- प्रणव बजाज

नरोत्तम मिश्रा का खुलासा: कोलकाता से हो रही थी आतंकियों को फंडिंग
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने खुलासा किया है कि भोपाल के ऐशबाग इलाके से एटीएस के हाथों गिरफ्तार किए गए आतंकियों को फंडिंग कोलकाता से होने की जानकारी मिल है। इसकी जांच के लिए मध्यप्रदेश पुलिस की एक टीम कोलकाता रवाना हो गई है। उन्होंने बताया कि आतंकियों के पास से एक वीडियो मिला है, जिसमें पेट्रोल बम बनाने का तरीका बताया गया है। मिश्रा ने कहा कि आतंकियों को धन और अन्य तरह से सहायता मुहैया कराने के मामले की जांच हो रही है। इस मामले में दो स्थानीय लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उनका कहना है कि इन आतंकियों के पास से मिले लैपटॉप व मोबाइल में दर्ज जानकारी की भी जांच की जा रही है।
लक्ष्मण सिंह का एलान, देखेंगे द कश्मीर फाइल्स फिल्म
अपनी बेबाकी व मुखरता के लिए पहचाने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि मैं द कश्मीर फाइल्स फिल्म जरूर देखंूगा। मेरी पत्नी कश्मीरी पंडित हैं। उनके परिवार के साथ जो जुल्म हुआ है, वह बहुत दर्दनाक है। इसके लिए तत्कालीन भाजपा समर्थित विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार जिम्मेदार है। तब कोई कुछ क्यों नहीं बोला। उन्होंने यह भी कहा कि द कश्मीर फाइल्स को देखने या ना देखने के संबंध में पार्टी की कोई गाइडलाइन नहीं है। उन्होंने यह बात विधानसभा में उस समय कही जब संसदीय कार्यमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस सदस्यों को फिल्म देखने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि अपने- अपने भविष्य के बारे में एक बार चिंतन जरूर करें। उनका कहना था कि द कश्मीर फाइल्स सिर्फ फिल्म नहीं बल्कि भविष्य की तस्वीर है। यदि आप जाग गए तो हमारी सबकी संतति सुरक्षित रहेगी। लक्ष्मण सिंह ने फिल्म देखने की बात कही, मैं उनको बधाई देता हूं। इस पर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि हम फिल्म जरूर देखेंगे, लेकिन जब कश्मीर से हिंदुओं का पलायन हुआ, उस समय विश्वनाथ प्रताप सिंह पीएम थे और सरकार को भाजपा समर्थन दे रही थी।
सत्र समाप्ति के विरोध में कांग्रेसी विधायक आसंदी के सामने लेटे
मप्र विधानसभा का सत्र एक बार फिर तय समय से पहले ही समाप्त हो गया। इस बार बजट सत्र निर्धारित अवधि से नौ दिन पहले समाप्त हो गया। इसके पहले भारी हंगामे के बीच अनुदान मांगों पर चर्चा के बगैर ही बजट पारित कर दिया गया। बजट पारित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विनियोग और वित्त विधेयक पेश किया। इसके बाद उन्होंने विभागवार अनुदान बजट पेश करना शुरू किया। इसे लेकर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अनुदान मांगों पर चर्चा होना चाहिए। सरकार जनता के सवालों के जवाब नहीं देना चाहती। वह लोकतंत्र की हत्या कर रही है। कांग्रेस विधायकों ने इसको लेकर आसंदी के सामने विरोध जताया। विधायक सुरेश राजे और मनोज चावला आसंदी के सामने जमीन पर लेट गए। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि डॉ. गोविंद सिंह सदन में बोलें, जब तक आप चाहें तब तक सदन चलाने को तैयार हैं। इस बीच डॉ. गोविंद सिंह विधानसभा से उठकर चले गए। मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की अंर्तकलह के कारण विधानसभा का बजट सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया।
आनंद के नाम पर अफसरों की विदेशों में मौज
जनता को भले ही आनंद आए या नहीं , लेकिन आला अफसरों को जरुर आनंद विभाग के गठन के बाद आनंद आया है। इसकी वजह रही है विभाग के अफसरों की विदेश यात्रा। जब भी किसी आला अफसर को विभाग में पदस्थ किया गया, वह विदेश यात्रा जरूर कर आया है। यह खुलासा हुआ है विधानसभा में दी गई जानकारी से। पूर्व आईएएस मनोहर दुबे तो खनिज विभाग की राशि से विदेश यात्रा कर आए। विधायक महेश परमार द्वारा हैप्पीनेस इंडेक्स के लिए अनुबंध, उसके पैमाने और अधिकारियों के विदेश दौरे पर खर्च राशि की जानकारी मांगने के सरकार के उत्तर में बताया गया है कि 20 से 26 अप्रैल 2007 में राज्य आनंद संस्थान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रहते हुए मनोहर दुबे भूटान गए थे। वे उस समय खनिज विभाग के सचिव भी थे। इसी तरह से आनंद विभाग के निदेशक रहते हुए प्रवीण कुमार गंगराड़े और संदीप कुमारी दीक्षित ने भी विदेश यात्राएं की थीं। जिन पर सरकार ने दो लाख 89 हजार 576 रुपये खर्च किए हैं। आनंद विभाग के अपर मुख्य सचिव रहते हुए इकबाल सिंह बैंस भी सात से नौ नवंबर 2017 तक इंटरनेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने भूटान गए थे। उनकी यात्रा पर 34 हजार 580 रुपये खर्च हुए थे। विभाग के उप सचिव शिवकुमार शर्मा और निदेशक रहते हुए वर्ष 2018 में अशोक जनवदे 10 से 13 फरवरी 2018 तक विदेश में रहे हैं। उनकी यात्रा का खर्च आयोजक संस्था ने उठाया है।