- प्रणव बजाज
विभाग पर भारी पड़ रहा अफसर
सूबे के एक विभाग के शीर्ष अफसरों में शामिल एक ब्यूरोक्रेट पूरे विभाग पर भारी पड़ रहा है। हालत यह है कि विभाग के प्रशासनिक मुखिया से लेकर मंत्री तक परेशान हैं। हालत यह है कि मंत्री स्टाफ का यह साहब तो फोन उठाना तक पंसद नहीं करते हैं। बात इतनी ही नहीं है वे अपने प्रमुख सचिव से लेकर मंत्री तक की बात को सुनना पसंद नहीं करते हैं। इसके बाद भी यह साहब विभाग में ठसक से जमे हुए हैं। हालात यह हैं कि इस मामले में मंत्री और प्रमुख सचिव ने न केवल मुख्य सचिव से शिकायत की है बल्कि इसकी जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक को भेज दी है। इसके बाद से ही माना जा रहा है कि जल्द होने वाले प्रशासनिक फेरबदल में उक्त साहब की विभाग से रवानगी होना तय है।
श्रीवास्तव बने भोपाल जोन के नए आयकर डीजी जांच
भोपाल रीजन में लंबे समय से रिक्त चल रहे आयकर विभाग के दो आला पदों पर नए अफसरों के पदस्थापना आदेश जारी कर दिए गए हैं। इनमें विभाग ने भोपाल रीजन के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर आयकर के पद पर मेहनीश वर्मा की तो डीजी जांच के पद पर अजय श्रीवास्तव के पदस्थापना के आदेश सीबीडीटी ने जारी कर दिए हैं। वर्मा अभी तक दिल्ली में चीफ कमिश्नर के पद पर पदस्थ थे, उन्हें पदोन्नति देकर पदस्थ किया गया है। इसी तरह से श्रीवास्तव अब तक मुंबई में टीडीएस में चीफ कमिश्नर के पद पर पदस्थ थे। पदस्थ थे। श्रीवास्तव 1988 तो वर्मा 1987 बैच के आईआर एस अफसर हैं। उल्लेखनीय है की भोपाल रीजन के तहत मप्र व छत्तीसगढ़ राज्य आते हैं।
स्वास्थ्य मेलों से 40 हजार मरीज हुए लाभान्वित
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सूबे के स्वास्थ्य विभाग द्वारा विकासखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेलों की श्रृंखला शुरू की गई। इसके तहत अब तक 19 अप्रैल को एक दिन में 30 जिलों के 34 विकास खंड में स्वास्थ्य मेले लगाए गए। इन मेलों में 40,153 व्यक्तियों ने अपना परीक्षण कराने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिनका निशुल्क परीक्षण कर औषधियां वितरित की गई हैं। साथ ही 1813 पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड और 5,156 के डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाए गए हैं। आयुक्त स्वास्थ्य डॉ सुदाम खाडे ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में आने वाले मरीजों की सभी प्रकार की जांच भी निशुल्क करवाई जा रही है।
की जा रही समर्पण निधि देने वाले नेता की खोज
भाजपा के समर्पण निधि अभियान में एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के बेहद करीबी ने 25 लाख रुपए की सहायता दी है। इसके लिए उसके द्वारा साढ़े बारह-साढ़े बारह लाख के दो चैक भाजपा के नाम से दिए गए हैं। इससे जहां भाजपा उत्साहित है, वहीं कांग्रेस में उसकी तलाश की जा रही है। इसकी वजह यह है कि जिस नेता के करीबी ने यह चैक दिया है उसका कमलनाथ सरकार में बेहद दबदबा माना जाता था। कहा तो यह भी जा रहा है कि जब सरकार बदलने के बाद भी उसके कामों में अड़ंगा नहीं लगा है तो इतनी सदभावना तो बनती है। फिलहाल कांग्रेस में उसकी तलाश तेजी से की जा रही है। वहीं जिन नेता जी का वह बेहद करीबी है, वे नेता जी इसकी खबर लीक होने के बाद से बेहद चिंता में बताए जा रहे हैं।