- प्रणव बजाज
प्रदेश के दो सांसदों की सांसत
प्रदेश के दो सांसद इन दिनों बेहद परेशान हैं। उनकी परेशानी की वजह है उनकी खुद की संसदीय सीट। उनकी सीटों पर इस बार भी जनता के गुस्से का खतरा बना हुआ है। इसकी वजह से यह दोनों ही सांसद दो साल बाद होने वाले चुनाव में अपने लिए सुरक्षित सीट चाहते हैं। इसकी वजह से वे अभी से सक्रिय हो गए हैं। खास बात यह है की इस बार उन्हें लग रहा है की सीट बदलना आसान नही होगा। ऐसे में दोनों ही सांसद अपने-अपने हिसाब से नए समीकरण बिठाने में अभी से लग गए हैं। दरअसल प्रदेश के दो अलग-अलग अंचलों से आने वाले यह दोनों सांसद लगातार सीट बदल कर चुनाव में जीतते रहे हैं। उनकी किस्मत ही ऐसी है की बीते दो बार से मोदी जी का असर उन्हें जितवाकर लोकसभा भेज रहा है। इनमें से एक सांसद तो मोदी लहर के बाद प्रदेश में सबसे कम मतों से जीत सके थे। यह बात अलग है की इन दोनों ही सांसदो की किस्मत फिलहाल बुलंदी पर चल रही है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के खुलासे की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीईबी द्वारा आयोजित की गई शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के खुलासे की मांग करते हुए कहा है की बेराजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले जो भी हों उन्हें न केवल बेनकाब किया जाना चाहिए बल्कि उन पर कार्रवाई भी की जानी चाहिए। उनका आरोप है की उन्हें सरकार द्वारा बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कमलनाथ द्वारा ट्वीट कर कहा गया है की सरकार जांच के नाम पर समय खराब कर प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओंं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। जब जांच हो चुकी है तो फिर सरकार को निर्णय लेने में क्या परेशानी है। उनका कहना है की संगठित तरीके से अंजाम दिए गए इस घोटाले ने फिर प्रदेश में नौकरियों के लिए आयोजित चयन परिक्षाओं को कठघरे में खड़ा कर दिया है। यदि अब सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए तो गड़बड़ी करने वालों के हौंसले बुंलद हो जाएंगे।
छवि व नंदकुमारम जाएंगे प्रतिनियुक्ति पर
प्रदेश में जूनियर आईएएस अफसरों की कमी की वजह से उनकी प्रतिनियुक्ति पर रोक लगाने की तैयारी के बीच दो आईएएस अफसरों के प्रतिनियुक्ति पर भेजने के न्लिए शासन पूरी तरह से तैयारी मे है। उनकी फाइल को मंजूरी के लिए सीएम सचिवालय भेज दिया गया है। यह अफसर हैं 2008 बैच के छवि भारद्वाज और नंदकुमारम। यह दोनों अफसर मसूरी स्थित लाल बहादुर राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी जा रहे हैं। छवि अभी मुख्यमंत्री सचिवालय में अपर सचिव के साथ ही मेट्रो रेल कारपोरेशन की प्रबंध संचालक भी हैं। इसी तरह से नंदकुमारम भी एक अन्य संस्थान में बतौर प्रबंध संचालक पदस्थ हैं। इन दोनों ही अफसरों का चयन लाल बहादुर राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में उप संचालक के लिए किया गया है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले प्रदेश के ही आईएएस अफसर पदमवीर सिंह अकादमी के संचालक रह चुके हैं। इनके अलावा दो आईपीएस अफसर भी प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। इनमें छिंदवाड़ा एसपी विवेक अग्रवाल और नरसिंहपुर के एसपी विपुल श्रीवास्तव के नाम शामिल हैं।
अब भोपाल से रखी जाएगी सभी बांधों पर नजर
प्रदेश के एक दर्जन बड़े बांधो पर भोपाल से नजर रखने का काम किया जाएगा। इसके लिए उन पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन्हें सीधे जल संसाधन विभाग के कंट्रोल रुम से जोड़ा गया है। बारिस के समय यदि किसी तरह की कोई हलचल होती है तो सीधे तौर पर भोपाल से तत्वरित निर्देश दिए जा सकेंगे। इन बांधो में इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, बरगी, गांधी सागर, तवा, बारना, संजय सरोवर, मड़ीखेड़ा , माही, भगवंत सागर, भीमगढ़ और कोलार बांध शामिल हैं। दरअसल यह आंध प्रदेश के सबसे बड़े बांधो में शुमार हैं और इनसे सिंचाई के अलावा कुछ बांधो पर बिजली बनाने का काम भी किया जाता है।