बिहाइंड द कर्टन/अब चीनी मांझे पर हुई गृहमंत्री की नजर टेड़ी

  • प्रणव बजाज
 नरोत्तम मिश्रा

अब चीनी मांझे पर हुई गृहमंत्री की नजर टेड़ी
सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की नजर अब चीनी मांझे पर टेड़ी हो गई है। इसकी वजह से उनके द्वारा दोनों ई- कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट को अपनी बिक्री सूची से चीनी मांझे को हटाने की चेतावनी दी है। दरअसल हाल ही में चीनी मांझे की चपेट में आने से कई लोगों के घायल होने की घटनाएं हो चुकी हैं। इस संबंध में कई शिकायतें आने पर मिश्रा ने कहा कि तत्काल ही वे चीनी मांझे की बिक्री बंद कर दें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि प्रदेश में प्रतिबंधित गतिविधियों को संचालित करने की अनुमति किसी को भी नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में उज्जैन व इंदौर सहित कई जिलों में हुई घटनाओं के बाद प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित माझा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

बोले कमलनाथ: प्रदेश की सभी गौशालाओं की जांच हो
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बैरसिया में एक साथ कई गायों की मौत की घटना के बाद अब प्रदेशभर में संचालित हो रहीं गौ शालाओं की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जिन संस्थाओं को अनुदान दिया जा रहा है, वे उसका क्या उपयोग कर रही हैं, इसका ऑडिट कराया जाना चाहिए। गौ शालाओं के संचालन में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ बेहद सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। नाथ का कहना है कि जब राजधनी के पास के इलाके में यह हाल है तो अन्य जगहों पर क्या हाल होंगे समझा जा सकता है। उनका आरोप है कि सरकार सिर्फ दावे बड़े-बड़े करती है , लेकिन करती कुछ नही है। यही वजह है कि जिम्मेदार लोग कुछ करते नहीं और घटना के बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। उनका कहना है कि मेरी सरकार के समय गौशालाओं के चारे के लिए राशि बढ़ाई गई थी , लेकिन शिव सरकार ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है।

आवारा कुत्तों को पकड़ने पर भारी पड़े अफसर
राजधानी में पदस्थ एक रसूखदार अफसर का प्रिय आवारा कुत्ता सड़क पर घूमते हुए पकड़ना नगर निगम को भारी पड़ गया। अफसर के रसूख के चलते शहर में अब नगर निगम अमले ने आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान लगभग बंद सा ही कर दिया है। दरअसल उनका कुत्ता पकड़ने की जैसे ही जानकारी उक्त अफसर को लगी तो उसने अपने रसूख की ऐसी धौंस दिखाई की तत्काल नगर निगम का अमला आवारा कुत्तों को पकड़ने की जगह उनके प्रिय कुत्ते की तलाश में जुट गया। शाम तक की तलाश के बाद टॉमी नामक कुत्ते को वापस लाकर छोड़ दिया गया। इसके बाद नगर निगम के अमले को राहत मिल सकी। अब उस अफसर को कौन बताए की रात में तो दूर दिन में भी इन आवारा कुत्तों की वजह से कई गलियों में आम लोगों का निकलना दूभर बना हुआ है।

माननीय को धौंस देना पड़ गया भारी
शहर के एक माननीय ऐसे हैं कि वे अपने आवास पर अफसरों की क्लास लगाने का शौक रखते हैं। इसकी वजह से वे हर कभी क्षेत्र की जनता को बुलाकर अफसरों की क्लास लगा लेते हैं। इस क्लास में वे अफसरों को सीधे काम करने का फरमान सुनाते हैं। उनकी इस कार्यशैली से अफसर बेहद परेशान हैं। इसका तोड़ अब अफसरों ने जनता के सामने ही उनकी नाफरमानी करने के रुप में निकाल लिया है। हाल ही में उनके द्वारा जब इसी तरह का दरबार सजाने के बाद एक अफसर को सड़क बनाने का फरमान सुना दिया गया तो उसने यह कहते हुए काम करने से साफ इंकार कर दिया की विभाग के पास बजट ही नहीं है। बात यहीं समाप्त नही हुई हुई बल्कि दूसरे अफसर ने भी इसी तरह के फरमान पर काम कराने से इंकार कर दिया। इसके बाद माननीय को इन अफसरों को एकांत में सलाह देनी पड़ी है कि उनके क्षेत्र के लोगों के सामने वे हां कर दिया करें , भले ही बाद में काम न करें। वैसे बता दें की इन माननीय को अपने इलाके में हूटर बजाते वाहन से भ्रमण के दौरान पायलेटिंग कराने का बहुत शौक है।

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