- नगीन बारकिया
चुनार का किला हो या नवाबों का महल, ऐतिहासिक जगहों पर ठहर सकेंगे आप
क्या आप गंगा नदी के किनारे स्थित मिर्जापुर के ऐतिहासिक चुनार किले या लखनऊ में नवाबों के पूर्व महल राजसी छतर मंजिल में रहना चाहेंगे? जी हां, यह जल्द ही संभव हो सकता है। क्योंकि योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में 10 ऐतिहासिक किलों और विरासत स्मारकों को होटल या रिजॉर्ट में बदलने की योजना बना रही है। यूपी सरकार द्वारा मंगाई गई बिड के बारे में जानकारी हासिल की है, जिसमें राज्य के 10 ऐतिहासिक किलों और हेरिटेज मान्यूमेंट्स को होटल और रिजॉर्ट में तब्दील करने के लिए, फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की बात कही गई है और एक सलाहकार की मांग की गई है। दस्तावेज के अनुसार, विचार यह है कि पहचाने गए किलों के विरासत चरित्र को बनाए रखते हुए उनका होटल या रिजॉर्ट आदि के रूप में पब्लिक के लिए खोला जा सके, इसके लिए उन्हें विरासत संपत्तियों के रूप में परिवर्तित करके पुन: उपयोग को बढ़ावा देना है। इसमें कहा गया है कि राज्य में ऐतिहासिक महत्व के 10 किलों और ऐतिहासिक स्मारकों की पहचान पर्यटन गतिविधियों, मूल्य सृजन और रोजगार सृजन के केंद्रों के रूप में उन्हें बढ़ावा देने के लिए की गई है।
भारत में मंकीपॉक्स का पहला मरीज हुआ स्वस्थ, 17 दिन बाद मिली अस्पताल से छुट्टी
देश में मिले मंकीपॉक्स के पहले मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। केरल के कोल्लम का रहने वाला 35 वर्षीय शख्स यूएई से लौटा था, उसे मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित पाया गया था। बीते 17 दिनों से तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित देश के पहले मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उसके सभी पैरामीटर्स स्थिर हैं। उसके प्राथमिक संपर्कों के सैम्पल्स की टेस्टिंग की गई थी, सभी नेगेटिव पाए गए हैं। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गत 12 जुलाई को राज्य में मंकीपॉक्स के पहले केस की पुष्टि करते हुए कहा था, मरीज यूएई से लौटा है। उसमें मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर उसका सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया था। जांच में उसे मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है। डब्ल्यूएचओ। और आईसीएमआर की ओर से जारी दिशा।निदेर्शों के अनुसार मरीज को त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट किया गया है।
सऊदी अरब में मिला 8000 साल पुराना प्राचीन मंदिर, हुआ खुलासा
सऊदी अरब में एक 8000 साल पुराने धार्मिक स्थल और मंदिर की खोज हुई है। रियाद के दक्षिण-पश्चिम इलाके में स्थित तटीय शहर की खुदाई में इस ऐतिहासिक मंदिर के प्रतीक चिन्ह और कई शिलालेख पाए गए हैं। सऊदी अरब की पुरातत्वविदों की टीम ने नई टेकनीक वाली मशीनों के साथ इस धार्मिक केंद्र का पता अल-फॉ की साइट पर लगाया है। इस शोध में मिले अवशेषों को एडवांस स्टडी के लिए भेजा गया है। इस खोज में हाई क्वालिटी की एरियल फोटोग्राफी, कंट्रोल प्वाइंट के साथ ड्रोन फुटेज, रिमोट सेंसिंग, लेजर सेंसिंग और कई अन्य सर्वे का इस्तेमाल किया गया। सऊदी गैजेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अल-फॉ का ये महत्वपूर्ण इलाका पुरातात्विक विभाग के लोगों के लिए बीते 40 सालों से हॉट स्पॉट बना हुआ है। सर्वे साइट पर कई खोजों के साथ हुई सबसे अहम खोज इस मंदिर की है जिसके ध्वस्त परिसर से एक वेदी के कुछ हिस्सों के अवशेष भी मिले हैं। इससे पता चलता है कि यहां उस समय ऐसे लोग रहते थे जिनके जीवन में पूजा-पाठ और यज्ञ जैसे अनुष्ठानों का काफी महत्व रहा होगा।
डायबिटीज में राहत पहुंचाएगी इस फल से बनी चाय, इसमें है बीपी कंट्रोल करने का राज
डायबिटीज एक ऐसा मेडिकल कंडीशन है जिसका पुख्ता इलाज वैज्ञानिक अब तक नहीं खोज पाए हैं, हालांकि कुछ खास चीजों की मदद से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल किया जा सकता है, इनमें से एक है आंवला की चाय। आंवला का इस्तेमाल हम अक्सर बालों की सेहत बेहतर करने के लिए करते हैं, लेकिन इससे कैंसर, किडनी डिजीज और दिल की बीमारियों का भी कम हो जाता है। ग्रेटर नोएडा के अस्पताल में कार्यरत मशहूर डाइटीशियन डॉ। आयुषी यादव ने बताया कि आंवला की चाय मधुमेह के रोगियों के लिए क्यों फायदेमंद है। आंवला एक ऐसा फल जिसे सुपरफूड कहा जाता है। इसमें आयरन, विटामिन सी, काबोर्हाइड्रेड, फॉस्फोरस, फाइबर, कैल्शियम और प्रोटीन जैसे कई अहम न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाते हैं। आंवला को आयुर्वेद का खजाना कहा जाता है और इसका इस्तेमाल औषधि की तरह होता है।