– प्रणव बजाज

सांसद तन्खा ने जीवन रक्षक दवाओं के लिए फिर मदद की
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया के मजदूरों, कर्मचारियों और वहां के रहवासियों के अस्पताल में बनाए जा रहे कोविड सेंटर में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति के लिए पांच लाख रुपए की मदद की है। इसके पहले भी वे अपनी सांसद निधि से कोविड उपचार के लिए 70 लाख रुपए दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि यदि जबलपुर में गरीब मजदूरों के लिए ऐसा कोई कोविड सेंटर स्थापित किया जाता है तो वे इसके लिए राशि देने को तैयार हैं। गौरतलब है कि सांसद विवेक तन्खा को सहायक आयुक्त श्रम कल्याण से मिले अनुरोध पत्र पर कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के महाप्रबंधक से चर्चा के बाद तुरंत ही उनके द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं अन्य दवाओं के लिए यह राशि अपने सांसद निधि से दी है।
शराब तस्करी मामले में विधायक के भतीजे पर हुई एफआईआर
प्रदेश में शराब तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में मुरैना जिले के भाजपा विधायक के भतीजे सहित दो अन्य पर शराब तस्करी को लेकर मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी केशव केवट निवासी पाली थाना बाड़ी राजस्थान को गिरफ्तार किया था। वह राजस्थान की ओर से चंबल नदी के आमलीपुरा घाट पर नाव में भरकर अवैध शराब ला रहा था। केशव ने पुलिस को बताया कि शराब भर्रा गांव में दुर्गेश सिकरवार के यहां जा रही थी, जो रिश्ते में भाजपा विधायक का भतीजा है। पुलिस ने करीब साढ़े तीन लाख कीमत की सौ पेटी अवैध शराब जब्त की थी। वही भाजपा के जौरा विधायक सूबेदार सिंह रजौधा का कहना है कि शराब तस्करी में मेरा कोई भतीजा नहीं है। जो भी कह रहा है वह असत्य कह रहा है। गुंडे बदमाश शराब तस्करों से मैं दूरी बनाकर रहता हूं।
एनआरएचएम में डॉ पंकज शुक्ला को दी संचालक की जिम्मेदारी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ पंकज शुक्ला को अब संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बनाया गया है। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें संविदा आधार पर नियुक्ति दी गई है। डॉ शुक्ला 31 मार्च 2022 तक इस पद पर रहेंगे। उन्हें अपर मिशन संचालक के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार होंगे। दरअसल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन संचालक छवि भारद्वाज ने डॉक्टर शुक्ला के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें एक मई से संविदा नियुक्ति देने के आदेश जारी कर दिए हैं। गौरतलब है कि डॉक्टर शुक्ला स्वास्थ्य विभाग के उन चुनिंदा अधिकारियों में शामिल हैं जो न सिर्फ विषय के जानकार हैं बल्कि हमेशा सक्रिय भी रहते हैं।
गांवों में पंचायत भवन और स्कूल भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गांव में कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने और उस पर विजय प्राप्त करने के लिए लोगों से कहा है कि अपने गांव की सरहद में किसी को प्रवेश नहीं करने दें। बहुत सावधानी बरतनी है। बेवजह घर से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि गांव में क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए जगह की कमी है। यदि घर में संभव हो तो एक पृथक कमरे में आराम और उपचार करें। यदि घर में संभव न हो तो गांव के पंचायत भवन, स्कूल, धर्मशाला आदि में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाकर आइसोलेटेड हो जाएं। इन दिनों स्कूलों की छुट्टियां हैं। यदि संक्रमण बढ़ने पर क्वॉरेंटाइन सेंटर की जरूरत पड़ती है तो फिर स्कूलों को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है। भोजन, दवा की व्यवस्था सरकार करवाएगी। प्रत्येक विकासखंड में क्वॉरेंटाइन सेंटर खोले जा रहे हैं, वहां डॉक्टर भी उपलब्ध है।