बिहाइंड द कर्टन/अब उमा का भजन भी आया चर्चा में

  • प्रणव बजाज
उमा भारती

अब उमा का भजन भी आया चर्चा में
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों सोशल मीडिया के ट्वीटर पर खासतौर पर बहुत अधिक सक्रिय बनी हुई हैं। उनके ट्वीट भी ऐसे आ रहे हैं कि वे न केवल चर्चा में बनी हुई हैं, बल्कि उनके मायनों से आए दिन सियासी पारा बढ़ता दिखने लगता है। अब उनके द्वारा एक भजन का वीडियो साझा किया गया है। इसके साथ ही उनके द्वारा लिखा गया है कि मैं कोई बात भूल नहीं सकती। उनके मुताबिक ये भजन 30 साल पहले शिवराज सिंह चौहान ने सुना था, तब से उन्हें पसंद है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि उन्होंने (शिवराज सिंह चौहान) दो दिन पहले ये भजन सुनाने का आग्रह किया था। मैंने तुरंत उस भजन की रिकॉर्डिंग कर उन्हें भेज दिया है। दरअसल, उमा भारती कुछ ऐसा बोल या लिख देतीं हैं, जिसकी वजह से प्रदेश भाजपा संगठन और सत्ता के सामने असहज स्थिति बन जाती है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि पार्टी को सत्ता मैं दिलाती हूं, राज कोई और करता है। यही नहीं इसके पहले वे कई बार लगातार शराबबंदी को लेकर अभियान चलाने की घोषणा कर चुकी हैं, लेकिन हर बार तय तारीख से पहले ही वे अभियान टाल देती हैं।

संघ प्रमुख के आने से सुर्खियों में आया आरोग्य भारती
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत उज्जैन से लौटते समय देर रात भोपाल आकर सहयोगी संगठन आरोग्य भारती के कार्यालय गए और कार्यकर्ताओं संग करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की। भागवत के इस तरह से अचानक आकर आरोग्य भारती के दफ्तर में इतना समय देने की वजह से वह चर्चा में आ गया है। इसके पहले तक इस संस्था के बारे में महज संघ के सक्रिय स्वयंसेवक ही जानते थे, लेकिन अब इस संगठन की भी खूब चर्चा हो रही है। खास बात यह है कि इस दौरान संघ प्रमुख द्वारा मासिक पत्रिका आरोग्य संपदा का न केवल विमोचन किया गया, बल्कि बताया भी गया की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आरोग्य भारती की भूमिका क्या होनी चाहिए।  किस तरह से कार्य करे। उसका स्वरूप भविष्य के हिसाब से कैसा हो। संघ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान उन्होंने कार्य क्षेत्र और उपलब्धियों को सुना। आरोग्य भारती के कार्यों की जानकारी ली।  इस अवसर पर दीपक विस्पुते, हेमंत मुक्तिबोध, आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. अशोक वार्ष्णेय भी उपस्थित थे।

विधानसभा की कार्रवाई में दिखेंगे अब नवाचार
राज्य विधानसभा में अब विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कई तरह के नवाचार किए जा रहे हैं। इसके तहत विधायकों को प्रश्नकाल के दौरान प्रश्नोत्तरी से न प्रश्न और न ही संबंधित विभाग के मंत्री द्वारा दिए गए जवाब को दोहराने दिया जाएगा। अब विधायक को टू द पॉइंट में अपने जवाब लेने होंगे। इसके लिए बाकायदा प्रश्नकाल शुरू होने से पहले विधायकों को बताया जाएगा कि उन्हें किस तरह से प्रश्न पूछना है। इसके अलावा प्रदेश के सभी पूर्व विधायकों को भोपाल बुलाकर उनकी समस्याओं और सुझावों को जाना जाएगा। पिछले 14 साल से बंद पुरस्कार योजना भी शुरू की जाएगी। यह जानकारी विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर मीडिया से बातचीत में दी है। इस दौरान उनके द्वारा सदन संचालन के लिए किए गए नवाचारों की भी जानकारी दी। उन्होंने अपने एक साल की सबसे बड़ी  उपलब्धि आंसदी पर कोई आक्षेप नहीं लगने को बताया है।

अब गरीबों को मिलेगा पौष्टिक फोर्टिफाईड आटा
मध्यप्रदेश सरकार अब गरीबों को दिए जाने वाले गेंहू की जगह उन्हें पौष्टिक फोर्टिफाईड आटा देने की तैयारी कर रही है। पीडीएस के राशन में अभी एक रुपए किलो की दर से गेहूं दिया जाता है। खास बात यह है कि आटा देने की तैयारी के तहत ईओआई भी जारी कर दिया गया है और इसमें चालीस कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इस योजना को पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भोपाल, इंदौर सहित आठ जिलों में लागू किया जाएगा। खास बात यह है कि इस दिए जाने वाला आटा विटामिन्स, मिनरल्स और पोषण बढ़ाने वाली सामग्री से बना होगा। यह आटा दस किलो से 25 किलो तक के बैग में दिया जाएगा, जिसे तैयार कर राशन दुकानों तक पहुंचाने का काम आटा मिलों द्वारा किया जाएगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रत्येक हितग्राही को न्यूनतम पांच से आठ किलो तक आटा वितरित किया जाएगा।

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