- प्रणव बजाज
अब पवैया ने उठाए राहुल के डीएनए पर सवाल
राजनीति का प्रभाव देखिए की अब नेता विपक्षी नेताओं पर भी व्यक्तिगत हमला करने का मौका देखते रहते हैं। राजनीति है ही ऐसी चीज जो न कराए कम है। अब ताजा मामला प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया का है। दरअसल राहुल गांधी ने बीते दिन एक ट्वीट किया था, जिसमें उनके द्वारा लिखा गया था की एक हिंदूवादी ने गांधी जी को गोली मारी थी। इस पर पलटवार करते हुए पवैया ने राहुल गांधी के डीएनए पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। यही नहीं उनके द्वारा यह भी पूछा गया है कि राहुल बताएं की वे हिन्दु हैं। उनका कहना है कि अभी ऐसी कोई मशीन नहीं बनी है जो राहुल गांधी का डीएनए पता कर सके। यही नहीं पवैया ने तो यह तक कहा है कि राहुल गांधी को शर्म आनी चाहिए । उन्हें इस मामले में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उनका कहना है कि अगर गांधी की वास्तव में किसी ने हत्या की है तो वह कांग्रेस ही है।
पटेल को बताया बंदर और बड़बोला
सूबे के कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री द्वय दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को नाग और सपेरा बताने वाले बयान पर कांग्रेस ने भी अब उन पर उसी भाषा में हमला बोला है। यह हमला किया है कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने। उन्होंने पटेल की तुलना बंदर से करते हुए कहा है कि जो जिस भाषा का प्रयोग हमारे नेताओं के लिए करेगा उसे उसी की भाषा में उत्तर दिया जाएगा। उनका कहना है कि पटेल उस बंदर के समान हैं जो उछलकूद तो खूब करता है , लेकिन जिम्मेदारी से भागता है। उनका कहना है कि किसान खाद, बीज, बिजली के बढ़े हुए बिलों के बाद ओलावृष्टि से क्षति हुई फसल के मुआवजा के लिए परेशान है, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। फिलहाल इन दिनों भाजपा व कांग्रेस में जमकर बातों के तीर चल रहे हैं।
काली चरण सहित पांच को गोडसे आप्टे सम्मान
प्रदेश में धीरे-धीरे गांधी का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। हालत यह है कि किसी न किसी बहाने से अप्रत्यक्ष ही सही कोई न कोई उनका विरोध करने लग जाता है। अब ग्वालियर में बीते दिनों जब महात्मा गांधी की पुण्यतिथि थी, तभी हिन्दू महासभा ने नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे की गिरफ्तारी दिवस होने की वजह से न केवल शोक स्मृति दिवस मनाया बल्कि, इस दौरान गोडसे व आप्टे को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा की है। महासभा द्वारा यह पुरस्कार इस बार पांच लोगों को देने की घोषणा की गई है। इनमें संत कालीचरण के अलावा किशोर माहौर, आनंद माहौर, पवन माहौर और नरेश बाथम के नाम शामिल हैं। दरअसल, 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या के आरोप में गोडसे और आप्टे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल महासभा के इस कदम से प्रदेश में एक बार फिर से नया विवाद खड़ा होने लगा है।
अब पांच दिन और चलेगा भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान
भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान अब पांच दिन और चलेगा। अभियान की तिथि वृद्धि की घोषणा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने की है। उनका कहना है कि पूर्व निर्धारित समय में 90 फीसदी से अधिक बूथों का फिजिकल वेरिफिकेशन कर लिया गया है। कुछ ग्रामीण इलाकों में तकनीकी समस्या की वजह से काम रह गया है। इसे पूरा करने के लिए ही समय सीमा में वृद्धि की गई है। उनका कहना है कि बूथ विस्ताकर योजना के तहत बेहद अच्छा काम हुआ है, इसकी वजह से कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार भी हुआ है। गौरतलब है कि इस अभियान के लिए पहले दस दिन का समय तय करते हुए इसे 20 जनवरी से 30 जनवरी तक संचालित करने का तय किया गया था। इसके तहत बूथों का फिजिकल वेरिफिकेशन करने के साथ ही बूथों का डिजिटलाइजेशन करने का काम किया जा रहा है।