- प्रणव बजाज
पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद बोले पार्टी में किसी तरह की अंतर्कलह नहीं
पूर्व मंत्री एवं लहार से कांग्रेस विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह ने अजय सिंह को लेकर कहा कि पार्टी में किसी तरह की अंतर्कलह नहीं है। कमलनाथ और अजय सिंह में कोई अंतर विरोध नहीं है। दोनों नेताओं के बीच चर्चा हो चुकी है। डॉ सिंह ने कहा कि भिंड में अजय सिंह को कोई दूसरे नेता चुनौती नहीं दे रहे हैं। पूरी कांग्रेसी एकजुट है। सभी कांग्रेसियों का मकसद एक ही है कि प्रदेश से भाजपा का सफाया करना है। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता एक सूत्र में है। दरअसल पूर्व सीएम कमलनाथ पिछले चुनाव में कांग्रेस की हार को विंध्य को दोषी ठहराया तो विंध्य से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को यह नागवार गुजरा। उन्होंने इस पर ऐतराज जताया था। साथ ही नाथ के कोरोना इंडियन वैरीअंट वाले बयान पर संयम बरतने की सलाह दी थी। उसके बाद भाजपा से दल बदल कर वापिस कांग्रेस में लौटे चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को रीवा जिले की अहम जिम्मेदारी दे दी गई। इससे अजय सिंह खेमा नाराज है।
सूदखोरी को लेकर वायरल हुआ मंत्री का वीडियो चर्चाओं में
आजकल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो-ऑडियो का वायरल होना आम बात होती जा रही है। ऐसे में जब भी कोई वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से आता है तो वह चर्चाओं का विषय बन जाता है और चटखारे लेकर इसका मजा लेते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें मालवा के एक मंत्री का पैसों की सूदखोरी का जिक्र किया जा रहा है। इस वीडियो में एक महिला और एक पत्रकार के बीच बातचीत चल रही है। पैसों को ब्याज पर देने और लेने के संबंध में बातचीत चल रही है। इस बातचीत के दौरान बार-बार मंत्री जी का नाम भी लिया जा रहा है। कहा जा रहा है की मंत्री जी ने ऐसा कहा है। इसमें मंत्री से क्या नजदीकी है, कब मंत्री ने फोन किया यह सब भी बताया जा रहा है। साथ ही थाने के टीआई को भी मंत्री ने फोन किया इसका भी जिक्र आया है। अब इस वायरल वीडियो की चर्चाएं जोरों पर हैं।
क्या कमलनाथ एक पद छोड़ेंगे!
प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा द्वारा हाल ही में दिए बयान से हलचल मच गई है। दरअसल उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस संगठन में परिवर्तन होना चाहिए। जब तक सेकंड लाइन के नेता आगे नहीं आएंगे संगठन को मजबूती नहीं मिलेगी। हमने कहा कि अब समय आ गया है जब सेकंड लाइन के नेताओं को आगे लाना चाहिए। उन्होंने अजय सिंह को अपना भाई बताते हुए नसीहत दी कि अगर बड़ा नेता छोटे के घर नहीं जाता तो छोटे को ही बड़े के घर जाना चाहिए। खास बात यह है कि सज्जन सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को लेकर अटकलें चल रही है। दोनों ही पद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास है। हालांकि पूर्व मंत्री ने कमलनाथ के नेतृत्व को बेहतर बताते हुए कहा कि प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में बेहतर काम हो रहा है लेकिन उनके पास अभी दो पद हैं। ऐसे में एक पद किसी और को दिए जाने की कवायद भी चल रही है।
प्रदेश के थर्मल पावर प्लांट की 16 में से 9 यूनिट बंद, काम ठप
प्रदेश के बिजली प्लांटों में अलग-अलग यूनिटों के बंद होने का सिलसिला खत्म नहीं हो पा रहा है। इससे बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। स्थिति यह है कि प्रदेश के चार थर्मल पावर प्लांटों की 16 में से 9 यूनिट तकनीकी गड़बड़ी के कारण बंद चल रही है। इसके चलते अब मध्यप्रदेश में बिजली सप्लाई की निजी पॉवर प्लांटों के भरोसे है। बिरसिंहपुर के संजय थर्मल पावर प्लांट की एक यूनिट फिर बंद हो गई है। इस वजह से बिजली उत्पादन का काम ठप हो गया है। 210 मेगावॉट वाली इस एक नम्बर यूनिट को पिछले दिनों ही सुधारा गया था। यह 19 घंटे बाद फिर फिर से बंद हो गई। बताया गया है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण यह यूनिट बंद हुई है। यूनिट बंद होने से बिजली उत्पादन क्षमता पर प्रभावित हुई है। मंगलवार को जहां 5400 मेगावॉट बिजली उत्पादन होना था, वहां सिर्फ 1465 मेगावॉट ही उत्पादन हुआ। जबकि प्रदेश में डिमांड 7000 मेगावॉट रही।