा व्यवहार समाज के प्रत्येक वर्ग को प्रभावित करता है। युद्ध जब लंबा खिंच जाता है तो ऐसे में सैनिकों का मनोबल विजय का आश्वासन साबित होता है।
अरुण यादव ने खंडवा जिले के फीडबैक पर उठाया सवाल
कोरोना महामारी के दौरान पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव खंडवा में ज्यादा सक्रिय हैं। वे क्षेत्र के लोगों से लगातार संवाद करते हैं और मदद करते हैं। हाल ही में उन्होंने मुख्यमंत्री को जिले के फीडबैक पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि सीएम को प्रेजेंटेशन में खंडवा जिले का जो फीडबैक फॉर्म आया है उसमें दस मरीजों का फीडबैक दिया गया है जबकि उनसे एवं उनके परिजनों से बात करने पर पता लगा है कि उन्होंने कोई फीडबैक ही नहीं दिया। यही नहीं इनमें से पांच मरीजों की तो मौत हो चुकी है। अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए बताया कि सीएम को दिए दस मरीजों के फीडबैक में से रेखा खुराना, सरिता, प्रदीप पहारे, प्रेमचंद और मांगीलाल की मौत हो चुकी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि खंडवा जिला कोरोना के दौरान चर्चा का विषय बना हुआ है। अब जिला अस्पताल का मामला सामने आया है। जहां मृतकों ने भी अस्पताल के लिए अच्छा फीडबैक दिया है। हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि जिस रिपोर्ट का हवाला यादव ने दिया है वह पुरानी है।