- प्रणव बजाज
ये थी ठाकरे जी की भाजपा
भारतीय जनता पार्टी स्व कुशाभाऊ ठाकरे का जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है। बीते रोज उनकी जन्मतिथि पर प्रदेश पार्टी कार्यालय में मुख्य कार्यक्रम हुआ। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ठाकरे से जुड़ा एक प्रसंग सुनाया जिसे सुनकर वहां उपस्थित कई नेता भावुक हो गए। विजयवर्गीय ने कहा की जब सारे नेता हार मान जाते थे तो वह काम कुशाभाऊ ठाकरे को दिया जाता था। वे सादगी पसंद करते थे।1970 में वे इंदौर में संघ कार्यालय गणवेश लेने गए थे। राजेंद्र धारकर सहित अन्य वरिष्ठ नेता ठाकरे जी का इंतजार कर रहे थे। तभी वे साइकिल से आए। उन्होंने कहा था कि धार से इंदौर साइकिल से आने के कारण पांच-छह सौ कार्यकर्ताओं से मिल चुका हूं।
आईएएस अशोक शाह व आईपीएस कैलाश मकवाना होंगे पदोन्नत
प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अफसर व कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) केके सिंह व आईपीएस व डीजी होमगार्ड अशोक दोहारे आज रिटायर हो जाएंगे। इन दोनों के रिटायरमेंट के साथ ही महिला बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव अशोक शाह अपर मुख्य सचिव व सीआईडी के एडीजी कैलाश मकवाना स्पेशल डीजी वेतनमान में पदोन्नत होंगे। हालांकि इस बात की संभावना कम ही है कि इन दोनों अधिकारियों को पदोन्नति के बाद वहीं रखा जाए। दरअसल एपीसी का पद मुख्य सचिव के बाद सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पद पर हमेशा वरिष्ठ अधिकारियों की पदस्थापना की जाती है। ऐसी स्थिति में 1988 बैच के अधिकारी एनवीडीए के उपाध्यक्ष आईसीपी केसरी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीरा राणा या केंद्र की प्रतिनियुक्ति से लौट रहे शैलेन्द्र सिंह को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं डीजी होमगार्ड अशोक दोहारे के रिटायरमेंट के बाद इस पद पर 1987 बैच के वर्तमान में संचालक खेल व युवक कल्याण पवन जैन या स्पेशल डीजी ट्रेनिंग अरुणा मोहन राव को पदस्थ किया जा सकता है।
इंटरनेट मीडिया से दूर हुए आईएएस जांगिड़
लगातार विवादों में घिरे आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ ने आखिर इंटरनेट मीडिया से दूरी बना ली है। दरअसल जब से उन्हें बड़वानी जिला के अपर कलेक्टर पद से हटाया गया है तब से ही वे किसी न किसी विवाद में घिरे रहे हैं। हाल ही में दिल्ली में उनके द्वारा एक महिला को चाय पर बुलाने का मामला सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया है। यह जमकर वायरल भी हुआ। इसमें जांगिड़ ने ट्वीट के माध्यम से अपना परिचय देते हुए महिला को चाय के लिए आमंत्रित किया था। महिला ने इस पर आपत्ति जताते हुए लिखा था कि यह सब क्या है? हालांकि जांगिड़ का कहना है कि आखिर इसमें आपत्तिजनक क्या है। मैं पारदर्शिता के साथ काम करने में भरोसा रखता हूं। मैंने तय किया है कि कुछ समय के लिए मैं इंटरनेट मीडिया से दूर रहूंगा।
तबादलों का आज आखिरी दिन
प्रदेश में अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादलों का आज आखिरी दिन है। इसके बाद कर्मचारियों के तबादलों पर प्रतिबंध लग जाएगा। पिछले 16 अगस्त को तबादलों से प्रतिबंध हटने के बाद विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में अधिकारियों व कर्मचारियों के ट्रांसफर आदेश जारी किए गए। ज्ञात हो तबादला नीति में ट्रांसफर की अंतिम तारीख 31 जुलाई तय की गई थी। मंत्रियों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने तबादला की अवधि सात अगस्त तक के लिए बढ़ा दी थी। वहीं अगस्त के पहले हफ्ते में ग्वालियर चंबल में बाढ़ से भारी तबाही हुई थी। इस वजह से मुख्यमंत्री, मंत्री और पूरा प्रशासनिक अमला बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों में लग गया था। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने छह अगस्त को तबादलों पर 15 अगस्त तक के लिए रोक लगा दी थी। उसके बाद राज्य शासन ने 16 अगस्त को तबादलों पर लगी रोक हटाते हुए इसकी अवधि 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी थी।