- प्रणव बजाज
बोले नरोत्तम: गोविंद सिंह को बनाया जाए नेता प्रतिपक्ष
संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुगली फेंकते हुए नेता प्रतिपक्ष पद पर गोविंद सिंह की नियुक्ति की मांग की है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ की सदन में कम उपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर कमलनाथ के पास समय का अभाव है तो वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह को यह जिम्मेदारी दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बजट सत्र तभी सार्थक होगा, जब जनहितैषी मुद्दों पर चर्चा हो। इस चर्चा से ही प्रदेश के विकास का रोड मैप तैयार होगा, जिसके चलते जरूरी है कि कमलनाथ सत्र में पूरा समय दे। उनका कहना है कि सत्र नियम व परम्पराओं से चले, इसके लिए नेता प्रतिपक्ष की पूरे समय उपस्थिति जरूरी है। उधर, मीडिया से चर्चा में पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा सत्र शांति से और पूरे समय चलाना चाहिए। सभी विषयों और मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा होना चाहिए। विपक्ष की बातों को गंभीरता से सुना जाए और सरकार उनके सभी सवालों का जवाब दे। गोमाता की मौतों, गोशालाओं की हालत, पेंशनर्स और किसानों के मुद्दों पर हम इस सत्र में चर्चा करेंगे।
लोनिवि की हुई बल्ले-बल्ले
वित्त वर्ष के आंतिम माह में प्रदेश मंत्रिमंडल ने पीडब्ल्यूडी विभाग को एक हजार करोड़ की मंजूरी दे दी है। यह पहला मौका है जब वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले लोक निर्माण विभाग को यह छूट दी गई है। इससे विभाग दो हजार करोड़ रुपए तक के कामों की निविदा जारी कर सकेगा। कैबिनेट से स्वीकृति मिलते ही विभाग ने वित्तीय समिति की बैठक कर 983 किमी लंबाई की 222 सड़कें बनाने की प्रशासकीय मंजूरी भी जारी कर दी है। इस राशि से पन्ना, मंडला, सीहोर, रीवा, बालाघाट, छतरपुर और इंदौर में पुलों का निर्माण किया जाएगा। इसमें 15 किमी से कम लंबाई की वे सड़कें बनाई जाएंगी। जिनकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले कर चुके हैं। इसी तरह 13 पुलों का निर्माण कार्य भी शुरू कराया जाएगा। जिन जिलों में ये सड़कें निर्मित की जाएंगी उनमें इंदौर, भोपाल, धार, खरगोन, बुरहानपुर, गुना, देवास, पन्ना, सतना, उमरिया, कटनी, हरदा, होशंगाबाद, रायसेन, शाजापुर, विदिशा, सीहोर जबलपुर, टीकमगढ़, दमोह, रतलाम, नीमच आदि शामिल हैं।
दिग्विजय की सफाई, 4 दशक से है मेरा और कमलनाथ का साथ
करीब डेढ़ माह बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक साथ मंच पर नजर आए हैं। इस दौरान मंच से दोनों ने उनके बीच मनमुटाव जैसी कोई बात नहीं होने का संदेश देने का पूरा प्रयास किया। यही नहीं कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने मंच से कहा कि मीडिया उनके और कमलनाथ के बारे में जानबूझकर भ्रामक प्रचार करता है। उन्होंने कहा कि उनका और कमलनाथ का पिछले चार दशक का साथ है और यह साथ आगे भी बना रहेगा। हम दोनों को कोई अलग नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि उनके औश्र कमलनाथ के बीच कुटजता होने की ाूठी अफवाह फैलाई जाती है। गौरतलब है कि इससे पहले गत 21 जनवरी को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सीएम हाउस के पास धरने पर बैठे थे, तब पूर्व सीएम कमलनाथ भी उनके साथ धरने पर बैठ गए थे।
अब बाबू भी लगे जुगाड़ करने में
मध्यप्रदेश में एक बड़े विभाग की प्रमुख सचिव की चर्चा तो वैसे तो नवाचार के प्रयासों के लिए जमकर होती है , लेकिन इसके साथ ही उनकी चर्चा अफसरों को मुआयना कराने के बहाने घूमने के अवसर देने के रुप में भी होती है। दरअसल मैडम कोई भी योजना लागू करने से पहले आला अफसरों की टीम बनाकर किसी देश या राज्य में सर्वश्रेष्ठ प्रयास का मौका-मुआयना करवाने भेजती हैं। इससे अधिकारी उनसे खुश बने रहते हैं। यही वजह है कि इस विभाग में पर्यटन की जुगाड़ में कुछ अधिकारी तो हर योजना के लिए दुनिया में कहां बेहतर काम हुआ है, इसके लिए तलाश में ही लगे रहते हैं। इसके लिए कुछ अफसर तो बाकायदा प्रेजेंटेशन तक तैयार कर बैठे हुए हैं। अफसरों को मिल रही इस सुविधा को देखते हुए अब तो विभाग के बाबुओं तक ने पर्यटन के सपने देखना शुरू कर दिए हैं। यही वजह है कि अब उनके द्वारा इसके लिए ऑफिस ऑटोमेशन, ई-फाइल मैनेजमेंट की बेस्ट प्रैक्टिस कहां हो रही है, इसे तलाशना शुरू कर गया दिया। पता नहीं नवाचार में कब उनकी यात्रा का योग बन जाए।