बिहाइंड द कर्टन/राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में बनी कांग्रेस की वचन पत्र समिति

  • प्रणव बजाज
राजेन्द्र सिंह

राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में बनी कांग्रेस की वचन पत्र समिति
भले ही प्रदेश में आम विधानसभा चुनाव के लिए डेढ़ साल का समय है , लेकिन कांग्रेस अभी से चुनावी तैयारियों को अंतिम रुप देने में लग गई है। पहले राजनितिक समिति और अब चुनाव के लिए वचन पत्र समिति का गठन कर दिया गया है। इस समिति का अध्यक्ष पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिंह को बनाया गया है। विधायक बाला बच्चन समिति के उपाध्यक्ष एवं संयोजक बनाए गए हैं। यह समिति वचन पत्र बनाए जाने से पूर्व विभिन्न सामाजिक संगठनों, वर्गों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं सिविल सोसायटी के सदस्यों से विचार-विमर्श करेगी। समिति में नौ मौजूदा विधायकों के अलावा पूर्व विधायक मुकेश नायक, फूल सिंह बरैया, सैयद साजिद अली, शोभा ओझा, वीके बाथम, केदार सिरोही, वीरेन्द्र खोंगल व महेन्द्र सिंह को सदस्य बनाया गया है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रुप में रखा गया है।

पवन श्रीवास्तव की होगी प्रदेश में इसी माह वापसी
मध्यप्रदेश कैडर के दो आईपीएस अधिकारी एडीजी पवन श्रीवास्तव व आईजी संजय कुमार इसी माह प्रदेश में वापसी करने जा रहे हैं। दोनों की केन्द्र में प्रतिनियुक्ति का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। भोपाल एसपी रहे पवन श्रीवास्तव वर्तमान में भोपाल में सीएपीटी में पदस्थ हैं। श्रीवास्तव आगामी 27 अप्रैल को पुलिस मुख्यालय में आमद दे सकते हैं। हालांकि राज्य सरकार ने प्रतिनियुक्ति अवधि दो साल बढ़ाने की अनुमति केन्द्र सरकार को भेज दी है, लेकिन श्रीवास्तव ने खुद ही प्रदेश लौटने का फैसला किया है। वही बीएसएफ में पदस्थ संजय कुमार वहां से कार्यमुक्त हो गए हैं। उधर आईजी बीएसएफ सुश्री सोनाली मिश्रा की प्रतिनियुक्ति अवधि केन्द्र सरकार ने दो साल और बढ़ा दी है। यानी सोनाली मिश्रा अब प्रदेश नहीं लौट रही है।

बोले गिरिराज,खरगोन हिंसा संयोग नहीं प्रयोग
प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे के तहत खंडवा आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि खरगोन हिंसा संयोग नहीं, प्रयोग है। मुझे मुस्लिम आबादी से नहीं, बल्कि ऐसी कट्टरपंथी सोच से नफरत है, जो 1947 की आजादी के बाद देश को बांट रही है। 1947 में देश बंट गया, जिनको जाना था, वे चले गए। हम पाकिस्तान तो नहीं जा सकते, लेकिन क्या रामनवमी के जुलूस के लिए ओवैसी से पूछेगे कि कौन सी गली किसके लिए बनी है। वे लोग तय कर रहे हैं कि रामनवमी का जुलूस कहां से निकलेगा। हिंदुस्तान को गली-मोहल्ला में नहीं बंटने देंगे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का खरगोन हो या राजस्थान का करौली या फिर उत्तर प्रदेश का गोरखपुर। सोची-समझी साजिश के साथ हिंसाओं को जन्म दिया जा रहा है। टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग हिंसा का नेतृत्व कर रहे हैं। साजिश के तहत यह काम किया जा रहा है। गिरिराज सिंह ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर सरकार को ठोस कदम उठाना होगा।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मिला तन्खा का साथ
 राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रदेश में पिछले 40 दिनों से हड़ताल कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगें पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया है। तन्खा ने कहा कि भाजपा की सरकार इन महिलाओं को उनका वाजिब न्याय नहीं दे पा रही है। प्रदेश की साढ़े सात करोड़ आबादी में से आधी आबादी का प्रतिनिधित्व महिलाएं कर रही हैं, फिर भी यह वर्ग न्याय और अधिकार से अभी तक वंचित है। उनका कहना है कि कड़ी धूप और तेज लू के बीच यह महिलाएं अपने बच्चों के साथ न्यायोचित मांगो को लेकर प्रदेश की सडकों पर लगातार आंदोलन कर रही हैं , लेकिन सरकार उनकी सुध लेने को तैयार नही है। उनका कहना है कि इसके उलट अफसर उन पर आंदोलन वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।

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